एक समय की बात है बादशाह अकबर के दरबार में एक ज्ञानी पंडित आए, वो बादशाह अकबर से वह अपने…
“कितने माह बीत गए मृदुल को मेरे जीवन से गए. किंतु मैं तो आज भी उसी मोड़ पर खड़ी हूं,…
सबसे बड़ा सवाल तो यहां यह है कि महिलाएं पर्स में रखती क्या हैं? कोई डिटेक्टिव एक्टिव होकर इस बारे…
उसने जैसे ही हिलना-डुलना शुरू किया कि उसका शरीर वार्ड बाॅय से जा टकराया. पहले तो उसने पैकेट को सीधा…
पहरे पर खड़े बलराम ने कुछ समय पश्चात एक भयानक राक्षस की आकृति पास आती देखी. राक्षस ज़ोर से दहाड़ा,…
एक दिन मैं अपनी ही धड़कनों से नाराज़ हो गया इतनी सी शिकायत लेकर कि जब तुम उसके सीने में…
गांव के कुत्ते और शहर के डॉगी में वही फ़र्क होता है, जो खिचड़ी और पिज़्ज़ा में होता है. कुत्ता…
"आज तक आप यही कहते आए थे कि आपको अपनी कविताओं की किताब छपवाने का कोई शौक नहीं है. फिर…
सुबहों को व्यस्त ही रखा, दुपहरियां थकी-थकी सी रही कुछ जो न कह सकी, इन उदास शामों से क्या कहूं..…
जब भी उसकी अपने बच्चे से मिलने की तड़प बढ़ जाती, वह मीना के पास जाकर गिड़गिड़ाता. मगर वह उसे…