Close

संदीप पाटिल… क्या BCCI अपने इंटरनल मैच में हार गई? (BCCI lost his internal match?)

sandeep-patil-bcci लगता है कि सच बोलकर फंस गए टीम इंडिया के पूर्व चीफ सेलेक्टर संदीप पाटिल. जी हां, वैसे तो हमारे देश में सभी को अपना मत रखने की आज़ादी है, लेकिन लगता है कि बात जब बीसीसीआई की आती है, तो वहां स़िर्फ कुछ लोगों की ही चलती है. हाल ही में टीम इंडिया ने अपना 500वां टेस्ट मैच न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ जीता, लेकिन लगता है कि बीसीसीआई अपने इंटरनल मैच में हार गई. अपने एक प्लेयर की ज़ुबां पर वो संयम नहीं बरत पाई. टीम से निकलते ही उस प्लेयर ने दुनिया के सामने कुछ ऐसी बातें रख दीं, जो भारतीय क्रिकेट बोर्ड को नागवार गुज़रीं. जी हां, यहां हम बात कर रहे हैं पूर्व क्रिकेटर और हाल ही में चीफ सेलेक्टर का कार्यकाल ख़त्म करने वाले संदीप पाटिल की. कुछ दिनों से क्रिक्रेट जगत में 2 न्यूज़ ट्रेंड करती नज़र आयीं. पहला भारत का 500वां टेस्ट मैच और दूसरा संदीप पाटिल का बयान. क्या कहा था संदीप पाटिल ने? चीफ सेलेक्टर का कार्यकाल ख़त्म होते ही संदीप पाटिल ने मीडिया में एक ऐसा बयान दिया, जिससे क्रिकेट, ख़ासतौर पर भारतीय क्रिकेट में हड़कंप मच गया. संदीप ने कहा था कि 2012 में ही चयन समिति ने सचिन तेंदुलकर को बातों ही बातों में ये बता दिया था कि वो भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में बताएं... संदीप ने यह भी कहा कि अगर सचिन ख़ुद रिटायरमेंट लेने का मन नहीं बनाते, तो हम निश्चित ही उन्हें ड्रॉप करने वाले थे. संदीप पाटिल का इतना कहना था कि पूरे क्रिकेट जगत में ये बवाल मच गया कि आख़िर क्रिकेट के भगवान के बारे में इस तरह से संदीप कैसे टिप्प्णी कर सकते हैं. संदीप पाटिल की बातों को लोगों ने कुछ इस तरह से ले लिया कि जैसे उन्होंने देश विरोधी कोई बात कह दी हो. सचिन पर टिप्पणी करने के अलावा संदीप ने महेंद्र सिंह धोनी पर भी कमेंट किया. संदीप पाटिल ने इस दौरान यह भी खुलासा किया कि चयन समिति ने महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटाने पर भी चर्चा की थी. उन्होंने कहा, “बेशक हमने इस पर (धोनी को कप्तानी से हटाने पर) संक्षिप्त चर्चा की थी, लेकिन हमने सोचा कि इसके लिए समय सही नहीं है, क्योंकि 2015 वर्ल्ड कप पास में है.” उन्होंने कहा, “हमें महसूस हुआ कि नए कप्तान को कुछ समय दिया जाना चाहिए. वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए हमने धोनी को कप्तान बनाए रखा.” अब अगर ये बातें बोर्ड के अंदर हुईं, तो संदीप को ये बातें आम नहीं करनी चाहिए थीं. क्या सचिन पर टिप्प्णी करना संदीप को महंगा पड़ा? क्रिकेट जानकारों और विशेषज्ञों की मानें, तो संदीप पाटिल ने ऐसा भी कुछ ग़लत नहीं कह दिया है, जिससे इतना बवाल मचे. तो क्या फिर सचिन तेंदुलकर के बारे में टिप्पणी करके फंस गए बेचारे संदीप. कुछ लोगों को कहना है कि अगर संदीप पाटिल सचिन तेंदुलकर के बारे में न कहकर बाकी बातें लीक करते, तो शायद आज उनको बीसीसीआई का ग़ुस्सा नहीं झेलना पड़ता. Kapil-Sachin-580x395 जब सचिन पर भड़के थे कपिल देव ऐसा नहीं है कि संदीप पाटिल दुनिया के पहले शख़्स हैं, जिन्होंने सचिन समेत कई क्रिकेटरों पर टिप्पणी की है. 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान जब हर तरफ़ सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान बनाया जा रहा था, तब कपिल देव ने मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कोई भगवान नहीं है, गेम से ऊपर कोई नहीं हो सकता, सचिन तेंदुलकर को ही क्रिकेट का भगवान क्यों कहा जा रहा है.... कपिल देव के उस बयान से भी काफ़ी बवाल मचा था, लेकिन कपिल देव उस समय शायद इसलिए बच गए, क्योंकि वो किसी भी तरह से बीसीसीआई के पद पर नहीं थे. बच्चे नहीं हैं संदीप पाटिल संदीप पाटिल भले ही बहुत ज़्यादा क्रिकेट न खेले हों, लेकिन उनकी गिनती उन तमाम अच्छे लोगों में होती है, जो कुछ भी बोलने से पहले कई बार सोचते हैं या यूं कहें, आज तक किसी तरह की कंट्रोवर्सी में संदीप पाटिल नहीं फंसे, फिर इस बयान के बाद क्यों वो लपेटे में आ गए? ये कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनका जवाब हम सभी जानते हैं, लेकिन शायद देना