क्या है पीसीओएस? पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) एक ऐसी बीमारी है, जिसमें महिलाओं के सेक्स हार्मोंस संतुलित नहीं रहते. इसके कारण ओवरी में सिस्ट यानी छोटी-छोटी फोड़ियां हो जाती हैं. ये सिस्ट छोटी-छोटी थैलीनुमा रचनाएं होती हैं, जिनमें तरल पदार्थ भरा होता है. ओवरी में ये जमा होती रहती हैं और इनका आकार भी धीरे-धीरे बढ़ता चला जाता है. इसी स्थिति को पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम कहते हैं.
क्या है इलाज? पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का इलाज बहुत मुश्किल नहीं है. समय रहते इसका पता चल जाए, तो इलाज आसान है. इसका इलाज इसके लक्षण, महिला की उम्र और फ्यूचर प्रेग्नेंसी प्लान को ध्यान में रखते हुए किया जाता है. इसके लिए डॉक्टर निम्न ट्रीटमेंट करते हैं: ◊ पीरियड को रेग्युलेट करने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स देते हैं. ◊ इंफर्टिलिटी ट्रीटमेंट. ◊ एंटी-हेयर ग्रोथ मेडिकेशन. ◊ अदर एक्सेस हेयर ट्रीटमेंट. ◊ लाइफस्टाइल में बदलाव और हेल्दी डायट फॉलो करने की सलाह दी जाती है. ◊ रेग्युलर एक्सरसाइज़ और मोटापा कम करके इस बीमारी पर नियंत्रण रखा जा सकता है और इसे कम किया जा सकता है. क्या खाएं? पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से निजात पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने खानपान में बदलाव करना पड़ेगा. फलों का ज़्यादा से ज़्यादा सेवन करें. हरी सब्ज़ियां खाएं. अनाज का सेवन बढ़ा दें. ड्राईफ्रूट्स को डेली डायट में शामिल करें. क्या न खाएं? बहुत ज़्यादा मीट, चीज़ और फ्राइड फूड खाने से बचें. इससे वज़न बढ़ता है और पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का ख़तरा भी.क्यों होता है कम उम्र में पीसीओएस? चिकित्सकों के अनुसार, पिछले 10-15 सालों में यह बीमारी कम उम्र की महिलाओं में ज़्यादा होने लगी है. पहले यह 30 वर्ष से ज़्यादा उम्र वाली महिलाओं में पाया जाता था, लेकिन अब कम उम्र की लड़कियां भी इसका शिकार हो रही हैं. क्या है इसका कारण? आइए, जानते हैं: ख़राब डायट जंक फूड, जैसे- पिज़्ज़ा, बर्गर आदि शरीर को नुक़सान पहुंचाते हैं. बहुत ज़्यादा ऑयली, मीठा और वसायुक्त भोजन भी इस बीमारी का कारण है. मोटापा जंक फूड खाने, पूरा दिन स्कूल या घर में बैठे रहने और मोबाइल, लैपटॉप, कंप्यूटर, वीडियो गेम से चिपके रहने के कारण कम उम्र की लड़कियों का वज़न बढ़ने लगता है और यही बढ़ा हुआ वज़न इस बीमारी का कारण बन जाता हक्या है पीसीओडी? पीसीओडी और पीसीओएस सामान्यतः एक ही हैं. दोनों के लक्षण भी लगभग एक ही तरह के होते हैं. साधारणतः पीसीओडी को पीसीओएस कहते हैं.
ख़तरनाक हो सकता है पीसीओएस कुछ महिलाओं में पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण कई बार हाई कोलेस्ट्रॉल, हाइपर टेंशन, ब्रेस्ट कैंसर, डायबिटीज़ आदि बीमारियां भी देखने को मिलती हैं. शहरी इलाकों में हर साल लगभग 15 फ़ीसदी लड़कियां पीसीओएस की शिकार होती हैं.
- श्वेता सिंह
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