'साथ निभाना साथिया' (Sath Nibhana Sathiya) में गोपी बहू (Gopi Bahu) का किरदार निभाकर घर-घर में अपनी पहचान बनाने वाले देवोलीना भट्टाचार्जी (Devoleena Bhattacharjee) को इन दिनों जमकर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है. देवोलीना ने जब से अपने जिम ट्रेनर शाहनवाज शेख (Shahnawaz Sheikh) के संग शादी रचाई है, तभी से आए दिन उन्हें मुस्लिम के साथ शादी करने को लेकर ट्रोल किया जाता है. एक बार फिर ऐसा ही कुछ देखने को मिला. उनकी शादी को सोशल मीडिया पर किसी ने लव जिहाद (Love Jihad) कहा, तो देवोलीना भड़क (Devoleena slams trolls गईं और उन्होंने उनकी क्लास लगा दी.
दरअसल, पिछले कई दिनों से अदा शर्मा की फिल्म 'द केरल स्टोरी' (The Kerala Story) काफी चर्चा में है. फिल्म के कंटेंट को लेकर घमासान मचा हुआ है. देवोलीना शुरुआत से ही इस फिल्म का स्पोर्ट कर रही हैं. पिछ्ले दिनों उन्होंने ट्विटर पर बताया भी था कि वे यह फिल्म देखने के लिए अपने पति शाहनवाज शेख के साथ गई थीं और मुस्लिम होने के बावजूद उनके पति को ये फिल्म अच्छी लगी. अब इसी फिल्म को लेकर उन्हें फिर से ट्रोल किया जा रहा है.
देवोलीना और उनके पति को ट्रोल करने का सिलसिला तब शुरू हुआ जब साध्वी प्राची ने ने हरिद्वार में हुई द केरला स्टोरी की स्क्रीनिंग की तस्वीर शेयर की और ट्वीट कर लिखा, 'हरिद्वार की बेटियों को 'द केरला स्टोरी' फ्री में दिखाई गई है.' इसी ट्वीट के कॉमेंट सेक्शन में किसी ने देवोलीना और उनके पति के नाम को मेंशन कर उनकी शादी को लव जिहाद बताते हुए लिखा कि देवोलीना को बुलाया था क्या? शायद आपको पता न हो इनके पति का नाम शाहनवाज शेख है. अब देवोलीना ने ट्रोल करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
देवोलीना ने ट्रोलर को जवाब देते हुए लिखा, "अरे खान साब मुझे बुलाने की जरूरत ही नहीं पड़ी. मैं और मेरे हसबैंड पहले ही देखकर आ गए 'द केरला स्टोरी' और हम दोनों को बहुत अच्छी लगी मूवी. ट्रू हिंदू मुस्लिम नाम सुना है क्या? मेरे पति उनमें से ही हैं, जो गलत को गलत कहने की ताकत और हिम्मत दोनों रखते हैं."
बता दें द केरल स्टोरी को लेकर देवोलीना को इससे पहले भी ट्रोल किया गया था. तब भी एक्ट्रेस ने ट्रोलर को मुंहतोड़ जवाब दिया था और बताया था कि वो अपने मुस्लिम पति के साथ फिल्म देखने गई थीं और उनके पति को इस फिल्म में न तो कुछ गलत लगा और न ही फिल्म मुस्लिम विरोधी लगी. देवोलीना ने कहा कि 'द केरला स्टोरी' आतंकवाद के खिलाफ है और फिल्म समाज के असामाजिक तत्वों के बारे में लोगों की आंखें खोल दी हैं. कुछ लोग हैं, जो अपने बुरे इरादों को पूरा करने के लिए धर्म को एक इस्तेमाल करते हैं."