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पर्सनल और टॉप-अप लोन में क्या है अंतर? (What is the difference between personal and top-up loans?)

ज़िंदगी को आसान और आरामदायक बनाने के लिए लोग अब बैंक लोन पर तमाम सुविधाएं जुटा रहे हैं. लेकिन अगर आपको लोन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी होगी तो आप इसका बेहतर उपयोग कर पाएंगे. इसी को ध्यान में रखते हुए यहां हम पसर्नल लोन और टॉप-अप लोन के बारे में ज़रूरी जानकारी दे रहे हैं.

पर्सनल लोन क्या होता है?

पर्सनल लोन एक अनसिक्योर्ड लोन यानी बिना किसी गारंटी या सिक्योरिटी के होता है, जो आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों जैसे

शादी-ब्याह, मेडिकल ख़र्चे, यात्रा, घर के रिनोवेशन या अन्य पर्सनल ख़र्चों के लिए दिया जाता है. यदि सरल तरी़के से समझें, तो इस लोन में बैंक में कोई सामान गिरवी नहीं रखते. ये आपके सिबिल स्कोर के साथ-साथ आमदनी व लोन चुकाने का सामर्थ्य देखने के बाद ही दिया जाता है. सिबिल स्कोर, तीन अंकों की संख्या वाला क्रेडिट स्कोर होता है, जो लोन लेनेवाले की योग्यता को दर्शाती है. 

पर्सनल लोन की ख़ासियत

- यह बिना सिक्योरिटी के मिलता है.

- फिक्स्ड ईएमआई और टेन्योर होता है.

- यदि सिबिल स्कोर अच्छा हो, तो जल्दी अप्रूव हो जाता है.

- प्रोसेस पूरी तरह डिजिटल भी हो सकता है.

- इसकी सबसे बड़ी ख़ासियत यह है कि आसान मंथली इंटरेस्ट पर लोन चुका सकते हैं. दरअसल, यह एक निश्‍चित रिपेमेंट समय के साथ दिए जाते हैं, जिससे आप आसानी से इंस्टालमेंट पर

धीरे-धीरे पेमेंट कर सकते हैं. इसमें ब्याज़ आमतौर पर 10% से 24% प्रतिवर्ष तक होती है. ब्याज दर आपकी सिबिल स्कोर, इनकम और बैंक के अनुसार तय की जाती है.

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टॉप-अप लोन क्या होता है?

टॉप-अप लोन तब लिया जाता है जब आपने पहले से ही कोई होम लोन या पर्सनल लोन लिया हो और आपको अतिरिक्त पैसों की आवश्यकता हो. इस लोन को आपके मौजूदा लोन के ऊपर दिया जाता है यानी यह लोन पर ही लिया गया टॉप-अप लोन होता है.

इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं, जैसे आपने अपने बैंक से 10 लाख का होम लोन ले रखा है. इमर्जेंसी में अब आपको एक लाख रुपए की ज़रूरत है, तो आप अपने होम लोन के ऊपर एक लाख का टॉप-अप लोन ले सकते हैं.

ख़ासियत

* यह लोन केवल उन्हीं को मिलता है, जिनका लोन पहले से है.

* इसमें एक्स्ट्रा पेपर वर्क बहुत कम होता है. दरअसल, पुराना लोन होने के कारण अधिक दस्तावेज़ की ज़रूरत नहीं पड़ती है.

* रही बात इंटरेस्ट यानी ब्याज दर की, तो वो मौजूदा लोन से थोड़ा ज़्यादा या फिर समान भी हो सकता है.

* इसकी ईएमआई मौजूदा लोन में जोड़ देते हैं.

* होम लोन पर टॉप लोन लेने पर आमतौर पर 9% से 15% तक ब्याज दर होता है

* पर्सनल लोन पर टॉप-अप लोन की दर भी लगभग 11% से 18% तक होती है.

* टॉप-अप लोन लेने को लेकर फ़ायदेमंद बात यह होती है कि पहले से आपके लोन होने बैंक से लोन आसानी से मिल जाती है, फिर चाहे वो गोल्ड या और कोई सिक्योर्ड लोन ही क्यों न हो.

