आर्यन टंडन ने आठ साल की छोटी सी उम्र में ही अपनी एक अलग पहचान बना ली है. जिस उम्र में बच्चे खेलते-कूदते हैं, आर्यन उस उम्र में एक होनहार लेखक बन गए हैं और पांच किताबें लिख डाली. जहां हर बुक एक ख़ूबसूरत कहानी के साथ सीख भी देती हैं.
आर्यन ने साल 2022 के अंत में अपनी पहली बुक ‘द मिस्टिक हीरो’ मात्र दो दिन में लिखी थी. फिर उनकी ड्रैगन लाइफ, क्रिसमस स्टोरी, हैलोवीन नाइट, द एमेजिंग सुपरहीरो जैसी एक के बाद एक पांच बुक प्रकाशित होती चली गई.
फैंटेसी पर आधारित ये सभी किताबें आर्यन की लाजवाब कल्पनाशक्ति और बेजोड़ लेखनी का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करती हैं. आर्यन का भी कहना है कि अपने ड्रीम्स के ज़रिए वे राइटिंग को ऊंची उड़ान दे रहे हैं. अक्सर उन्हें एडवेंचर्स से भरपूर तरह-तरह के सपने आते हैं. उसी पर आधारित रहती हैं उनकी बुक्स की कहानियां. लेकिन अपनी सभी किताबों में इमोशंस, रोमांच के साथ-साथ सीख भी दी है उन्होंने. एकता, बुराई पर अच्छाई की जीत, हर धर्म के फेस्टिवल को रिस्पेक्ट देना हो या फिर इंसान ही नहीं प्राणियों के प्रति भी संवेदनाएं हो, जैसी दिल को छू लेने वाले मैसेज देती हैं उनकी किताबें.
लिखने-पढ़ने के अलावा आर्यन को एडवेंचर बेहद पसंद है. वे भविष्य में साइंटिस्ट बनना चाहते हैं. ऐसा हो भी क्यों ना, उनके आदर्श साइंटिस्ट अल्बर्ट आइंस्टिन जो हैं. उन्हें रोमांच से भरी, नॉन फिक्शन और जासूसी की किताबें पढ़ना काफ़ी पसंद है. ड्रॉइंग-पेंटिंग करना, पियानो बजाना, म्यूज़िक सुनना उन्हें अच्छा लगता है. हैरी पॉटर से लेकर फुटबॉल प्लेयर कीलियन एम्बाप्पे तक के स्केच उन्होंने बनाए हैं.
इतना ही नहीं आर्यन ने साल 2022-23 में ओलंपियाड के एसओएफ आईइओ में गोल्ड मेडल जीता था. 2022-23 में भी अपनी इस उपलब्धि को उन्होंने दोहराया. साथ ही एसओएफ जीके, आईएमओ, एनएसओ, एसीओ में भी उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया.
उनकी कामयाबी में उनकी टीचर्स का बहुत बड़ा योगदान रहा है. वे आर्यन की प्रेरणास्त्रोत भी रही हैं. विशेषकर डीपीएस सुशांत लोक की टीचर्स व प्रिंसिपल. कह सकते हैं कि इन शिक्षकों पूजा त्रिपाठी, नीरा छानन, लीना सिंघल, सुरेंद्र पी. सचदेवा आदि ने आर्यन की लेखनी की नींव रखी. उनकी इस कदर हौसलाअफ़जाई की कि आर्यन बुक लिखे बगैर रह नहीं सके.
इस नवोदित लेखक से सभी को काफ़ी उम्मीदें हैं. वे नेचर और रोज़मर्रा ज़िंदगी से जुड़े अनुभवों को देखते-समझते हुए अपनी लेखनी में उसे ढालते हैं. उन्हें ग्लोबल आर्थर बनना है. हमें यक़ीन ही नहीं, बल्कि पूरा विश्वास है कि आर्यन अपनी लेखनी की धार से ख़ूब कमाल दिखाएंगे और अपने पैरेंट्स, टीचर्स, देश का नाम दुनियाभर में रोशन करेंगे. आर्यन के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए हमारी ढेर सारी शुभकामनाएं.
- ऊषा गुप्ता
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