“ऐसा कैसे हो सकता है, तुम्हारे साथ गुज़रे वे दिन, जो गर्मी की तपिश में ठंडी बयार, बारिश में गीली…
गर्मी में भी सबसे ज़्यादा खीझ मनुष्य को हुई उसने हवाओं को क़ैद किया बना डाले एसी और.. रही-सही हवा…
मुंह पर फेस मास्क है जुबान पर नहीं. कलम चले ना चले जुबान को अच्छी रचना की दरकार है. अपने…
जाने क्यों एक बार फिर शर्मा दंपत्ति याद आ गए. साथ ही रौनक से अपनी ही कही बात भी कि…
तुम बताओ किसे अच्छा नहीं लगेगा कि कोई उसे परी समझे कि कोई उसे ख़्वाबों की रानी समझे कि कोई…
सुप्रिया के ज्ञान पर वह गंभीरता से बोली, “होते होंगे पर मेरे हिसाब से दान करने के लिए परिस्थितियां और…
"छोड़ यार, क्या फ़र्क है तेरे मेरे बीच. प्यार तो प्यार है. मैं और संजय एक-दूसरे से प्यार करते हैं.…
उपकार को लगा जीवन के सारे भाव वाष्प बन कर उड़ जाएंगे. बस एक शब्द बचेगा- इम्यूनिटी. उसकी निराशा और…
इतनी मेहनत, इतनी ट्रेनिंग के बाद थोड़ा बदलाव तो मैं ले ही आया था! घर साफ़ रहता था, खाना समय…
वक़्त से लम्हों को ख़रीदने की कोशिश की वह मुस्कुराया बोला क्या क़ीमत दे सकोगे मैं बोला अपने जज़्बात दे…