अमीषा पटेल लंबे अरसे बाद अपनी फ़िल्म ग़दर 2 को लेकर फिर चर्चा में हैं जो 11 अगस्त को रिलीज़ होने जा रही है. इस फ़िल्म को लेकर एक्ट्रेस काफ़ी उत्साहित हैं और प्रमोशन में व्यस्त हैं. इसी दौरान अमीषा ने एक हालिया इंटरव्यू में ओटीटी का उदाहरण देते हुए साफ़-सुथरे सिनेमा की ज़रूरत की बात कही जिसके बाद उर्फी जावेद उन पर काफ़ी भड़क गई.
अमीषा ने कहा कि आजकल ओटीटी होमोसेक्सुअल, लेस्बियन और गे सीन्स से भरा पड़ा है. वहां अब्यूसिव लैंग्वेज यूज़ होती है और कई ऐसी चीज़ें हैं जो आप नहीं चाहते कि आपके बच्चों तक वो पहुंचे. कई ऐसे सीन आते हैं जब आपको लगता है बच्चों कि आंखों को कवर करना चाहिए. लोग आज हुई साफ़-सुथरा क्लीन सिनेमा देखने के इंतज़ार में हैं. ऐसा मनोरंजन जो पूरे परिवार- दादा-दादी, नाना-नानी, पोता-पोती साथ मिलकर देख सके. ऐसा कंटेंट ग़ायब हो चुका है और यह ओटीटी पर संभव नहीं.
अमीषा की ये बातें उर्फी जावेद को पसंद नहीं आई और वो भड़क गई. उर्फी ने इसके जवाब में कहा- ये गेइजम और लेस्बियनिजम होता क्या है? अपने बच्चों को इससे दूर रखो? इसलिए जब उन्होंने कहा था 'कहो ना प्यार है' तो उनका मतलब स्ट्रेट लोगों से था. पब्लिक फिगर्स का ऐसे सेंसिटिव विषयों पर खुद को जागरुक और शिक्षित किए बिना बोलना मुझे सच में तकलीफ़ देता है. 25 साल से काम नहीं मिला है तो वह एक कड़वी इंसान बन गई हैं.'
अमीषा ने यह भी कहा कि किस तरह फ़िल्म इंडस्ट्री लोगों के फ़ैशन और म्यूज़िक की चाह को इन्फ्लुएंस करती है. जो अब ख़त्म हो रहा है. अब देखते हैं उर्फी के जवाब पर अमीषा किस तरह रिएक्ट करती हैं.