- फिल्म निर्माता-निर्देशक उमेश मेहरा की फिल्म हमारे तुम्हारे से 1979 में एक सहायक अभिनेता के किरदार से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले बॉलीवुड के अभिनेता अनिल कपूर पिछले चार दशकों से फिल्मी पर्दे पर अपने अभिनय का डंका बजा रहे है.
- सोनम, हर्षवर्धन और रिया के 'झक्कास' पिता पर तो उम्र का कोई असर ही नहीं दिखता.
- 24 दिसंबर 1959 को चेंबूर में जन्मे अनिल ने अपने करियर में एक के बाद एक कई सुपरहिट फिल्में दी हैं.
- निर्माता सुरेंद्र कपूर के बेटे अनिल कपूर अपने करियर के शुरुआती दौर में ही मॉडल सुनीता के साथ शादी के बंधन में बंध गए थे.
- 100 से ज़्यादा फिल्में करने वाले अनिल कपूर का शुरुआती सफ़र इतना आसान नहीं था. साल 1980 की हम पांच और 1982 की शक्ति में कुछ छोटी भूमिकाओं के बाद उन्हें 1983 में आई फिल्म वो सात दिन में पहली बार मुख्य किरदार निभाने का मौका मिला, जिसने अनिल को बतौर अभिनेता के रूप में पहचान दिलाई.
- बहुत कम लोग जानते हैं कि अनिल ने साउथ की फिल्मों में भी हाथ आज़माया है. वह तेलुगू फिल्म वम्सावृक्षं और कन्नड़ फिल्म पल्लवी अनुपल्लवी में काम कर चुके हैं.
- अनिल कपूर को फिल्म पुकार के लिए 2001 में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है.
- साल 1984 में यश चोपड़ा की मशाल में अनिल ने वहीदा रहमान, रति अग्निहोत्री और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज कलाकारों के बीच अपने अभिनय का हुनर दिखाया, तो वहीं 1985 की फिल्म मेरी जंग में न्याय के लिए लड़ने वाले एक नाराज युवा वकील के किरदार में अनिल ने जान फूंककर उसे हमेशा के लिए यादगार बना दिया. इस फिल्म ने अनिल को एक परिपक्व अभिनेता के रूप में स्थापित कराया. इसके बाद कर्मा, मिस्टर इंडिया, तेजाब, राम लखन जैसी फिल्मों ने अनिल को अभिनय की बुलंदियों पर पहुंचा दिया.
- अनिल बॉलीवुड के साथ ही हॉलीवुड में भी अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं.
- अनिल हॉलीवुड की टेलीविजन सीरिज़ '24' के भारतीय रूपांतरण को भी छोटे पर्दे पर ला चुके हैं.
- उन्होंने अभिनय के साथ ही गायिकी में भी अपना हाथ आज़माया है. वह अपनी फिल्म वो सात दिन के गीत तेरे बिना मैं नहीं... और फिल्म चमेली की शादी में अपनी आवाज का जादू चला चुके हैं.
- अनिल कपूर का अंदाज, पहनावा और डायलॉग बोलने का तरीका उनके दौर के युवाओं में काफी प्रचलित रहा है.
Link Copied