* 14 दिसंबर 1936 को कोलकाता में जन्में विश्वजीत देब चटर्जी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत बांग्ला फिल्मों से की.
* माया मृग और दुई भाई जैसी सफल बंगाली फिल्मों में अभिनय के बाद विश्वजीत ने हिंदी फिल्मों का रुख़ किया.
* 1962 में आई फिल्म बीस साल बाद उनकी पहली हिंदी फिल्म थी. पहली फिल्म से ही विश्वजीत का जादू दर्शकों पर चल गया. फिल्म हिट रही और देखते ही देखते विश्वजीत स्टार बन गए. उनके चाहने वालों ने उन्हें किंग ऑफ रोमांस की उपाधि दे दी.
* विश्वजीत की कामयाबी में बहुत बड़ा योगदान उन पर फिल्माए गीतों का रहा. उनके कुछ सदाबहार गीतों में शामिल हैं- कहीं दीप जले कहीं दिल, नाज़ुक न बनो, पुकारता चला हूं मैं, कजरा मोहब्बत वाला आदि .
* विश्वजीत ने अपने समय की सभी हिट अभिनेत्रियों के साथ परदे पर रोमांस किया.
* आशा पारेख, मुमताज, माला सिन्हा और राजश्री के साथ उनकी रोमांटिक जोड़ी को दर्शकों ने बहुत पसंद किया.
* विश्वजीत भले ही हिंदी सिनेमा में सफलता के शिखर तक नहीं पहुंच पाए हों, मगर अपने आकर्षक व्यक्तित्व के कारण वो हमेशा दर्शकों के चहेते बने रहे.
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