कंगना रनौत रील लाइफ़ में तो क्वीन हैं ही पर अब वो रियल लाइफ़ में पंगे लेने से बाज़ नहीं आतीं. अपनी बेबाक़ी के लिए वो काफ़ी मशहूर हो चुकी हैं और इसी के चलते वो कई नेता और अभिनेताओं के निशाने पर रहने लगी हैं. कंट्रोवर्सी क्वीन भी बन चुकी हैं वो. लेकिन अपनी बेबाक़ राय और बिंदास अंदाज़ की उन्हें काफ़ी बड़ी क़ीमत भी अदा करनी पड़ती है. कभी उनको लीगल तरीक़े से तो कभी उनके घर-दफ़्तर पर हमला करके उन्हें परेशान करने की कोशिश होती रहती है.
इन दिनों कंगना लगातार किसान आंदोलन पर ट्वीट्स किए जा रही हैं जिससे ना सिर्फ़ सेलेब्स बल्कि कांग्रेस के नेता भी उन पर वार करने से पीछे नहीं हट रहे. ये मामला है मध्यप्रदेश सरकार में कमलनाथ के कार्यकाल में मंत्री रह चुके सुखदेव पांसे का, जो पिछले दिनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में ज्ञापन देने पहुंचे थे. ये लाठीचार्ज इसलिए किया गया था कि बेतूल ज़िले के सारणी में कंगना की फिल्म 'धाकड़' की शूटिंग चल रही थी, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया और इसी दौरान लाठीचार्ज हुआ था.
इसी का ज्ञापन देने जब मंत्री महोदय पहुंचे तब उन्होंने कहा कि एक नाचने- गानेवाली हमारे किसानों के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाए और जब इस बात का विरोध हमारे कार्यकर्ता करें तो पुलिस उन पर लाठी बरसाए. ये लोकतंत्र है और लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार सबको है, लेकिन पुलिस ने एक महिला के चक्कर में ना सिर्फ़ हमारे कार्यकर्ताओं पर बहुत ज़्यादा लाठीचार्ज किया बल्कि उन पर झूठे केस भी बनाए. इसका हम विरोध करते हैं.
ग़ौरतलब है कि इस लाठीचार्ज के दौरान कई कार्यकर्ताओं को काफ़ी चोटें आई थीं लेकिन एक महिला कलाकार के लिए ऐसी टिप्पणी बेहद शर्मनाक है.
ये सब जानकर कंगना ने भी जवाब दिया और मंत्री पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया कि ये जो कोई भी बेवक़ूफ़ है, क्या इसको पता है कि मैं दीपिका, कटरीना या आलिया नहीं हूं. एक मैं ही हूं जिसने आइटम नम्बर्स करने से इंकार किया और बड़े नामी ऐक्टर्स (खान/कुमार) के साथ फ़िल्में करने से मना किया और इसी वजह से पूरा बॉलीवुड गैंग पुरुष+महिलाएं मेरे ख़िलाफ़ हैं. मैं एक राजपूत महिला हूं, मैं ठुमके नहीं लगाती, हड्डियाँ तोड़ती हूं.
Photo Courtesy: Instagram (All Photos)