दिल न स़िर्फ हमारी भवानाओं, बल्कि शरीर को भी नियंत्रित करता है, इसलिए शरीर के इस सबसे अहम् अंग की सही देखभाल बेहद ज़रूरी है. जब दिल दुरुस्त रहेगा, तभी आप सेहतमंद ज़िंदगी जी सकते हैं. अपने नाज़ुक से दिल का ख़्याल रखने के लिए सबसे पहले अपनी जीवनशैली में बदलाव करें.
सही खानपान- दिल की सेहत के लिए संतुलित आहार बहुत ज़रूरी है. अतः अपनी डायट में मल्टीग्रेन रोटी (गेहूं, बाजारा, सोयाबीन आदि मिक्स), दाल, ओट्स, दलिया, हरी सब्ज़ियां आदि शामिल करें. बादाम और अखरोट भी खाएं, इनमें गुड कोलेस्ट्रॉल होता है, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है. ओमेगा-3 से भरपूर सामन मछली, फ्लैक्स सीड, बीन्स, फिश लीवर ऑयल आदि खाएं. एक दिन में खाने में 3 चम्मच से ज़्यादा तेल का इस्तेमाल न करें. साथ ही खाना बनाने के लिए सरसों तेल या ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें, क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है, मगर ध्यान रखें कि तेल ज़्यादा गरम न करें. यदि संभव हो हमेशा तेल बदल-बदल कर इस्तेमाल करें. यदि आप अंडा खा रहे हैं, तो स़िर्फ उसका स़फेद हिस्सा ही खाएं.
नियमित एक्सरसाइज़- हेल्दी हार्ट के लिए रोज़ाना कम से कम आधे घंटे कार्डियो एक्सरसाइज़ करें. इससे वज़न और डायबिटीज़ का ख़तरा कम होता है. बीपी भी सामान्य रहता है जिससे दिल की बीमारी का ख़तरा 25 फ़ीसदी तक कम हो जाता है. वैसे तो आप कभी भी एक्सरसाइज़ कर सकते हैं, मगर पूरा खाना खाने के 2 घंटे तक एक्सरसाइज़ न करें.
स्ट्रेस को कहें गुडबाय- आज की भागती दौड़ती ज़िंदगी में न चाहते हुए भी हम तनाव के शिकार हो जाते हैं, मगर हेल्दी रहना चाहते हैं, तो तनाव को दूर रखने की कोशिश करें. इसके लिए रोज़ाना आधे घंटे योगासन करें, इसके अलावा अपनी पसंद का कोई काम या हॉबी के लिए व़क्त निकालें. परिवार के साथ व़क्त बिताएं. दूसरों की देखादेखी प्रतिस्पर्धा की अंधीदौड़ में शामिल होने की बजाय अपनी क्षमताओं का ध्यान रखते हुए ही कोई काम करें.
स्मोकिंग और एल्कोहल से तौबा- सिगरेट, शराब से दूर रहें. स्मोकिंग छोड़ने से दिल की बीमारी का ख़तरा 30-50 तक कम हो जाता है. दरअसल, स्मोकिंग से दिल की आर्टरीज में दरारें पड़ जाती हैं, जो कभी भी ब्लॉकेज की वजह बन सकती हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक़, रेड वाइन के अलावा किसी भी तरह की दूसरी शराब दिल की सेहत के लिए ठीक नहीं है. ज़्यादा शराब पीने से शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है. अतः हेल्दी हार्ट के लिए स्मोकिंग और एल्कोहल से दूर रहें.
दिल को महफूज़ रखने के लिए कराएं ये टेस्ट
कोलेस्ट्रॉल- यदि रिस्क फैक्टर (फैमिली हिस्ट्री, स्मोकिंग, मोटापा आदि) नहीं है, तो 30 की उम्र के बाद कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराएं. यदि सब नॉर्मल है तो हर तीन साल में एक बार ये टेस्ट करवा लें. 40 साल की उम्र के बाद हर साल ये टेस्ट करवाएं, लेकिन यदि आपके परिवार में किसी को दिल की बीमारी है या आप स्मोकिंग करते हैं या फिर मोटापे का शिकार हैं, तो 25 साल की उम्र के बाद से ही हर साल कोलेस्ट्रॉल टेस्ट करवाएं. बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल दिल की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता.
ब्लड प्रेशर- यदि रिस्क फैक्टर है तो 25 साल की उम्र से ही नियमित रूप से बीपी चेक करवाते रहना चाहिए. यदि ऐसा नहीं है, तो 35 साल की उम्र से ये टेस्ट करवाएं. यदि सब सामान्य है तो 1-2 महीने के अंतराल पर टेस्ट करवाएं, अगर सब सामान्य नहीं है, तो हर दो हफ़्ते में बीपी चेक करवाते रहें. हाई बीपी वालों को दिल की बीमारी का ख़तरा ज़्यादा होता है.
शुगर- अगर किसी तरह का रिस्क फैक्टर नहीं है और आप हेल्दी हैं तो 30 की उम्र में साल में एक बार शुगर टेस्ट करवा लें. सब सामान्य होने पर तीन साल में एक बार टेस्ट करवाएं. 40 की उम्र के बाद हर साल ये टेस्ट करवाएं.

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बचें इन ग़लतियों से
* ब्रेकफास्ट स्किप करने की ग़लती न करें, बहुत से लोग वज़न कम करने के लिए सुबह का नाश्ता छोड़ देते हैं. ऐसा करने से वज़न तो कम नहीं होता, उल्टा शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है.
* पूरे हफ़्ते हेल्दी फूड खाने के बाद वीकेंड पर ट्रीट के नाम पर ढेर सारी फैटी चीज़ें खाने की भूल न करें. इसकी बजाय बजाय कोई एक चीज़ ही खाएं और पूरे हफ़्ते जमकर एक्सरसाइज़ करें. ज़्यादा फास्ट फूड खाने से भी परहेज़ करें.
* अक्सर लोग ये कहकर की अरे ये तो हेल्दी है ढेर सारा खा लेते हैं. आप ऐसी ग़लती न करें किसी भी चीज़ की ओवरईटिंग की आदत सही नहीं है, जैसे- मूंगफली और पिस्ता हेल्दी तो होता है, मगर इनमें कैलोरी ज़्यादा होती है. अतः इनका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन वज़न बढ़ा सकता है.
* डिनर के तुरंत बाद सोने की ग़लती न करें. ऐसा करने से कैलोरी बर्न नहीं हो पाती, जिससे मोटापा बढ़ सकता है. साथ ही रात में हैवी खाना खाने से परहेज़ करें.
* कोई भी चीज़ तलने के बाद आमतौर पर हर घर में उस तेल का दुबारा इस्तेमाल होता है, मगर ये सेहत के लिए अच्छा नहीं होता. अतः तेल के दुबारा इस्तेमाल से बचें.
* कोलेस्ट्रॉल लेवल यदि ज़्यादा है, तो शक्कर , चावल व मैदा से परहेज़ करें. साथ ही तला-भुना खाना न खाएं. इसकी बजाय स्टीम्ड खाना खाएं.
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