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तुलसी के फ़ायदे और नुकसान (Health Benefits And Side Effects Of Basil Leaves)

भारतीय परंपरा में तुलसी के पौधे (Tulsi Plant) का अपना अलग महत्व है. हम तुलसी की पूजा करते हैं. ज़्यादातर घरों में तुलसी का पौधा ज़रूर रखा जाता है. इसमें बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं. आइए, तुलसी के पौधे के महत्व, उससे होनेवाले स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits) और नुक़सान के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं.  Basil Leaves तुलसी के पौधे से होने वाले फ़ायदे वास्तुशास्त्र के मुताबिक़, अगर किसी का व्यापार ठीक नहीं चल रहा है तो घर में तुलसी के पौधे को दक्षिण-पश्‍चिम में रखना चाहिए और हर शुक्रवार को तुलसी के पौधे में सुबह कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से व्यापार में लाभ मिल सकता है. घर में तुलसी के पौधे को रखने के जहां कई धार्मिक कारण होते हैं, वहीं वैज्ञानिक दृष्टि से भी इसका काफ़ी महत्व माना जाता है. माना जाता है कि तुलसी के पत्ते खाने से शरीर का खून साफ़ होने के साथ-साथ त्वचा भी स्वस्थ रहती है. कहा जाता है कि घर में जिस जगह तुलसी का पौधा होता है, वहां मच्छर और छोटे कीड़े नहीं आते हैं. तुलसी से होनेवाले स्वास्थ्य लाभ धार्मिक दृष्टि से तुलसी का विशेष महत्व तो है ही, साथ ही चिकित्सा की दृष्टि से भी इसका विशेष महत्व है. शरीर को स्वस्थ रखने तथा रोगों से निजात दिलाने में तुलसी बहुत सहायक है. बुखार मलेरिया, मियादी बुखार और सर्दी से होेने वाले बुखार तथा पसली के दर्द में तुलसी के 10 पत्तों का रस शहद में मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करें. सर्दी-खांसी सर्दी की शिकायत होने पर तुलसी के पत्तों का रस, अदरक का रस और पान का रस समान मात्रा में लेकर उसमें काली मिर्च का चूर्ण व शहद मिलाकर दिन में तीन बार सेवन करना चाहिए. अगर बहुत ज़्यादा खांसी हो, तो इसी नुस्खे को काला नमक मिलाकर सेवन किया जा सकता है. पेट के कीड़े उम्र के अनुसार तुलसी के 5 से 10 पत्ते गुड़ मिलाकर खाने चाहिए. इससे पेट के कीड़े मर जाते हैं या फिर मलमार्ग से निकल जाते हैं. ये भी पढ़ेंः तुलसी के 15 हेल्थ बेनिफिट्स (15 Reasons Tulsi Is Good For Health) दाद दाद होने पर तुलसी का रस निकाल कर दिन में दो-तीन बार लगाएं, इससे दाद पूरी तरह ठीक हो जाता है. पेटदर्द पेटदर्द होने पर सेंधा नमक डालकर तुलसी के पत्तों का बनाया हुआ काढ़ा पीने से तुरंत लाभ पहुंचता है. काढ़े में 10-15 पत्ते भी डालने चाहिए. यह काढ़ा अस्थमा की बीमारी में भी लाभकारी है. सांप के काटने पर यदि सांप ने काट लिया हो, तो तुलसी की जड़ को काटे हुए भाग पर पीसकर लगाना चाहिए और तुलसी के पत्ते अधिक से अधिक खिलाना चाहिए. उल्टी यदि किसी को उल्टी हो रही हो, तो तुलसी के रस को पुदीना एवं सौंफ के अर्क में मिलाकर पिलाने से उल्टी तुरंत बंद हो जाती है. तुलसी के नुक़सान भी वैसे तो तुलसी सेहत की दृष्टि से अच्छी होती है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं. 1. तुलसी में ख़ून को पतला करने की क्षमता है. हालांकि यह हानिकारक नहीं है. पर यदि आप ख़ून पतला करने के लिए दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही तुलसी खाएं . 2. तुलसी का सेवन करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर विपरीत प्रभाव पड़ता है. इससे शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में कमी आती है. 3. तुलसी में इस्ट्रागोल नामक तत्व पाया जाता है, जिसके कारण यूट्रस में संकुचन हो सकता है. इसलिए गर्भावस्था के दौरान तुलसी का सेवन करने से परहेज़ करना चाहिए. 4. बहुत से अध्ययनों से सिद्ध हुआ है कि तुलसी ब्लड शुगर लेवल को कम कर सकती है इसलिए यदि आप ब्लड शुगर घटाने के लिए दवा ले रहे हैं तो तुलसी इसके प्रभाव को बढ़ा सकती है और ब्लड शुगर काफ़ी कम कर सकती है. अगर आप डायबिटीज़ की दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही तुलसी का सेवन करें. 5. तुलसी में आयरन पाया जाता है. इसलिए इसे चबाकर खाने से आपके दांतों पर दाग़ पड़ सकता है. अतः चबाने की बजाय तुलसी के पत्तों को घोंट लें. ये भी पढ़ेंः हेल्दी व ग्लोइंग स्किन के लिए योग (Yoga For Healthy And Glowing Skin)

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