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परिवार के इस शख्स की मौत से लगा था मौसमी चटर्जी को गहरा सदमा, आज तक नहीं उबर पाईं एक्ट्रेस (When Moushumi Chatterjee was Deeply Shocked by The Death of This Family Member, Actress Could Not Recover Till Date)

हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा मौसमी चटर्जी 70-80 के दशक की एक ऐसी एक्ट्रेस रही हैं, जिन्होंने बॉलीवुड की उस विचारधारा को पूरी तरह से बदल दिया था, जिसमें कहा जाता था कि शादी के बाद अभिनेत्रियां अपने करियर में कामयाब नहीं हो पाती हैं. कम उम्र में ऑनस्क्रीन मां बनने से लेकर कैरेक्टर रोल करने तक, मौसमी ने अपने अभिनय का लोहा मनवाया. साल 1967 में बंगाली फिल्म 'बालिका बधु' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाली मौसमी ने उस दौर के लगभग सभी बड़े एक्टर्स के साथ काम किया है. हालांकि आज हम मौसमी चटर्जी की ज़िंदगी से जुड़ी एक दर्दनाक घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जब परिवार के एक खास शख्स की मौत से मौसमी को गहरा सदमा लगा था और वो आज तक इस गम से उबर नहीं पाई हैं.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

मौसमी चटर्जी अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी पर्सनल लाइफ के लिए भी जानी जाती हैं. कहा जाता है कि मौसमी जब कक्षा दसवीं में पढ़ रही थीं, तभी उनके घरवालों ने उनकी शादी तय कर दी. बताया जाता है कि एक्ट्रेस के घर में एक करीबी रिश्तेदार की तबीयत अचानक बिगड़ गई और उनकी आखिरी इच्छा थी कि वो अपनी मौत से पहले मौसमी की शादी देख लें. ऐसे में मौसमी की शादी हेमंत कुमार के बेटे जयंत कुमार से कर दी गई. शादी के बाद मौसमी ने दो बेटियों पायल और मेघा को जन्म दिया. यह भी पढ़ें: इस वजह से अंजू महेंद्रू को छोड़कर राजेश खन्ना ने थामा था डिंपल कपाड़िया का हाथ, गर्लफ्रेंड के घर के सामने से निकाली थी बारात (Because of This Except Anju Mahendru, Rajesh Khanna had Married to Dimple Kapadia)

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

15 साल में शादी के बंधन में बंधने वाली मौसमी ने 18 साल की उम्र में पहली बेटी पायल चटर्जी को जन्म दिया. हालांकि पहली बेटी के जन्म के बाद जब वो अपने करियर की ऊंचाइयों को छू रही थीं, तभी उनकी दूसरी बेटी मेघा का जन्म हो गया. उनकी बड़ी बेटी पायल का निधन साल 2019 में हो गया, जिससे एक्ट्रेस को गहरा सदमा लगा. यह उनके जीवन की एक ऐसी दर्दनाक घटना थी, जिसे एक्ट्रेस सदमे में चली गईं और आज तक इस गम से पूरी तरह उबर नहीं पाई हैं.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

मौसमी अपनी दोनों बेटियों से बेहद प्यार करती थीं, उन्होंने अपनी बड़ी बेटी पायल की शादी साल 2010 में बिज़नेसमैन डिकी सिन्हा से कराई थी, दोनों की यह लव मैरिज थी, लेकिन एक इंटरव्यू में मौसमी ने बताया था कि डिकी सिंह से शादी करना पायल की सबसे बड़ी गलती थी. शादी के बाद पायल लंबे समय तक बीमार थी और लंबी बीमारी के चलते साल 2019 में उनका निधन हो गया. मौसमी और उनके पति जयंत ने अपनी बेटी की मौत के लिए उसके पति डिकी सिन्हा को ज़िम्मेदार ठहराया और मुंबई हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

मौसमी और उनके पति जयंत का आरोप था की साल 2017 में पायल की तबीयत काफी खराब हो गई थी और वो अप्रैल 2018 में कोमा में चली गई, बावजूद इसके उसके पति डिकी सिन्हा पायल को अस्पताल से घर ले गए, लेकिन घर पर न तो पायल की फिजियोथैरेपी का ख्याल रखा गया और न ही उनकी डायट का. मौसमी और जयंत की मानें तो डिकी सिन्हा ने पायल की मेडिकल रिपोर्ट तक उन्हें दिखाने से मना कर दिया और उन्हें अपने बेटी से मिलने भी नहीं दिया. आखिरकार उनकी बेटी साल 2019 में इस दुनिया को छोड़कर हमेशा-हमेशा के लिए चली गईं.

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम
फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

मौसमी चटर्जी ने अपने फिल्मी करियर के दौरान लगभग सभी बड़े स्टार्स  के साथ काम किया है. पर्दे पर राजेश खन्ना, संजीव कपूर और विनोद खन्ना जैसे एक्टर्स के साथ मौसमी की जोड़ी को काफी पसंद किया गया. अपने डेढ़ दशक के करियर के दौरान उन्होंने 'स्वर्ग नरक', 'मांग भरो सजना', 'प्यासा सावन', 'ज्योति बने ज्वाला', 'स्वयंवर' और 'आनंद आश्रम' जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया. उन्हें बॉलीवुड में असली स्टारडम साल 1974 में आई फिल्म 'रोटी, कपड़ा और मकान' से मिला. इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस के फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. यह भी पढ़ें: जब सलीम खान की दूसरी शादी से पहली पत्नी और बच्चों को लगा था बड़ा झटका, हेलेन के साथ फैमिली ने ऐसे किया था बर्ताव (When Salim Khan’s Second Marriage Caused a Big Setback to First Wife and Children, Family Treated Helen Like This)

फोटो सौजन्य: इंस्टाग्राम

गौरतलब है कि एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाली मौसमी चटर्जी ने आगे चलकर राजनीति में भी अपनी किस्मत आज़माई. राजनीति की दुनिया में कदम रखते हुए मौसमी ने कांग्रेस की सदस्यता ली थी और साल 2004 में बंगाल से चुनाव भी लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. हालांकि बाद में उन्होंने कांग्रेस का हाथ छोड़कर साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली.

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