'बिग बॉस 9' की कंटेस्टेंट और एक्ट्रेस युविका चौधरी जातिगत टिप्पणी करने के मामले में सोमवार को हरियाणा के हांसी पुलिस स्टेशन में जांच में शामिल हुईं. दरअसल, युविका के खिलाफ अनुसूचित जाति के लिए अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया और हांसी में डीएसपी ऑफिस में बैठाकर करीब 3 घंटे तक पूछताछ की. इसके बाद एक्ट्रेस को अंतरिम ज़मानत मिल गई. अब इस मामले में अपनी प्रतिक्रया देते हुए युविका चौधरी ने कहा है कि मुझे पब्लिक फिगर होने कीमत चुकानी पड़ी है.
एक्ट्रेस अब मुंबई लौट आई हैं और उन्होंने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा है कि मुझे कुछ दिन पहले तक नहीं पता था कि मेरे खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. जब मुझे नोटिस मिला तो मैं पुणे में एक प्रोजेक्ट की शूटिंग कर रही थी. मैं सब कुछ छोड़कर जांच के लिए पहुंची. भारत के कानून का पालन करने वाले नागरिक के तौर पर मेरे लिए कानून सबसे ऊपर है, इसलिए सारा काम छोड़कर मैं हरियाणा के लिए निकली. वहां पुलिस ने मुझसे कई सवाल पूछे और उनके पास वो फोन भी है, जिसके ज़रिए वीडियो अपलोड किया गया था. मैं अब मुंबई वापस आ गई हूं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि सब कुछ जल्द ही सुलझ जाएगा.
अभिनेत्री का कहना है कि देश में कई ऐसे बड़े मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की ज़रूरत है, लेकिन एक पब्लिक फिगर होने के कारण मुझे यह कीमत चुकानी पड़ी है. छह महीने पहले भी मैंने कहा था कि मैंने किसी के लिए इस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया और मुझे इसका मतलब भी नहीं पता था. मैं ऐसा कभी नहीं कर सकती, लेकिन अब जब यह हुआ है, मैं उसके लिए माफी ही मांग सकती हूं.
हालांकि गिरफ्तारी से लेकर अंतरिम ज़मानत तक, एक्ट्रेस के पति प्रिंस नरूला उनके साथ चट्टान की तरह खड़े रहे. युविका ने इस पर कहा कि वो मेरे पार्टनर हैं और वो इस पूरी प्रक्रिया में मेरे साथ रहे हैं. उनके साथ होने से मेरे लिए चीजें वास्तव में आसान हो गईं और मुझे खुशी है कि मैंने प्रिंस को लाइफ पार्टनर के तौर पर पाया है.
इससे पहले दिए गए एक इंटरव्यू में युविका ने कहा था कि मैं दूसरों के बारे में नहीं जानती, लेकिन मैं राजनीति या जिन पर विवाद हो सकता है उन चीजों से दूर रहना पसंद करती हूं. मैं अपनी ज़िंदगी और अपने काम में मस्त रहती हूं. इसके साथ ही मैं हमेशा समाज में हो रही अच्छी चीजों का समर्थन करती हूं. वीडियो में भी मैंने जो कुछ कहा था अपने लिए कहा था, किसी और के लिए नहीं. हालांकि विवाद होने पर मुझे एहसास हुआ कि लोग मेरे बयान से आहत हुए हैं, इसलिए मैंने माफी भी मांगी. मुझे शांति पसंद है और मैं उस तरह की इंसान नहीं हूं, जो हमेशा दूसरों को परेशान करे.
बता दें कि 25 मई तो अपने ब्लॉग पर वीडियो शेयर करते हुए युविका ने अनुसूचित जाति पर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया था. अपने खिलाफ दर्ज केस को रद्द करने के लिए युविका ने पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. हाईकोर्ट के आदेश पर सोमवार को युविका ने सरेंडर किया और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, फिर घंटों तक उनसे पूछताछ की गई और फिर बॉन्ड जमा करने के बाद उन्हें अंतरिम ज़मानत मिल गई.