सिनेमा और टीवी के बेहतरीन अनुपम श्याम, जिन्होंने आमिर खान के साथ 'लगान' और 'मंगल पांडे' जैसी फिल्मों में काम किया था, की दो दिन पहले मल्टीपल ऑर्गन फेलियर से डेथ हो गई. उनकी डेथ के बाद उनके भाई ने बताया था कि आमिर खान ने अनुपम को हेल्प करने का वादा किया था, लेकिन आमिर ने उनका फोन उठाना ही बन्द कर दिया. अनुपम श्याम के भाई ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में आमिर खान के इस बर्ताव पर खुलकर बात की है और अपना दुख बांटा है. आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा.
अनुपम श्याम के निधन से जुड़ी सबसे दुखद बात ये रही कि किडनी की बीमारी के साथ ही वो फिनांशियल प्रॉब्लम से भी जूझ रहे थे. उन्हें बार बार डायलिसिस करवाना पड़ता था. हालांकि उन्हें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दूसरे कुछ लोगों से पैसों की मदद मिली थी और उन्हीं पैसों से उनका इलाज भी चल रहा था, लेकिन आमिर खान उन्हें किया अपना वादा निभा नहीं पाए और उनके भाई अनुराग श्याम का कहना है अगर आमिर ने जो वादा किया था, वो निभा देते तो शायद उनका भाई आज ज़िंदा होता.
हाल ही में एक न्यूज़पेपर को दिए इंटरव्यू में अनुराग श्याम ने आमिर खान को मैटेरियलिस्टिक इंसान बताते हुए कहा, "ये बड़े लोग जिन्हें बड़ा ब्रांड समझा जाता है, ये लोग किसी की मदद क्यों नहीं कर सकते. क्या लेकर आए थे, क्या लेकर जाएंगे. ये अपने ही लोगों की हेल्प क्यों नहीं करते. क्यों किसी को इंडस्ट्री के बाहर या सरकार से हेल्प मांगनी पड़ती है. कितने एक्टर्स, कोरियोग्राफर्स और टेक्नीशियन मुश्किल में हैं और ये बड़े लोग आंखें बंद किये बैठे हैं."
अनुराग ने बताया कि जब आमिर खान ने अनुपम श्याम का फोन उठाना बंद कर दिया था, तो वो बहुत हर्ट हुए थे और कहा था, "जाने दो. उनकी सोच उनको मुबारक. लेकिन इंसान को इतना मैटेरियलिस्टिक नहीं होना चाहिए."
बता दें कि अनुपम श्याम उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ के रहनेवाले थे. लेकिन प्रतापगढ़ में डायलिसिस सेंटर है ही नहीं. पिछले साल जब अनुपम श्याम जी की मां बहुत सीरियस थीं, तब वो अपनी मां से मिलने सिर्फ इसलिए नहीं जा पाए कि वहां डायलिसिस सेंटर नहीं था और उन्हें ज़िंदा रहने के लिए डायलिसिस ज़रूरी था. इसी वजह से अनुपम मां के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए थे, बल्कि वो प्रतापगढ़ जा ही नहीं पाते थे. इसी सिलसिले में उन्होंने आमिर खान से मिलकर प्रतापगढ़ में एक डायलिसिस सेंटर बनाने के लिए मदद मांगी थी. यह भी कहा कि अभी आप बनवा दो, बाद में मैं धीरे-धीरे पेसे लौटा दूंगा. इस पर आमिर खान ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं, मैं अपने पीए से कहता हूं. वहां चार मशीनें लगवा देते हैं, जिसमें से दो गरीबों का मुफ्त में डायलिसिस करेंगी और दो पेड होंंगी. इसके बाद अनुपम श्याम को उम्मीद हो गई थी कि अब प्रतापगढ़ में भी डायलिसिस सेंटर खुल जाएगा और वो अपनी मां से मिलने जा पाएंगे. लेकिन इसके बाद अनुपम श्याम ने कई बार आमिर को फोन किया, लेकिन आमिर ने उनका फोन नहीं उठाया. इससे अनुपम श्याम निराश हो गए थे. और आखिर किडनी की बीमारी से लड़ते हुए उन्होंने दम तोड़ दिया.