जब आकाश बादलों से घिरा हो और मन में बेचैनी हो—तब देवी का एक रहस्यमय रूप, गुप्त नवरात्रि, साधकों को बुलाता है. यह कोई साधारण पर्व नहीं, बल्कि आत्म शक्ति और मौन उपासना की अलौकिक यात्रा है.
हर वर्ष दो बार माघ और आषाढ़ मास में जब संपूर्ण ब्रह्मांड एक रहस्यमय चुप्पी ओढ़ लेता है, तब सच्चे साधक मां दुर्गा की दस महाविद्याओं की गुप्त आराधना में लीन हो जाते हैं.

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025- तिथियां
आरंभ: 26 जून 2025, गुरुवार
समापन: 4 जुलाई 2025, शुक्रवार
अवधि: 9 दिवसीय साधना काल
ज्योतिषीय प्रभाव
इस बार की गुप्त नवरात्रि वृश्चिक राशि के प्रभाव में होगी, जो आध्यात्मिक उन्नति और कर्म शक्ति को बढ़ावा देगी.
गुप्त नवरात्रि कौन कर सकता है?
यह पर्व किसी धर्म, जाति या वर्ग से बंधा नहीं है.
यदि आप-
आंतरिक रूप से अशांत हैं
अपने जीवन में चमत्कारी परिवर्तन चाहते हैं
भय, बाधा या ऋण से मुक्ति पाना चाहते हैं
तंत्र-साधना में विश्वास रखते हैं
तो यह समय आपके लिए उपयुक्त है.
गृहस्थ, विद्यार्थी, साधक, स्त्री या पुरुष, जो श्रद्धा से मां का आह्वान करता है, उसे अवश्य फल प्राप्त होता है.
गुप्त नवरात्रि के रहस्यमय नियम
मौन और संयम का पालन करें.
साधना जितनी चुपचाप होगी, उतनी प्रभावी होगी.
सिर्फ़ सात्विक भोजन करें.
आत्मा को शुद्ध और हल्का रखें.
रात्रि में दीपक जलाकर ध्यान करें.
मां रात्रि की देवी हैं, उन्हें अंधकार में दीप से आमंत्रित करें.
अपनी साधना को गोपनीय रखें. यह जितनी गुप्त रहेगी, उतना प्रभावशाली होगा.
एक मंत्र चुनें और नियमित जाप करें,
जैसे-
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे
या
ॐ कालिकायै नमः
गुप्त नवरात्रि में क्या करें?
दस महाविद्याओं में से किसी एक की आराधना करें, जैसे- काली, तारा, षोडशी.
प्रतिदिन कम से कम 108 बार मंत्र जाप करें.
नींबू, लौंग, काले तिल और सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
साधना के साथ ज़रूरतमंदों को भोजन का दान करें.
गुप्त नवरात्रि में क्या न करें?
मोबाइल, टीवी या सोशल मीडिया से दूरी बनाएं.
अपनी साधना किसी को न बताएं.
शंका, आलस्य या तर्क के कारण साधना को बाधित न करें.
बिना मार्गदर्शन के जटिल तांत्रिक प्रयोग न करें.
गुप्त नवरात्रि के लाभ
आत्मविश्वास में अद्भुत वृद्धि
शत्रु बाधाओं से मुक्ति
करियर, विवाह, संतान एवं आर्थिक समस्याओं का समाधान
अदृश्य देवी कृपा और सुरक्षा का कवच
यह भी पढ़ें: यदि ग़लती से गणेशजी की मूर्ति टूट जाए तो क्या करें? (What To Do If The Idol Of Ganesha Breaks Accidentally?)
गुप्त नवरात्रि एक ऐसा द्वार है जहां आप स्वयं को, अपने भय को और अपनी शक्ति को पहचानते हैं- बिना दिखावे के, बिना भीड़ के.
इस आषाढ़ यदि आप अपने जीवन में गहरा परिवर्तन चाहते हैं, तो इस मौन साधना से जुड़िए. यह न केवल देवी से जुड़ने का माध्यम है, बल्कि अपने भीतर की देवी शक्ति को जगाने का अवसर भी है.
शक्ति मौन में है, पूजा गुप्त में है और फल अकल्पनीय होता है.
🙏जय माँ दुर्गा!..
- एस्ट्रोलॉजर रिचा पाठक

Photo Courtesy: Freepik