- जब आशा ताई महज 9 साल की थीं तब उनके पिता का देहांत हो गया था जिसकी वजह से अपनी बहन लता मंगेशकर के साथ मिलकर उन्होंने परिवार के सपोर्ट के लिए सिंगिंग और एक्टिंग शुरू कर दी थी.
- आशा भोसले ने लता मंगेशनकर के पर्सनल सेकेट्ररी से पहली शादी की थी. जब बहुत फेमस हो गई थीं, तो उन्होंने अपना पर्सनल सेक्रेटरी गणपतराव भोसले को रखा था जो उनका सारा काम देखता था, गणपतराव से आशा भोसले को प्यार हो गया लेकिन इस शादी के लिए घरवाले तैयार नहीं थे. इसलिए दोनों ने घर से भागकर शादी का फैसला लिया. उस वक्त आशा भोसले की उम्र 16 साल थी, जबकि गणपतराव की 31 साल.
- यह शादी ज्यादा दिनों तक चली नहीं. एक इंटरव्यू में आशा भोसले ने बताया था कि गणपतराव का परिवार ने उन्हें स्वीकार नहीं किया. उनके साथ मारपीट की कोशिश होती थी. आखिकार गणपतराव ने एक दिन आशा भोसले को घर से निकाल दिया. उस वक्त वो प्रेग्नेंट थीं. ससुराल से निकाले जाने के बाद वो अपने दो बच्चों हेमंत और वर्षा के साथ वापस अपने मायके आ गईं.
- संगीतकार ओपी नय्यर में सबसे पहले आशा भोसले की कला को पहचाना और उन्हें 1953 में फिल्म सीआईडी में गाने का अवसर दिया. लेकिन 1956 में नया दौर फिल्म के साथ आशा को पहचान मिली.
- आशा जी ने ओ पी नय्यर, खय्याम, रवि, सचिन देव बर्मन, राहुल देव बर्मन, इल्लिया राजा, ए. आर रहमान, जयदेव, शंकर जयकिशन, अनु मलिक, मदन मोहन जैसे मशहूर संगीतकारों के लिए भी अपनी आवाज दी है.
- आशा भोसले लगातार पंचम के लिए गाने गा रही थीं. दोनों के गाने सुनकर ऐसा लगता था कि पंचम का संगीत और आशा की सुरीली आवाज एक दूसरे के लिए ही बने हैं. पंचम ने आशा भोसले से साल 1980 में शादी की. पंचम और आशा की ये म्यूजिकल लव स्टोरी का सफर ज्यादा दिन तक नहीं चल सका और शादी के 14 साल बाद ही पंचम दा, आशा भोंसले को अकेले छोड़कर 54 साल की उम्र में इस दुनिया से चले गए.
- आशा भोंसले को 7 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड , 2 बार नेशनल अवॉर्ड, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है.
- आशा भोसले पहली ऐसी भारतीय सिंगर हैं जिन्हें ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था. साल 1997 में आशा को पहली बार नॉमिनेट किया गया. साल 2005 में एक बार फिर आशा ताई को ग्रैमी में नॉमिनेशन मिला.
- आशा भोसले सिर्फ अच्छा गाती ही नहीं हैं, बल्कि एक अच्छी कुक भी हैं.
- सुनने में आता है कि आशा भोसले और लता मंगेशकर के बीच बहुत अच्छे संबंध नहीं थे. आशा ने अपने बल पर करियर बनाया. एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने स्वीकार भी किया था कि एक बड़ी बहन होने के नाते उन्हें आशा को जितना सपोर्ट करना चाहिए था, उन्होंने उतना नहीं किया.
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