ट्विटर और मीडिया के सामने रुहेल ने अपनी दिल की बात रखते हुए कहा कि, " उसे धर्म के आधार पर जज किया जा रहा है. इस घटना ने एक बार फिर से आज के उदारवादी वक्त में पहचान की राजनीति में कमजोर साबित हो चुके बिंदुओं को जाहिर कर दिया है, जिनके बारे में माना जाता है कि ये खत्म हो रहे हैं." रुहेल ने लव जिहाद वाले एंगल पर कहा,'' यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी को चरमपंथी बताना क्योंकि वह किसी विशिष्ठ धर्म से आता है, यह बहुत अपमानजनक है और इसकी कड़े से कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए." रुहेल पेशे से पत्रकार हैं. उन्होंने इंटरव्यू में आगे कहा, "हमारा संपर्क टूट गया था और फिर हम सोशल मीडिया के माध्यम से वापस मिले हैं.''
रुहेल ने कहा, "उन्होंने हमारी दोस्ती को स्वीकार नहीं किया. मुझे ये भी पता चला कि उनके माता-पिता ने हमारी दोस्ती सामने आने के बाद उसके आसपास एक सुरक्षा घेरा लगा दिया. और जब उसने मुझे ये बताया तो मेरा पहला रिएक्शन तो अविश्वास और दूसरा एक लंबी हंसी का था." रुहेल ने कहा, "किसी की पहचान के चलते उसे आतंकवादी कह देना अस्वीकार्य है. धर्म और निवास स्थान चरमपंथ को परिभाषित करने वाली चीजें नहीं हैं. सबसे जरूरी ये है कि हमें इग्नोरेंट व्यूप्वॉइंट्स के खिलाफ होना होगा. वह अपनी जिंदगी को एक नए सिरे से शुरू करना चाहती है और चाहती है कि उसका परिवार इस बात का सपोर्ट करे.
रुहेल से पूछा गया कि रितिक ने भी सुजैन ख़ान से शादी की थी तो यहां दिक्कत किस बात की है? इस पर उन्होंने कहा कि यहां आप फर्क को साफ देख सकते हैं. इस मामले में सबसे दिलचस्प बात ये है कि रितिक के खिलाफ रहने वाली कंगना रनौत और उनकी बहन सुनैना का सपोर्ट कर रही हैं.

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