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शादी के बाद क्यों बढ़ता है वज़न? (Why women gain weight after marriage?)

शादी के दिन फिट और स्लिम दिखने के लिए लड़का और लड़की दोनों ही महीनों पहले से जिम जाना शुरू कर देते हैं. योगा करते हैं, रोज़ाना वॉक पर जाते हैं. लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दूल्हा और दुल्हन का वज़न बढ़ने लगता है. शादी से पहले स्लिम फिट दिखने वाले कपल शादी के कुछ साल बाद फिट से फैट होने लगते हैं.

हर दूल्हा और दुल्हन की चाह होती है कि शादी के दिन वे सबसे अच्छे और फिट दिखें. इसके लिए कई महीनों पहले से वे डायट और वर्कआउट करना शुरू भी कर देते हैं. लेकिन शादी के कुछ साल बाद ही दूल्हा और दुल्हन का वज़न बढ़ने लगता है. शादी से पहले फिट दिखने वाले दूल्हा और दुल्हन की लाइफ में आए इस बदलाव के कई कारण होते हैं, जिनका असर शारीरिक और मानसिक तौर पर शरीर में असर पड़ता है.

‘द ओबेसिटी जर्नल’ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार शादी के पांच वर्ष के अंदर लगभग 82% कपल्स का वज़न 5-10 किलो बढ़ जाता है. शादी के बाद पुरुषों की तुलना में महिलाओं का वज़न ज़्यादा बढ़ता है. वज़न बढ़ने के कई कारण होते हैं, जो इस प्रकार से हैं-

डायट में बदलाव

शादी के बाद लड़का और लड़की दोनों की लाइफ में बदलाव आना लाज़िमी है, लेकिन सबसे ज़्यादा बदलाव आता है लड़की की ज़िंदगी में. कभी हेल्दी डायट फॉलो करने वाली लड़की की डायट ससुराल जाकर पूरी तरह से बदल जाती है. नई जगह, नए लोग, नए और अलग तरी़के से बनाया हुआ स्वादिष्ट खाना, सही समय पर खाना न खाना आदि कई कारण होते हैं, जिससे धीरे-धीरे लड़की का वज़न बढ़ने लगता है.

ओवर ईटिंग

शादी के बाद न्यूली मैरिड कपल को उनके करीबी दोस्त और फैमिली मेंबर्स लंच या डिनर पर बुलाते हैं. 1-2 साल तक यही सिलसिला चलता रहता है, जिसके कारण डायट और फिटनेस गोल दूर-दूर तक नज़र ही नहीं आते हैं. बाहर का फ्राइड, स्पाइसी, ऑयली और जंक फूड खाने से शरीर को एक्स्ट्रा कैलोरी मिलती है, जिससे वज़न बढ़ता है.

स्ट्रेस

शादी के बाद लड़की का केवल घर ही नहीं बदलता हैं, बल्कि बहुत सारी चीज़ें बदल जाती हैं. लड़की को नए माहौल, नए लोग, नए रिश्ते और नए तरीक़ों को समझने और उनके साथ एडजस्ट करने में थोड़ी बहुत परेशानियां तो उठानी ही पड़ती हैं. इसके अलावा यदि लड़की कामकाजी है, तो घर और ऑफिस की ज़िम्मेदारियां और भी बढ़ जाती हैं, जिसके कारण वह स्ट्रेस में रहने लगती है और उसका वज़न बढ़ने लगता है.

प्राथमिकताओं का बदलना

शादी से पहले खुद को स्लिम फिट रखने के लिए लड़कियां वर्कआउट करती हैं, जिम जाती हैं. स्पेशल डायट फॉलो करती हैं, लेकिन शादी के बाद उनकी ये सोच छूमंतर हो जाती है. शादी के बाद नए  माहौल में लड़कियों की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं. दुल्हन अपने पति और ससुरालवालों के अनुसार अपना रूटीन बनाती है, जिसके कारण उन्हें अपने लिए समय नहीं मिल पाता. यह भी एक मुख्य कारण है वज़न बढ़ने का.

हार्मोंस में बदलाव आना

लड़कियों में शादी के बाद वज़न बढ़ने का मुख्य कारण हार्मोंस में बदलाव आना भी है. शादी के बाद सेक्सुअल लाइफ में एक्टिव होने की वजह से महिलाओं के शरीर में इमोशनल और हार्मोनल बदलाव आते हैं, जिससे वज़न बढ़ता है. इसके अलावा गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से भी वज़न बढ़ता है.

नींद पूरी ना होना

शादी से 3-4 दिन पहले घर में फंक्शन शुरू हो जाते हैं और शादी के बाद भी कई रस्में निभानी होती हैं. इस वजह से घर में मेहमानों का आना-जाना लगा रहता है. हंसी-ख़ुशी और मस्ती के मस्ती के माहौल में सब लोग दूल्हा-दुल्हन को घेरकर बैठे रहते हैं और थकान की वजह से कपल की नींद पूरी नहीं हो पाती है. उन्हें ब्लोटिंग की समस्या होती है, जिससे शरीर फुला हुआ नज़र आता है.

शादी के बाद पार्टियों का दौर

सालभर तक न्यूली मैरिड कपल का पार्टियों का दौर चलता रहता है. कभी कपल के करीबी दोस्त उन्हें लंच या डिनर के लिए इनवाइट करते हैं, तो कभी मायके और ससुराल वाले. बाहर डिनर करने पर हाई कैलोरी फूड खाने से कपल के पेट का एरिया बढ़ जाता है.

फिजिकल एक्टिविटी में कमी

ससुराल में दुल्हन को अनेक रस्मों को निभाना होता है. लगभग महीनेभर तक पग-फेरा, मुंह दिखाई और पहली रसोई जैसी रस्में चलती हैं. इस रस्मों की अदायगी और थकान के कारण कपल की फिजिकली एक्टिविटी बिलकुल नहीं हो पाती और शादी के बाद 2-3 महीने लग जाते हैं, कपल को अपने नार्मल रूटीन में आने में. इस कारण भी कपल में वज़न बढ़ने की समस्या होती है.

कोई शेड्यूल ना होना

शादी के बाद दूल्हा और दुल्हन को 2-3 महीने तो लग ही जाते हैं, वापस अपने नार्मल रूटीन में आने में. नया घर और नया माहौल होने के कारण वर्कआउट करने का कोई शेड्यूल नहीं होता है और जिम जाने का मौका नहीं मिल पाता है. दुल्हन अगर वर्किंग है, तो घर, ऑफिस और जिम को मैनेज करने में थोड़ा और समय लगता है. रात को देर से डिनर करना, बेड पर देरी दे जाना, सुबह लेट उठना, घर की ज़िम्मेदारियां और ऑफिस भागने के चक्कर में एक्सरसाइज तो लगभग बंद ही हो जाती है. इन स्थितियों में वज़न बढ़ना आम बात है.

बढ़ती उम्र में शादी करना

परफेक्ट मैच न मिल पाना, करियर के प्रति महत्वाकांक्षी होना, शानदार जॉब, बढ़िया पैकेज जैसे कई कारण हैं, जिनके कारण इन दिनों लेट मैरिज करने का चलन बढ़ गया है. आजकल शादी की कोई उम्र तय नहीं है. एक अध्ययन से ये साबित हुआ है कि 30 साल के बाद शरीर का मेटाबॉलिक रेट कम हो जाता है, जिससे शरीर का वज़न बढ़ता है.

- देवांश शर्मा

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