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पासवर्ड सिलेक्ट करते व़क्त न करें ये ग़लतियां

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ईमेल अकाउंट हो या बैंक अकाउंट, प्रोफेशनल अकाउंट हो या फिर पर्सनल अकाउंट- हर तरह के अकाउंट को सुरक्षित रखने के लिए हम सबसे सिक्योर्ड पासवर्ड बनाते हैं, पर कई छोटी-छोटी ग़लतियां इन अकाउंट्स की सुरक्षा के लिए ख़तरा हो सकती हैं. हैकिंग की बढ़ती वारदातों से सबक लेते हुए हमें पासवर्ड सिलेक्ट करते व़क्त कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए. तो आइए जानें, कौन-सी हैं वो ग़लतियां, जो अक्सर लोग करते हैं? और कैसे बनाएं एक स्ट्रॉन्ग व सिक्योर्ड पासवर्ड?

पासवर्ड मिस्टेक्स

छोटा पासवर्ड: बड़े पासवर्ड को याद रखने की झंझट से बचने के लिए अक्सर लोग छोटा पासवर्ड बनाने की ग़लती करते हैं. पर्सनल डाटा को चुनना: मोबाइल नंबर, जन्मदिन, शादी की सालगिरह, पत्नी या बच्चों का नाम, अपना पता आदि को पासवर्ड बनाने की ग़लती ज़्यादातर लोग करते हैं. ऐसे में आपके बारे में थोड़ी-बहुत जानकारी रखनेवाला कोई भी व्यक्ति आपका अकाउंट हैक कर सकता है. बहुत कॉमन पासवर्ड रखना: बहुत कॉमन पासवर्ड, जैसे- अपने फेवरेट एक्टर का नाम, अपनी मनपसंद डिश का नाम, आपका फेवरेट डायलॉग या तकियाकलाम आदि रखने से दूसरों के लिए पासवर्ड पता करना बहुत आसान हो जाता है. अपने नाम का पासवर्ड बनाना: बहुत-से लोगों को यह सबसे आसान लगता है कि अपने ही नाम, सरनेम या निक नेम को पासवर्ड बनाएं, पर हैकर्स के लिए भी यह उतना ही आसान है. स़िर्फ अक्षर या नंबर रखना: पासवर्ड हमेशा लेटर्स, नंबर्स, स्पेशल कैरेटर्स आदि को जोड़कर बनाना चाहिए, स़िर्फ अक्षर या नंबर्स को क्रैक करना आसान होता है. सभी जगह एक ही पासवर्ड रखना: याद रखने की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए बहुत-से लोग एक ही पासवर्ड का इस्तेमाल सभी अकाउंट्स में करते हैं, चाहे वो ईमेल हो, नेट बैंकिंग हो या मोबाइल फोन की सिक्योरिटी. इसमें सबसे बड़ा ख़तरा यही होता है कि एक जगह का पासवर्ड क्रैक हो गया, तो धोखाधड़ी करनेवालों के लिए यह बहुत आसान हो जाता है. पासवर्ड न बदलना: सालों से एक ही पासवर्ड इस्तेमाल करने से उसके लीक होने की संभावना बढ़ जाती है. पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए. लिखकर रखना: पासवर्ड बनाने के बाद भूल न जाएं, इसलिए लिखना ज़रूरी है, पर संभालकर. अपने मोबाइल में, एटीएम कार्ड के पीछे, कीबोर्ड के नीचे, पॉकेट में चिट बनाकर रखने से उसके दूसरे के हाथों में लगने की संभावना बढ़ जाती है. दूसरों से शेयर करना: दोस्ती-यारी के चक्कर में बहुत-से लोग अपना पासवर्ड दूसरों से शेयर करते हैं, पर यह ठीक नहीं. इससे उसके लीक होने की संभावना बढ़ जाती है. कमज़ोर सिक्योरिटी सवाल: पासवर्ड भूलने की स्थिति में सिक्योरिटी से जुड़े सवालों के जवाब देकर आप अपना अकाउंट ओपन कर सकते हैं. इसलिए सिक्योरिटी से जुड़े सवाल ऐसे रखें, जिनके जवाब आपके अलावा किसी और को न पता हों. पर्सनल व प्रोफेशनल अकाउंट्स के लिए एक ही पासवर्ड: जिस तरह आप अपनी पर्सनल लाइफ को प्रोफेशनल से अलग रखते हैं, ठीक उसी तरह अपने पासवर्ड्स को भी रखें. ऐसे में प्रोफेशनल लेवल पर धोखाधड़ी होने पर आपके सभी पर्सनल अकाउंट्स की जानकारी छिन जाएगी. अनसिक्योर्ड कंप्यूटर या नेटवर्क से लॉग इन करना: ऐसे नेटवर्क या डिवाइस से लॉग इन करने से हैकिंग की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए हमेशा सिक्योर्ड सिस्टम का ही इस्तेमाल करें. पासवर्ड बनाते समय दिए गए निर्देशों का पालन न करना: जब भी हम पासवर्ड बनाते हैं, तब सिस्टम हमें कुछ निर्देश देता रहता है, जिनका हमें पालन करना चाहिए, पर उनका पालन न करने से हमारा पासवर्ड कमज़ोर रह जाता है. यह भी पढ़ें: 5 ईज़ी स्टेप्स में अनलॉक करें लॉक्ड स्मार्टफोन

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बनाएं स्ट्रॉन्ग पासवर्ड

  • पासवर्ड हमेशा बड़ा होना चाहिए.
  • पर्सनल डाटा अवॉइड करें.
  • कुछ क्रिएटिव और अलग सोचें.
  • पासवर्ड में अपना या अपनों का नाम अवॉइड करें. चाहें, तो आप दो-तीन लोगों के नाम को जोड़कर या हेर-फेर करके भी पासवर्ड बना सकते हैं.
  • पासवर्ड हमेशा 8 लेटर्स से ज़्यादा का ही रखें. उसमें लेटर्स, नंबर्स और स्पेशल कैरेक्टर ज़रूर रखें.
  • सभी अकाउंट्स के लिए अलग-अलग पासवर्ड्स बनाएं.
  • अकाउंट के सिक्योरिटी वाले सवाल सबके अलग-अलग रखें.
  • हर तीन-चार महीने पर अपना पासवर्ड बदलते रहें, ताकि दूसरों के लिए उसे क्रैक करना आसान न हो.
  • पासवर्ड लिखकर रखना चाहते हैं, तो किसी सिक्योर्ड डायरी में रखें, जो दूसरों के हाथ न लगे.
  • कभी भी अपना पासवर्ड दूसरों से शेयर न करें.
  • सार्वजनिक स्थान पर पासवर्ड कभी न बताएं. किसी से शेयर करना है, तो उसे लिखकर दें.
  • अपने कंप्यूटर को हमेशा एंटी वायरस से अपडेटेड रखें.
  • इंग्लिश के शब्दों को ज्यों का त्यों लिखने की बजाय उन्हें उल्टा करके लिखें, जैसे- आई i को उल्टा करके ! बना दें.

- दिनेश सिंह

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