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5 ऑयली स्किनवाले भले ही टीनएज में मुंहासों से परेशान रहते हैं, पर उन्हें यह जानकर ख़ुशी होगी कि ड्राई स्किनवालों के मुक़ाबले उनकी स्किन की एजिंग प्रक्रिया धीमी होती है, जिससे बढ़ती उम्र की रेखाएं उनमें जल्दी नज़र नहीं आतीं. 6 हमारी स्किन की तीन लेयर्स होती हैं- एपिडर्मिस, डर्मिस और सबक्यूटिस. जहां एपिडर्मिस वॉटरप्रूफ व डेड स्किन सेल्स की सबसे ऊपरी लेयर है, वहीं डर्मिस स्वेट ग्लैंड्स और रोएं की बीचवाली लेयर है, तो क्यूटिस सबसे भीतरी फैट और रक्त कोशिकाओं की लेयर है. 7 आपको शायद पता नहीं होगा कि स्ट्रेस न सिर्फ़ आपको मुंहासे दे सकता है, बल्कि यह आपके स्किन के टेक्स्चर को भी प्रभावित कर सकता है. स्ट्रेस स्किन को पतला बना देता है, जिससे उसके रिन्यू करने की क्षमता भी प्रभावित होती है, इसलिए जितना हो सके, स्ट्रेस से दूर रहें. 8 स्किन शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने में मदद करती है. जब शरीर का तापमान बढ़ जाता है, तब स्किन में मौजूद स्वेट ग्लैंड्स एक्टिव हो जाते हैं, जिससे तापमान सामान्य हो जाता है.यह भी पढ़ें: 10 मिनट में नज़र आएं गोरी-निखरी (10 Homemade Beauty Tips For Fair Skin)
9 त्वचा आपको आपकी सेहत का राज़ भी बताती है. जी हां, त्वचा में होनेवाले बदलाव, जैसे- खाज-खुजली, फोड़े-फुंसी और चकत्ते आपको एलर्जिक रिएक्शन, बैक्टिरियल स्किन इंफेक्शन, वायरल इंफेक्शन या फिर ऑटो इम्यून डिसीज़ के बारे में आगाह करती है. 10 गर्मियों के मौसम में एक सामान्य व्यक्ति के शरीर से तीन गैलन तक पसीना निकलता है. दरअसल, इस दौरान त्वचा में मौजूद स्वेट ग्लैंड्स अधिक एक्टिव हो जाते हैं. - अनीता सिंहजानें नारियल तेल के 10 ब्यूटी बेनिफिट्स, देखें वीडियो:
https://youtu.be/3UM-Q7yN8rE
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