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अवनी- अकेले फाइटर प्लेन उड़ाकर रचा इतिहास (Avani- 1st IAF Woman Combat Pilot to Fly Solo)

वुमन पावर
अवनी की ऊंची उड़ान
  “बचपन में हर कोई आसमान की तरफ़ देखते समय यह ख़्वाहिश ज़रूर रखता है कि मैं भी पंक्षी की तरह उड़ान भरूं. मेरी भी यही ख़्वाहिश थी. अब एयरफोर्स से जुड़ने के बाद यह मौक़ा मिल रहा है...” अवनी की ये बातें महिला समुदाय को यह प्रेरणा देती हैं कि सच्ची लगन व इच्छा हो, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है. बचपन से सितारों को छूने की ख़्वाहिश रखनेवाली अवनी ने कभी सोचा भी न था कि बचपन का ख़्वाब इतनी जल्दी पूरा हो जाएगा. जी हां, इंडियन एयरफोर्स की फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी (Avani Chaturvedi) ने अकेले फाइटर प्लेन उड़ाकर महिलाओं के लिए मिसाल कायम की है. ऐसा कारनामा करनेवाली पहली भारतीय महिला फाइटर पायलट होने का गौरव भी हासिल किया. उनकी इस उड़ान का साक्षी रहा गुजरात का जामनगर एयरबेस. जहां से उन्होंने मिग-21 बाइसन फाइटर प्लेन से उड़ान भरी. उनकी इस आधे घंटे की उड़ान के दरमियान किसी भी तरह की इमर्ज़ेंसी से निपटने के लिए जामनगर के एयरबेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल व रन-वे पर ट्रैनर व अन्य अनुभवी ऑफिसरों की कड़ी निगरानी भी रही. और अंततः अवनी अकेले फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ानेवाली पहली महिला पायलट बन गई हैं. यह भी पढ़े: शुभांगी बनीं भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट करियर जर्नी * अवनी की स्कूली पढ़ाई शहडोल ज़िले के दियोलैंड में हुई. * राजस्थान के वनस्थली विश्‍वविद्यालय से टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन किया. * अपने बी.टेक की पढ़ाई के दौरान ही अवनी ने एयरफोर्स के लिए फॉर्म भरा था, जिसकी जानकारी उनके सिलेक्शन के बाद परिवारवालों को मिली. * इंडियन एयरफोर्स का एग्ज़ाम पास करके हैदराबाद के वायुसेना अकादमी से प्रशिक्षण लिया. यह भी पढ़े: ख़ुद पर भरोसा रखें पर्सनल स्ट्रोक्स * अवनी का जन्म 27 अक्टूबर, 1993 में मध्य प्रदेश के रीवा में हुआ. * उनके बड़े भाई आर्मी ऑफिसर के अलावा चाचा सहित परिवार के कई लोग आर्मी के ज़रिए देश की सेवा कर रहे हैं. * यहीं से उन्हें आर्मी लोगों की ज़िंदगी को क़रीब से देखने का मौक़ा मिला और प्रेरणा भी. * उनके पिता मध्य प्रदेश सरकार के वॉटर रिसोर्स डिपार्टमेंट में एग्ज़िक्यूटिव इंजीनियर हैं और मां सविता हाउसवाइफ हैं. * उनकी प्रेरणास्त्रोत कल्पना चावला हैं. * अवनी को शतरंज, टेबल टेनिस, पेंटिंग, स्केचिंग का शौक़ है. यह भी पढ़े: आज़ाद भारत की आधी आबादी का सच फ्लैश बैक * अक्टूबर, 2015 में भारत सरकार ने महिलाओं को फाइटर पायलट बनने की राह प्रशस्त कर दी थी. * महिला फाइटर पायलट बनने के लिए जून 2016 में तीन महिलाओं- अवनी चतुर्वेदी, भावना कांत और मोहना सिंह को एयरफोर्स द्वारा कमिशन किया गया था. * इंडियन एयरफोर्स में 94 महिला पायलट हैं, पर वे हेलिकॉप्टर व दूसरे अन्य प्लेन ही उड़ाती हैं. * विश्‍व के सिलेक्टिव देश, जैसे- इज़राइल, ब्रिटेन, अमेरिका, पाकिस्तान में ही महिलाएं फाइटर पायलट बन सकती हैं. * अवनी के अलावा उनकी अन्य दो साथी भावना और मोहना भी जल्द ही फाइटर प्लेन उड़ानेवाली हैं. सभी को हमारी शुभकामनाएं! वैलडन अवनी!

- ऊषा गुप्ता

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