* चूंकि टॉप-अप लोन आपके पहले के लोन पर मिलता है, तो इसमें आपको अलग से किस्त नहीं भरना पड़ता. इसके अलावा छोटी किस्त में लोन भरने की भी सुविधा मिलती है.

* इस लोन में एक बात और गौर करनेवाली है कि कुछ बैंक ऐसे भी हैं, जो अपने सिलेक्टिव कस्टमर को ही टॉप-अप लोन देते हैं.

पर्सनल लोन और टॉप-अप लोन के बीच के अंतर को समझते हैं-

- जहां पर्सनल लोन पर गारंटी की ज़रूरत नहीं होती, वहीं टॉप-अप लोन आपके मौजूदा लोन पर आधारित होता है.

- लोन आपके क्रेडिट स्कोर के साथ-साथ आमदनी पर निर्धारित होता है. टॉप-अप लोन में आपके मौजूदा लोन के अच्छा भुगतान का इतिहास देखा जाता है.

- पर्सनल लोग के प्रोसेसिंग में थोड़ा अधिक समय लगता है, जबकि टॉप-अप लोन जल्द मिल जाता है.

- अपने निजी ख़र्च के लिए आप पर्सनल लोन ले सकते हैं, टॉप-अप में मौजूदा लोन से जुड़ा हुआ दूसरा और अन्य पर्सनल ज़रूरतों पर लोन मिलता है.

- पर्सनल लोन के लिए अलग से ईएमआई होती है. इसके विपरीत टॉप-अप लोन में आपके मौजूदा लोन के साथ ईएमआई जोड़ दिया जाता है.

यह भी पढ़ें: होम लोनः फिक्स्ड या फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट, जानें क्या है बेहतर? (Home Loan: Fixed or floating interest rate, know which is better?)

यदि आपने पहले से ही कोई लोन ले रखा है और निर्धारित समय पर नियमित रूप से ईएमआई भरते रहे हैं, तब आपके लिए टॉप-अप लोन बेहतर विकल्प होगा, क्योंकि यह सस्ता होने के साथ-साथ सुविधाजनक भी होगा. दूसरी तरफ़ अगर आपने कोई भी लोन नहीं लिया है व आपके तुरंत रुपए की आवश्यकता है, तब ऐसे में पर्सनल लोन लेना होगा.

लोन लेने की प्रक्रिया पर एक नज़र

* जब भी आप पर्सनल लोन लेंगे, तब बैंक सिलेक्ट करने के बाद ऑनलाइन या ब्रांच में एप्लीकेशन देना होता है. पेपर वर्क में आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेंट और इनकम का प्रूफ देना होगा. सिबिल स्कोर चेक करने के बाद लोन अप्रूव हो जाता है और रकम आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है.

* टॉप-अप लोन के प्रोसीजर में मौजूदा लोन प्रोवाइडर से कॉन्टैक्ट किया जाता है. एप्लीकेशन देने के साथ-साथ मौजूदा लोन के बारे में विस्तृत जानकारी ली जाती है. पेपर वर्क बहुत कम ही होता है. जल्द ही लोन अप्रूव होने के बाद पैसे अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाते हैं.

* टॉप-अप लोन के प्रोसेसिंग व अन्य शुल्क, जैसे- स्टैंप डयूटी, प्रीपेमेंट पेनाल्टी, लोन प्रोसेसिंग अमाउंट आदि के चार्जेस के बारे में अच्छी तरह से क्लीयर जानकारी ले लें.

* ध्यान रहे यदि आपको कम इंटरेस्ट के साथ जल्द से जल्द लोन की आवश्यकता है और आपने पहले से लोन लेकर भी रखा है, तब आपके लिए टॉप-अप लोन लेना फ़ायदेमंद रहेगा. लेकिन आपने कोई लोन नहीं लिया है, एक तरह से नया लोन लेना चाहते हैं तब पर्सनल लोन ही बेहतर है. किंतु लोन लेने से पहले इंटरेस्ट रेट व टेन्योर पर अच्छी तरह से विचार ज़रूर कर लें.

- ऊषा गुप्ता

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