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क्रिकेट: सीरीज़ ख़त्म… बने कई रिकॉर्ड (Test Series over… many records set )

i (1) many records set युवाओं की ऐसी टीम नहीं देखी होगी आपने. मैदान चाहे बाहर का हो या घर का, विरोधी टीम को हराने में टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी कभी पीछे नहीं रहे. मेज़बान ने कीवियों को 3 टेस्ट मैंचों की सीरीज़ में 3-0 से हराया. दशहरे के मौ़के पर देश को टीम इंडिया ने ख़ुशी का यह तोहफ़ा दिया. आइए, एक नज़र डालते हैं जीत के साथ बने कई रिकॉर्ड्स पर. पाकिस्तान को हटाकर नंबर 1 हुई टीम इंडिया कीवियों को 3-0 से क्लीन स्वीप करने के बाद टीम इंडिया टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पायदान पर आ गई है. भारत पाकिस्तान (111 अंक) को पीछे छोड़कर 115 अंक के साथ आधिकारिक रूप से आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया. पाकिस्तान ने अगस्त में भारत को ही पीछे छोड़कर नंबर एक रैंकिंग हासिल की थी. भारतीय धुरंधर अपना हक़ लेना बख़ूबी जानते हैं. विराट कप्तान की 10वीं जीत टीम की कमान संभाल रहे विराट कोहली का कप्तान के रूप में यह 10वां टेस्ट मैच था, जिसे विराट ने जीता. 2014 में महेंद्र सिंह धोनी के रिटायर होने के बाद पूरी तरह से कप्तान का ज़िम्मा संभालने वाले विराट अपनी कप्तानी में केवल 1 टेस्ट मैच हारे हैं, 5 ड्रॉ किए हैं और 10 में जीत मिली है. विराट के विराट रिकॉर्ड
  • कप्तान के तौर पर 2 डबल सेंचुरी लगानेवाले विराट पहले ऐसे भारतीय कप्तान बने. ऐसा कारनामा किसी दूसरे कप्तान ने नहीं किया है.
  • एक ही साल में 2 डबल सेंचुरी लगानेवाले विराट पहले कप्तान हैं.
  • रहाणे के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 365 रन जोड़कर 5वीं सबसे बड़ी पार्टनरशिप पारी खेली.
रनों के लिहाज़ से दूसरी सबसे बड़ी जीत भारतीय शेर जब मैदान पर आते हैं, तो दुश्मन के छक्के छुड़ा देते हैं. बात चाहे बल्लेबाज़ी की हो या गेंदबाज़ी की, हर क्षेत्र में विरोधी को पटखनी देना भारतीय रणबांकुरे जानते हैं. न्यूज़ीलैंड के साथ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में पहले दिन से ही भारतीय खिलाड़ी लय में दिखे और कीवी अपना लय खोते हुए दिखे. इस मैच में टीम इंडिया ने कीवियों को 321 रन से हराया. यह दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है. इसके पहले भारत की रनों से लिहाज़ से सबसे बड़ी जीत 337 रन की है, जो उसने पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ दिल्ली में हासिल की थी. खिलाड़ियों के साथ मैदान भी खेलता है मैच! ऐसा लगता है कि जब भारतीय खिलाड़ी विरोधी टीम के ख़िलाफ़ मैच खेलने उतरते हैं, तो उनके साथ घरेलू मैदान भी जी जान से जुड़ जाता है. यक़ीन न हो, तो आप ख़ुद ही देख लीजिए. 2015 में दिल्ली के फिरोज़ शाह कोटला मैदान पर दक्षिण अफ्रीकी टीम को टीम ने 337 रनों के महा लक्ष्य से हराया था. इस बार न्यूज़ीलैंड को 321 रन से हराया. यह मैच भी घरेलू मैदान पर ही था. दिखा खिलाड़ियों का दमखम कीवियों के साथ खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में हर खिलाड़ी ने जी जान लगा दी. खेल के तीसरे दिन कंधे पर लगी चोट के कारण रिटायर हुए गौतम गंभीर को चौथे दिन फिर से बैटिंग करते हुए देखकर सभी आश्‍चर्यचकित रह गए. कमेंट्री बॉक्स में विरेंद्र सहवाग, कपिल देव, दीप दास सभी गौतम की तारीफ़ करते थक नहीं रहे थे. इस मैच में गौतम ने दूसरी इनिंग में 50 रन की दमदार पारी खेली और टीम को मज़बूत किया. इसके बाद टीम के चेतेश्‍वर पुजारा ने शतकीय पारी से टीम को एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में मदद की. अश्विन हिट विरोधी चित तीसरे मैच में बल्लेबाज़ों के साथ-साथ गेंदबाज़ों ने भी अपना पूरा दम दिखाया. टीम के सीनियर खिलाड़ी अश्‍विन ने तो ऐसी गेंदबाज़ी की कि विरोधियों को संभलने का मौक़ा ही नहीं मिला. यह अश्‍विन का बेस्ट मैच रहा. अश्विन ने पहली पारी में 81 रन देकर छह विकेट चटकाए थे. उन्होंने मैच में 140 रन देकर 13 विकेट हासिल किए, जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह किसी टेस्ट सीरीज़ में एक से अधिक बार मैच में 10 विकेट चटकाने वाले हरभजन सिंह के बाद स़िर्फ दूसरे भारतीय गेंदबाज़ है. हराया कीवियों को, लेकिन असली जीत हासिल की पाकिस्तानियोंपर भले ही हमने कीवियों से तीसरा टेस्ट मैच जीतने के साथ 3-0 से क्लीन स्वीप किया, लेकिन असली निशाना तो हमने पाकिस्तान पर लगाया है. उसे नंबर 1 के पायदान से हटाकर अपना दबदबा बना लिया है. अब हम हो गए हैं टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1. चौथी बार किया क्लीन स्वीप भारत ने तीन या इससे अधिक टेस्ट मैचों की सीरीज़ में चौथी बार क्लीन स्वीप किया है. इससे पहले टीम इंडिया ने 1992-93 में इंग्लैंड को 3-0, 1993-94 में श्रीलंका को भी 3-0 और 2012-13 में आस्ट्रेलिया को 4-0 से हराया था. इंदौर सरज़मी का पहला इंटरनेशनल टेस्ट मैच क्या आप जानते हैं कि इंदौर के जिस होल्कर स्टेडियम में भारत बनाम न्यूज़ीलैंड टेस्ट मैच खेला गया, वो इस मैदान का पहला इंटरनेशनल टेस्ट मैच था. अपने पहले ही मैच में यह मैदान पूरी तरह से भारतीयों के साथ रहा और   मैच जिताने के साथ कई रिकॉर्ड भी बना गया.

- श्वेता सिंह

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