वैसे पैरासिटामॉल और आईब्रू़फेन दोनों ही पेन रिसिपेटर का काम करते हैं, लेकिन आईब्रू़फेन में एंटी-इऩफ़्लेमेटरी गुण होते हैं. जो सूजन कम करने में सहायक होते हैं. इसलिए ये मोच लगने, हड्डी टूटने, चोट लगने या कान में इंफेक्शन होने पर ज़्यादा फ़ायदेमंद होते हैं. पैरासिटामॉल का सेवन करने पर किसी तरह की समस्या होने का आशंका कम होती हैं, वहीं आइब्रू़फेन खाने से पेट की गड़बड़ी हो सकती है. नवजात शिशुओं को आईब्रू़फेन न लेने की सलाह दी जाती है.
ध्यान रखें (which is the best painkiller tablet)
अलग-अलग बच्चों पर दवाओं का असर अलग तरी़के से होता है. इसलिए जो दवा आपके बच्चे को सूट होती हो, उसे बदलने की ग़लती न करें.
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