आलिया भट्ट की अपकमिंग फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' का फर्स्ट पोस्टर लुक और टीजर रिलीज़ कर दिया गया है. फ़िल्म का टीज़र और इसमें आलिया का लुक इतना दमदार है कि फैन्स से लेकर सेलेब्रिटीज तक सभी इसकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. इस फिल्म में आलिया एकदम अलग लुक में नजर आ रही हैं.
टीज़र की कर रहे हैं लोग जमकर तारीफ
टीजर की शुरुआत वॉइस ओवर से होती है. टीजर के शुरुआत में कहा जाता है- कहते हैं कि कमाठीपुरा में कभी अमावस की रात नहीं होती, क्योंकि वहां गंगू रहती है. आलिया की एंट्री भी काफी जबरदस्त दिखाई गई है. वो कहती हैं- गंगू चांद थी और चांद ही रहेगी. टीजर में आलिया ने एक से बढ़कर एक डायलॉग बोले हैं.
कहा जा रहा है कि ये फ़िल्म आलिया के करियर की माइलस्टोन फ़िल्म साबित होगी. लेकिन क्या आप जानते हैं, आलिया इस फ़िल्म के लिए संजय लीला भंसाली की पहली पसन्द नहीं थीं. उनसे पहले ये रोल प्रियंका चोपड़ा को ऑफर किया गया था, लेकिन लीला भंसाली की पहली पसंद रानी मुखर्जी थीं.
रानी मुखर्जी को लेकर बनाना चाहते थे गंगूबाई
जी हां, रिपोर्ट्स की मानें तो संजय लीला भंसाली ने जब गंगूबाई फ़िल्म की प्लानिंग की थी, तो वो रानी मुखर्जी से लीड रोल करवाना चाहते थे. लेकिन फिर किन्हीं वजहों से रानी के साथ बात नहीं बन पाई.
रानी के बाद ये रोल प्रियंका चोपड़ा को ऑफर किया गया
जब रानी मुखर्जी के साथ बात नहीं बन पाई, तो संजय लीला ने प्रियंका चोपड़ा से इस रोल के लिए बात की. तब भंसाली प्रियंका के साथ 'बाजीराव मस्तानी की शूटिंग कर रहे थे, इसीलिए उन्होंने गंगूबाई के चैलेंजिंग रोल के लिए पीसी को अप्रोच किया, लेकिन तब पीसी का शेड्यूल काफी बिजी चल रहा था और वो हॉलीवुड में करियर बनाने के लिए भी काफी भागदौड़ कर रही थीं. इसलिए संजय लीला भंसाली का ये प्रोजेक्ट एक बार फिर रुक गया.
'इंशा अल्लाह' के बन्द होने की वजह से मिली आलिया को ये फ़िल्म
इसी बीच आलिया-सलमान खान स्टारर फ़िल्म 'इंशा अल्लाह' डिब्बाबन्द हो गई. संजय लीला भंसाली के पास आलिया की डेट्स तो थीं ही और उनका गंगूबाई प्रोजेक्ट भी लम्बे समय से लटक रहा था, इसलिए उन्होंने फैसला किया कि आलिया को लेकर ही फ़िल्म बनाएंगे और उन्होंने आलिया के साथ गंगूबाई काठियावाड़ी अनाउन्स कर दी. पद्मावत के बाद गंगूबाई काठियावाड़ी संजय लीला भंसाली की अगली फिल्म होगी. सबसे बड़ी बात, ये फ़िल्म संजय भंसाली ने बहुत कम समय मे बनाई, वरना वो दो से ढाई में एक फ़िल्म कम्पलीट करते हैं.
हुसैन ज़ैदी की 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' पर आधारित है फ़िल्म
फिल्म 60 के दशक की माफिया क्वीन पर आधारित है जो एक ऐसी लड़की के जीवन पर आधारित है, जिसे वेश्यावृत्ति में जबरन ढकेल दिया जाता है. वो कमाठीपुरा में कोठा चलाती है, लेकिन वहां की लड़कियों के लिए भगवान बन जाती है. फिल्म हुसैन ज़ैदी की किताब 'माफिया क्वीन्स ऑफ मुंबई' पर बनी है.
कौन थी गंगूबाई?
गंगूबाई कमाठीपुरा इलाके में कोठा चलाने वाली एक दिलेर औरत थी, जो गुजरात की एक भोली भाली लड़की थी, लेकिन जिसे वेश्यावृत्ति में ढकेल दिया गया और बाद में यही गंगूबाई माफिया क्वीन गंगूबाई काठियावाड़ी बन गई, जिसकी पहुंच मुंबई के डॉन करीम लाला तक थी. गंगूबाई ने सेक्स वर्कर्स के लिए बहुत काम किया. मुंबई के आजाद मैदान में दिए एक भाषण में उन्होंने कहा था कि अगर कमाठीपुरा की औरतें न हों, तो मुंबई की सड़कें औरतों के लिए असुरक्षित हो जाएंगी. फ़िल्म का टीजर देखने के बाद लग रहा है कि आलिया भट्ट ने इस कैरेक्टर को निभाने के लिए बहुत मेहनत की है और वो मेहनत स्क्रीन पर साफ झलक भी रही है.