आज देशभर में हनुमान जयंती मनाई जा रही है. सभी हनुमान भक्त उनकी पूजा- आराधना कर रहे हैं. संकटमोचन, रामभक्त, बजरंगबली, पवनपुत्र, केसरीनंदन, आंजनेय जैसे कई नामों से प्रसिद्ध हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को हुआ था इसीलिए हर साल चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि जो भी व्यक्ति सच्ची श्रद्धा से हनुमान जी की पूजा-अर्चना करता है, हनुमान जी उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं. हनुमान जयंती के पावन अवसर पर आप भी जानें हनुमान जी से जुड़े 10 रोचक तथ्य.
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर जानें हनुमान चालीसा का पाठ करने और हनुमान जी की आराधना के ये लाभ
1) हनुमान जी का जन्म चैत्र मास की पूर्णिमा को हुआ था इसीलिए हर साल चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जयंती मनाई जाती है.
2) तुलसीदास जी ने रामचरितमानस के साथ हनुमान चालीसा की भी रचना की थी. हनुमान चालीसा में हनुमान जी के बाल्यकाल की घटनाओं के साथ प्रभु श्रीराम की सहायता, सीता माता की खोज, लंका दहन जैसी कई पराक्रमी घटनाओं का वर्णन है.
3) पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवताओं ने जिन मंत्रों से हनुमान जी को शक्तियां प्रदान की थीं और उनके गुणों का गान किया था, उनके सार को ही तुलसीदास जी ने चौपाई और दोहों का रूप दिया और हनुमान चालीसा की रचना की.
4) हनुमान चालीसा में कोई मंत्र नहीं है, लेकिन हनुमान चालीसा की चौपाइयों में मनुष्य की कई समस्याओं का समाधान छिपा हुआ है.
5) जो लोग नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, उन्हें इसके चमत्कारी लाभ मिलते हैं और उनकी हर मनोकामना पूरी होती है.
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6) हनुमान जी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि वो भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार हैं.
7) ऐसी मान्यता है कि बाल्यकाल में हनुमान जी सूर्यदेव को एक लाल फल समझ कर निगल गए थे.
8) इस दुनिया में हनुमान जी जैसा अवतारी और कोई नहीं है.
9) हनुमान जी प्रभु राम के ऐसे भक्त हैं कि प्रभु राम का नाम जपने वाले लोग हनुमान जी का नाम लिए बिना अपनी पूजा-आराधना अधूरी समझते हैं.
10) हनुमान जी ने रावण जैसे पराक्रमी को सच्ची भक्ति का पाठ पढ़ाया. हनुमान जी समुद्र लांघकर लंका पहुंचे, वहां कई राक्षसों को मारा, रावण की लंका जलाई और इस तरह उन्होंने शक्तिशाली रावण को अपनी शक्ति का परिचय दिया.
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर आप भी हनुमान जी की पूजा-आराधना अवश्य करें.
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