मैं 33 वर्षीया महिला हूं और हाल ही में मेरी डिलीवरी (Delivery) हुई है. प्रेग्नेंसी (Pregnancy) की आख़िरी तिमाही में मुझे हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या हो जाने से डॉक्टर ने दवा शुरू की, पर उनका कोई असर नहीं हुआ और अभी भी मेरी दवा जारी है. यह दवा मुझे कब तक लेनी होगी? क्या 33 साल की उम्र हाई बीपी के लिए बहुत कम नहीं है?
- पद्मा गिल, लुधियाना.
प्रेग्नेंसी की आख़िरी तिमाही में बहुत-सी महिलाओं को हाई बीपी की समस्या हो जाती है, जिसे प्रेग्नेंसी के कारण होनेवाला हाइपरटेंशन कहते हैं. ज़्यादातर यह पहली बार मां बनी महिलाओं को होता है, जो डिलीवरी के बाद या डिलीवरी के 6-12 हफ़्तों बाद सामान्य हो जाता है. आपने यह नहीं बताया है कि डिलीवरी को कितना समय हो गया है. हाई बीपी के कारणों का पता लगाने के लिए आपको अपनी जांच करानी होगी, तभी पता चल पाएगा कि इस उम्र में आपको यह समस्या क्यों हुई. अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव करें. एक्सरसाइज़ और मेडिटेशन को अपने रूटीन में शामिल करें और संतुलित भोजन लें. यह भी पढ़ें: क्या कंसीव करने की संभावना को जानने के लिए कोई टेस्ट है?पिछले हफ़्ते मेरी ऑफिस की सहेली अचानक बेहोश हो गई, जो प्रेग्नेंट थी. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी इमर्जेंसी सर्जरी करनी पड़ी. डॉक्टर ने बताया कि वह एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी (Ectopic Pregnancy) की शिकार हुई है. यह क्या है? क्या भविष्य में उसकी प्रेग्नेंसी नॉर्मल होगी?
- सरला पटेल, रोहतक.
इस अवस्था में भू्रण यूटेरस के अंदर रहने की बजाय बाहर आमतौर पर ट्यूब्स में रह जाता है, जिससे भू्रण 5-6 हफ़्तों से ज़्यादा सुरक्षित नहीं रहता. आमतौर पर महिलाओं को पेट में मरोड़, वेजाइनल ब्लीडिंग, कंधों आदि में दर्द होता है. एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी सर्विक्स, ओवरीज़ या एब्डोमेन में भी हो सकती है. अगर उनका दूसरा ट्यूब ठीक है, तो भविष्य में वह प्रेग्नेंट हो सकती हैं. यह भी पढ़ें: क्या प्रेग्नेंसी में बहुत ज़्यादा उल्टियां होना नॉर्मल है?डॉ. राजश्री कुमार
स्त्रीरोग व कैंसर विशेषज्ञ
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