नहीं चाहते. क्या गुनहगार हैं संदीप पाटिल? वैसे संदीप पाटिल ने ग़लती तो की है. किसी भी पद की एक गोपनीयता होती है. कार्यकाल के दौरान उस पद की गरिमा बनाए रखने की क़सम खिलाई जाती है. संदीप पाटिल जब तक अपनी पोस्ट पर थे, उस दौरान ऐसी कई बातें हुई होंगी, जो बोर्ड रूम के बाहर लीक करना किसी भी तरह से सही नहीं है. शायद यही ग़लती कर गए संदीप पाटिल. अच्छा व्यक्तित्व वही होता है, जो कार्यकाल में रहते हुए और उसे छोड़ने के बाद भी उसकी गोपनीयता को आम नहीं करता. ऐसे में संदीप पाटिल बीसीसीआई के गुनहगार तो हैं. आख़िर इतना हो हल्ला क्यों? यह लेख लिखने के पहले हमने कई प्रोफेशनल पर्सनैलिटीज़ और आम लोगों से ये जानना चाहा कि क्या संदीप पाटिल की बातें कुछ ऐसी हैं, जिसे लोग नहीं जानते थे? आपको ये जानकर हैरानी होगी कि लोगों ने क्या जवाव दिया. आम लोगों ने भी यह बात ज़ाहिर की कि ये बातें उसी व़क्त उन्हें पता थीं. जब आग लगती है, तो धुआं निकलता ही है. इतना ही नहीं मीडिया में भी इस तरह की ख़बरें तब आने लगी थीं. धोनी और सचिन की स्थिति आम हो चुकी थी. भले ही आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टी नहीं हुई थी, लेकिन लोगों को इसका अनुमान तभी लग गया था. 229479 n क्या बढ़ सकती हैं संदीप की मुश्किलें? बीसीसीआई प्रमुख अनुराग ठाकुर ने चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष संदीप पाटिल की खिंचाई करते हुए कहा कि इस महीने के शुरू में अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और अन्य को लेकर कुछ गोपनीय तथ्यों का खुलासा करना अनैतिक था. ठाकुर ने सीधे शब्दों में नहीं बताया कि पाटिल के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई की जाएगी, लेकिन उन्होंने कहा कि बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति उनसे जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे, जिसके कारण बड़ा विवाद पैदा हो गया था. एक बयान और हमेशा के लिए बेरोज़गार हो सकते हैं संदीप संदीप पाटिल अभी नए-नए तो बीसीसीआई से जुड़े थे. लोगों का कहना था कि पहली बार बीसीसीआई कुछ सही और उचित लोगों को बोर्ड में ले रही है, लेकिन अपने हालिया बयान की वजह से संदीप पाटिल की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं. बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के रवैये से ये तो साफ़ हो गया है कि अब भविष्य में बोर्ड संदीप पर विश्‍वास नहीं करेगा. उन्हें किसी भी तरह के पद का कार्यभार नहीं सौंपेगा. तो क्या फिर से विदेश का रुख़ करेंगे संदीप? हम आपको बता दें कि संदीप पाटिल का नाम ऐसे कोच के रूप में है, जिन्होंने 2003 के वर्ल्ड कप में कीनिया जैसी टीम को सेमिफाइनल में पहुंचाया था. तो क्या एक बार फिर से संदीप को विदेशी सरज़मीं का रुख़ करना पड़ेगा. लाज़मी है कि स़िर्फ क्रिकेट बोर्ड ही नहीं, बल्कि प्लेयर भी संदीप की इस टिप्पणी से खासे नाराज़ हैं. ऐसे में लाज़मी है कि आनेवाले समय में संदीप को किसी बोर्ड की कार्यप्रणाली से दूर ही रखा जाएगा. संदीप के नाम के आगे बड़ा-सा प्रश्‍नचिह्न तो लग ही चुका है. ऐसा माना जा रहा है कि संदीप भारतीय क्रिकेट बोर्ड में अपनी विश्‍वसनीयता खो चुके हैं. भले ही संदीप पाटिल के विरोध में खुलकर कोई नहीं बोल रहा, लेकिन इतना तो तय है कि उनके पक्ष में कोई भी पर्सनैलिटी खुलकर समाने नहीं आना चाहेगी. बीसीसीआई ने तो कोच के लिए संदीप पाटिल के पास आवेदन न भेजकर ये जता दिया है कि आगे का रास्ता संदीप पाटिल के लिए आसान नहीं होगा. अब देखना यह होगा कि पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल किस तरह से आनेवाली परिस्थितियों का मुक़ाबला करेंगे?

- श्वेता सिंह

Share this article

https://www.perkemi.org/ Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Situs Slot Resmi https://htp.ac.id/ Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor https://pertanian.hsu.go.id/vendor/ https://onlineradio.jatengprov.go.id/media/ slot 777 Gacor https://www.opdagverden.dk/ https://perpustakaan.unhasa.ac.id/info/ https://perpustakaan.unhasa.ac.id/vendor/ https://www.unhasa.ac.id/demoslt/ https://mariposa.tw/ https://archvizone.com/