संतुलित जीवन के लिए ज़रूरी है कि एक नौकरी हाथ में रहे, जिससे रोज़मर्रा का ख़र्च चलता रहे, लेकिन उस हुनर का क्या, जो आपके अंदर हिलोरे मार रहा है. क्या उसे यूं ही दबा देना अच्छा होगा? नहीं, अब नौकरी के साथ अपनी एक्स्ट्रा स्किल को दें आकार और कमाएं और ज़्यादा.लॉजिस्टिक एंड सप्लाई मैनेजमेंट
ग्लोबलाइज़ेशन के इस युग में लॉजिस्टिक एंड सप्लाई मैनेजमेंट बेहतरीन विकल्प के रूप में निकलकर आया है. घर बैठे आप इसमें अपना करियर बना सकते हैं. कस्टमर तक सही समय पर वस्तुओं को पहुंचाना, एक कंपनी से दूसरी कंपनी में सामान को पहुंचाना, ए0क जगह से दूसरी जगह मटेरियल्स पहुंचाना जैसे काम इस विधा के अंतर्गत आते हैं. संक्षिप्त में कहें तो सप्लाई चेन को मैनेज करना ही लॉजिस्टिक कहलाता है.
सैलरी:
शुरुआत में 15000 से 20000 तक सैलरी मिलती है. अनुभव होने के बाद 35000 से 70000 और फिर इसी तरह से बढ़ती जाती है.
क्वालिफिकेशन:
50 प्रतिशत मार्क्स के साथ ग्रैज्युएट व्यक्ति इस कोर्स में आगे की पढ़ाई कर सकता है.
कोर्स:
डिप्लोमा, सर्टिफिकेट, पोस्ट ग्रैज्युएट डिप्लोमा और पोस्ट ग्रैज्युएट डिग्री कोर्स कर सकते हैं.
जॉब अपॉर्चुनिटी:
बड़ी-बड़ी कंपनियों में आप जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके साथ ही फ्रीलांस काम भी कर सकते हैं. इसकी शुरुआत आप अपने घर से भी कर सकते हैं.
एक्स्ट्रा स्किल
अगर आपके अंदर हुनर है, तो आप किसी कंपनी से जुड़ने के अलावा अपनी कंपनी भी बना कर सकते हैं.
हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन
मेडिकल या नॉन मेडिकल क्षेत्र से होते हुए भी आप इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं. हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को हॉस्पिटल मैनेजमेंट भी कहा जाता है. अस्पताल को बेहतर तरी़के से चलाने के लिए हॉस्पिटल मैनेजर की ज़रूरत होती है. स्वास्थ्य संबंधी वस्तुओं का ध्यान रखने के साथ ही अस्पताल से संबंधित सभी व्यवस्थाओं पर हॉस्पिटल मैनेजर की नज़र होती है.
सैलरी:
शुरुआत में जूनियर हॉस्पिटल मैनेजर की सैलरी 8000-12000 प्रति माह तक होती है. अनुभव के साथ ये 40000 प्रति माह और इसी तरह बढ़ती रहती है.
क्वालिफिकेशन:
बैचलर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन होना बहुत ज़रूरी है. इसके बाद ग्रैज्युएशन के बाद आप पोस्ट ग्रैज्युएट डिप्लोमा इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, मास्टर ऑफ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन आदि कर सकते हैं.
कोर्स: डिग्री कोर्स के अलावा डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करके भी इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं.
जॉब अपॉर्चुनिटी:अस्पताल, नर्सिंग सेंटर, मानसिक स्वास्थ्य संगठन आदि जगह जॉब के सुनहरे विकल्प हैं. एक्स्ट्रा स्किल
आठ घंटे की नौकरी करने के साथ ही आप शॉर्ट टर्म कोर्स करके एक्स्ट्रा कमाई कर सकते हो.
कॉर्पोरेट लॉ
कॉर्पोरेट लॉ कंपनी के गठन से लेकर रेग्युलेशन तक सभी मामलों को नियंत्रित करता है. कॉर्पोरेट लॉयर कंपनी के क़ानून के दायरे में आने वाले कामों की समीक्षा और छानबीन करते हैं. इन दिनों कॉर्पोरेट लॉयर यानी कॉर्पोरेट क़ानूनी विशेषज्ञों की मांग दिनोंदिन बढ़ रही है.
सैलरी:
नई-नई नौकरी में 15000-25000 तक प्रति माह मिलता है. अनुभव होने के साथ ही सैलरी बढ़ती जाती है.
क्वालिफिकेशन:
45 प्रतिशत मार्क्स के साथ बारहवीं पास होना बहुत ज़रूरी है. उसके बाद ही आगे की पढ़ाई कर सकते हैं.
कोर्स:
एल.एल.बी, एल.एल.एम डिग्री कोर्स करके आप इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं.
जॉब अपॉर्चुनिटी:
बड़े-बड़े बिज़नेस फर्म क़ानूनी सलाह के लिए वकीलों की पूरी टीम रखते हैं. इन बड़ी कंपनियों में आप अपना हुनर दिखा सकते हैं.
एक्स्ट्रा स्किल
नौकरी करने के अलावा आप किसी कॉलेज/इंस्टीट्यूट में गेस्ट लेक्चरर बन सकते हैं. इससे आपकी टीचिंग हॉबी भी पूरी हो जाएगी और साथ में एक्स्ट्रा इनकम भी.