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Film Review: ‘ट्रैप्ड’ की कहानी में आप हो जाएंगे ट्रैप, ‘मशीन’ में नहीं है दम (Movie Review: Trapped and Machine)

Trapped Movie Review फिल्म- ट्रैप्ड रेटिंग- 3 स्टार राजकुमार राव ने एक बार फिर साबित कर दिया की वो एक बेहतरीन ऐक्टर हैं. ट्रैप्ड जैसी फिल्में अक्सर हॉलीवुड में बनती है. बॉलीवुड में इस तरह की फिल्में कम ही बनती हैं. कम बजट और छोटी स्टार स्टारकास्ट के साथ भी एक बेहतरीन फिल्म बनाई जा सकती है, ये साबित कर दिया है निर्देशक विक्रमादित्य मोटवानी ने. पूरी फिल्म एक घर के अंदर शूट की गई है. फिल्म में शौर्य का किरदार निभाने वाले राजकुमार राव 35वें फ्लोर पर अपने फ्लैट में लॉक हो जाते हैं. यहां से शुरू होती है ट्रैप्ड की कहानी. बिना इलेक्ट्रिसिटी और पानी के कैसे शौर्य एक फ्लैट के अंदर अकेले बाहर निकलने के लिए लड़ता है, ये देखकर आप दंग रह जाएंगे. फिल्म की सबसे ख़ास बात ये है कि इस फिल्म में कोई इंटरवल नहीं है. दर्शक भी फिल्म ख़त्म होने तक थिएटर में ट्रैप हो जाएंगे. फिल्म की लोकेशन से लेकर सिनेमैटोग्राफी, सब कुछ परफेक्ट है. अगर आप कुछ अलग तरह की फिल्म देखना चाहते हैं या राजकुमार राव के फैन हैं, तो एक बार ये फिल्म देखने ज़रूर जाएं. Machine Movie Review फिल्म- मशीन रेटिंग- 1.5 स्टार सस्पेंस और थ्रिलर फिल्में बनाने वाले अब्बास-मस्तान एक बार फिर एक थ्रिलर फिल्म लेकर आए हैं. मशीन फिल्म से अब्बास के बेटे मुस्तफा ने डेब्यू किया है. मुस्तफा के साथ इसमें किआरा आडवाणी भी हैं. फिल्म के लोकेशन्स तो बेहतरीन हैं, लेकिन फिल्म की कहानी में वो दम नज़र नहीं आया, जिसके लिए अब्बास-मस्तान फेमस हैं. मुस्तफा की ऐक्टिंग में भी वो बात नज़र नहीं आई, जो किरदार की डिमांड थी. फिल्म के गाने भी दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब नहीं हो पाए. कुल मिलाकर मशीन के पुर्ज़े काफ़ी घिसेपिटे थे.

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