Close

स्वाद व गुणों से भरपूर अदरक (Ginger- A Versatile Natural Home Remedy)

Benefits Of Ginger अदरक (Benefits Of Ginger) से सभी लोग परिचित हैं. भोजन के पूर्व अदरक को कतरकर नमक मिलाकर खाने से भूख खुलती है. रुचि उत्पन्न होती है. आहार का पाचन होता है. इसके सेवन से कफ़ और वायु की बीमारी नहीं होती. अदरक का मुरब्बा, पाक, चटनी, अचार आदि भी बनाया जाता है. गांवों में इसका उपयोग घरेलू औषधि के रूप में भी किया जाता है. * भूख ठीक तरह से न लगती हो, पेट में वायु भर जाती हो, कब्ज़ हो, तो अदरक को बारीक़ काटकर नमक छिड़ककर आधा टीस्पून खाने से कब्ज़ की शिकायत दूर हो जाएगी. * अदरक का रस, नींबू का रस और शहद समान मात्रा में लेकर उसमें पीपरि डालकर दिन में दो-तीन बार पीने से खांसी दूर होती है. अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी लाभ होता है. * अदरक का रस, नींबू का रस और सेंधा नमक एक साथ मिलाकर भोजन के प्रारंभ में लेने से मंदाग्नि दूर होती है और भूख खुलकर लगती है. इस नुस्ख़े से कफ़ व वायु विकार भी दूर होते हैं. * अदरक का रस और शहद मिलाकर सेवन करने से बैठी हुई आवाज़ खुलती है और सुरीली बनती है. * अदरक और प्याज़ का रस मिलाकर पीने से उल्टी बंद होती है. यह भी पढ़े: अमरूद के 9 अमेज़िंग फ़ायदे * 4 ग्राम सोंठ का चूर्ण पानी के साथ सेवन करने से मसूड़ों की सूजन तथा दांतों का दर्द दूर होता है. * लकवा होने पर अदरक को पीसकर शहद के साथ लेने से फ़ायदा होता है. * पतले दस्त होने पर अदरक कूटकर पानी में उबालें. फिर मरीज़ को वह पानी दिन में तीन बार पिलाएं. तुरंत लाभ होगा. * 100 ग्राम गुड़ में 50 ग्राम सोंठ मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें. 4-4 गोलियां दिनभर में चार बार लेने से मोटापा कम होता है. * अदरक और पुदीने का काढ़ा बनाकर पीने से बुख़ार उतर जाता है. यह शीत ज्वर में भी हितकारी है. * गठिया रोग में अदरक के बारीक़ टुकड़े करके गाय के घी में भूनकर खाने से लाभ होता है. अदरक को तिल के तेल में गर्म करके उस तेल से जोड़ों पर मालिश करने से भी फ़ायदा होता है. यह भी पढ़े: जलने पर इन 21 घरेलू उपायों को आज़माएं * फ्लू या इन्फ्लूएंजा होने पर अदरक, तुलसी के पत्ते, कालीमिर्च व लौंग इन सभी की चाय बनाकर दिन में 3-4 बार मरीज़ को पिलाएं. फ्लू से जल्दी राहत मिलेगी. * कब्ज़ की शिकायत होने पर अदरक, अजवायन और गुड़ समान मात्रा में लेकर कूट लें. फिर थोड़े से घी में भूनकर पानी डालकर पका लें. इसको नियमित रूप से खाने से कब्ज़ दूर होती है. * 10 ग्राम अदरक को छीलकर छोटे टुकड़े करके तवे पर थोड़े से पानी के साथ भून लें. जब पानी पूरा जल जाए, तब इसमें एक चम्मच देसी घी डालकर अच्छे से सेंक लें. इसे भोजन करने से पहले खाएं. इससे निकली हुई टमी फ्लैट हो जाती है यानी बढ़ी हुई तोंद सामान्य आकार में लाने में मदद मिलती है. * आधा कप गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस और 1/4 टीस्पून काला नमक मिलाकर सुबह-शाम कुछ दिनों तक लेने से खट्टी या कड़वी डकार आनी बंद हो जाती है. खट्टी डकार एसिडिटी के कारण आती है. यह भी पढ़े: हाई ब्लड प्रेशर के लिए नेचुरल आयुर्वेदिक घरेलू नुस्ख़े * जिन अविवाहित लड़कियों को माहवारी तकलीफ़ के साथ होती है, उन्हें सोंठ व पुराने गुड़ का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए. * दिल कमज़ोर हो, तो दो कप पानी में आधा चम्मच सोंठ व चुटकीभर नमक मिलाकर अच्छी तरह से उबालें. जब पानी एक कप रह जाए, तब इसे छानकर पी लें. इस तरह सोंठ का पानी सुबह-शाम पीएं, लाभ होगा. * यदि बार-बार यूरिन होने की समस्या हो, तो एक चम्मच अदरक के रस में 3 चम्मच पिसी हुई मिश्री या शक्कर आधा कप पानी में मिलाकर हर रोज़ दो बार पीएं. सुपर टिप अदरक और पुदीने का रस 1-1 टीस्पून व चुटकीभर सेंधा नमक मिलाकर पीने से पेटदर्द से तुरंत राहत मिलती है.

- रेषा गुप्ता

दादी मां के अन्य घरेलू नुस्ख़े/होम रेमेडीज़ जानने के लिए यहां क्लिक करें-  Dadi Ma Ka Khazana

 

Share this article