कुछ समय पहले अपने बेटे के कैंसर से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए इमरान ने एक इंटरव्यू में कहा था, “पैरेंट्स होने के नाते, वो एक चीज़ जिससे हम चूक गए वो ये था की ट्यूमर लेफ्ट साइड में बढ़ रहा था. जिसपर कभी हमारा ध्यान नहीं गया, हमें उस वक़्त लगा कि इसका वज़न बढ़ रहा है, इसलिए उसका सिर ऐसा हो रहा है. वो उस समय 3 साल 10 महीने का था. बाद में कैंसर का पता चलने के बाद हम सोचने लगे की हमसे कहा ग़लती हो गयी एक पैरेंट्स होने के नाते. इसी वजह से हमें बहुत शर्मिंदगी भी महसूस हो रही थी."
आपको याद दिला दें कि कुछ समय पहले इमरान हाशमी ने ऑटोबायोग्राफिकल बुक भी रिलीज़ की थी जिसका नाम था,‘द किस ऑफ़ लव: हाउ अ सुपरहीरो एंड माय सन डेफेटीड़ कैंसर’. इमरान ने इस बुक के द्वारा लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता बढाने की कोशिश की और उनकी अपनी कहानी भी लिखी. उनके बेटे के जन्म से लेकर कैंसर तक और उसके ट्रीटमेंट तक की पूरी पारिवारिक कहानी इस किताब में लिखी. अपने बेटे आयान हाशमी और उनके कैंसर के बारें में बात करते हुए इमरान ने कहा था, “किसी भी हाल में, किसी भी तरीक़े से हमारे दिल या दिमाग में कैंसर होने का कोई ख्याल नहीं आया, क्योंकि हमें कैंसर कोई साइन ही नहीं मिल रहा था." ये भी पढ़ेंः शादी के बाद अब रणवीर पर लगीं ये पाबंदियां (Ranveer Life After Marriage)