मैं 32 वर्षीया शादीशुदा महिला हूं. मेरी शादी को 5 साल हो गए हैं, पर अभी तक हमारा कोई बच्चा नहीं है. दरअसल, शादी के तुरंत बाद मैंने कंसीव कर लिया था, पर मानसिक रूप से उसके लिए तैयार नहीं थी, इसलिए एबॉर्शन (abortion) करा लिया था. पिछले 4 साल से हम कोशिश कर रहे हैं, पर मैं कंसीव नहीं कर पा रही हूं. कहीं ऐसा एबॉर्शन के कारण तो नहीं हो रहा है?
- श्रेयसी सिंह, पटना.
कंसीव न कर पाने के कई कारण होते हैं, जैसे- लो स्पर्म काउंट, ट्यूबल ब्लॉकेज, ओव्यूलेशन न होना आदि. कंसीव करने के लिए पति-पत्नी दोनों का ही समान योगदान होता है, इसलिए एबॉर्शनवाली (abortion) घटना को ध्यान में रखकर ख़ुद को दोषी ना ठहराएं. सबसे पहले तो आप दोनों पति-पत्नी किसी अच्छे गायनाकोलॉजिस्ट से मिलकर उनसे अपनी हिस्ट्री डिस्कस करें. हो सकता है, वो आपको कुछ टेस्ट्स करवाने की सलाह भी दें. आप दोनों की सारी रिपोर्ट्स देखने के बाद ही डॉक्टर आपको सही कारण व उपचार बता पाएंगे. यह भी पढ़ें: क्या कंसीव करने की संभावना को जानने के लिए कोई टेस्ट है?मैं 27 वर्षीया वर्किंग वुमन हूं. पिछले दिनों पेट के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत के कारण डॉक्टर की सलाह पर सोनोग्राफी करवाई. रिपोर्ट में मेरी ओवरीज़ में 5 से.मी. का सिस्ट दिखा है. मेरे गायनाकोलॉजिस्ट ने कहा है कि घबराने की कोई बात नहीं और 3 महीने बाद फॉलोअप करने की सलाह दी है. मैं बहुत परेशान हूं, कृपया मार्गदर्शन करें.
- रीना शुक्ला, नई दिल्ली.
आपकी रिपोर्ट में जिस सिस्ट के बारे में लिखा गया है, उसे फिज़ियोलॉजिकल सिस्ट कहते हैं. महिलाओं की रिप्रोडक्टिव एज में यह आम बात है. अगर घबराने की कोई बात होती, तो डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट्स करने की सलाह देतीं, क्योंकि आपको 3 महीने बाद फॉलोअप के लिए बुलाया गया है, इससे पता चलता है कि कोई गंभीर बात नहीं है. सिस्ट के आकार में कोई बदलाव आया या नहीं, यह जानने के लिए फॉलोअप बहुत ज़रूरी है. यह भी पढ़ें: क्या आप भी हैं थायरॉइड से परेशान?क्या होता है सिस्ट?
डॉक्टर्स के मुताबिक़ आमतौर पर हर महिला के पूरे जीवनकाल में एक सिस्ट तो होता ही है. सिस्ट दरअसल, तरल पदार्थों से भरी छोटी-छोटी थैलियां या पॉकेट्स होते हैं, जो ओवरीज़ के भीतर या उसकी सतह पर बन जाते हैं. ज़्यादातर ओवेरियन सिस्ट माहवारी के दौरान आते हैं, पर अधिकतर मामलों में ये किसी गंभीर समस्या का कारण नहीं बनते. इन्हें फिज़ियोलॉजिकल सिस्ट कहा जाता है, जबकि दूसरे तरह के सिस्ट को पैथोलॉजिकल सिस्ट कहते हैं, जो कैंसरस होते हैं. ज़्यादातर सिस्ट्स के कारण कोई समस्या नहीं होती, पर कुछ मामलों में महिलाओं को जी मिचलाना, पेटदर्द, असामान्य माहवारी, सेक्स के दौरान दर्द, दर्दयुक्त माहवारी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि ये कुछ महीनों बाद अपने आप ग़ायब हो जाते हैं, फिर भी अगर आपको तकलीफ़ हो रही है, तो दर्द से आराम के लिए गर्म पानी से 15 मिनट तक सेंक करें. यह भी पढ़ें: एग्स को कितने सालों तक फ्रीज़ करवाकर रख सकते हैं?डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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