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वैलेंटाइन स्पेशल- प्यार का फ़लसफ़ा… (Happy Valentine Day- Celebrities Define ‘Their Version OF Love’)

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प्यार को शब्दों में नहीं बांधा जा सकता, ना ही कोई ख़ास दिन मुकर्रर किया जा सकता है. फिर भी मोहब्बत करनेवालों के लिए वैलेंटाइन डे ख़ास महत्व रखता है, जहां प्यार के इज़हार का ख़ुमार सिर चढ़कर बोलता है. फिल्मों ने तो इसे ख़ास मुक़ाम दिया है, फिर चाहे वो ′दिल तो पागल है’ हो या ‘बागबां’... उम्र की सीमा को दरकिनार कर प्यार को नया आयाम दिया गया. जब हमने फिल्मी सितारों से प्यार के बारे में जानना चाहा, तो हर किसी ने प्यार का अलग-अलग रूप और फ़लसफ़ा बयां किया. किसी के लिए प्यार ज़िंदगी है, तो किसी के लिए ताउम्र की कसक. आइए, प्यार के कई रंग, कई रूप से रू-ब-रू होते हैं.
शाहरुख ख़ान मुझे इस बात की बेहद ख़ुशी है कि मेरे जीवन में गौरी (पत्नी) का प्यार और साथ है. गौरी की ईमानदारी और मुझे लेकर प्राउड फील करना दिल को छू जाता है. गौरी मेरे नाम-शोहरत और अचीवमेंट्स की वजह से मुझसे प्यार नहीं करती, बल्कि मैं उसे ख़ुश रखता हूं और हंसाता रहता हूं, ये सब बातें उसे मेरे क़रीब लाती हैं. वो मेरे जीवन के कई पॉज़ीटिव बदलाव की वजह रही है. उसने मुझे सलीके से रहना यानी कह सकते हैं कि ढंग से जीना सिखाया और मेरे जीवन में स्थिरता लाई है. वो मुझे डिप्लोमैटिक होने के बारे में भी बताती रहती है. एक-दूसरे की यही सब छोटी-छोटी बातें, ख़्याल रखना, ख़ुश रखना हमारी प्यार भरी दुनिया को ख़ूबसूरत बनाता है.
दीपिका पदुकोण मैं पुराने स्कूल के दिनों के प्यार में विश्‍वास करती हूं, जो मैंने अपने पैरेंट्स और परिवार में फलते-फूलते और बढ़ते हुए देखा है. फिल्मों में और अपने क़िरदारों में मैं चाहे जैसे रहूं, पर व्यक्तिगत तौर पर मैं बहुत ट्रेडिशनल हूं. यही भावनाएं प्यार को लेकर भी हैं. प्यार के कारण ही हम बहुत कुछ सीखते और समझते हैं. जाने-अनजाने में प्यार हमें ज़िंदगी के कई फ़लस़फे सिखा जाता है.
आमिर ख़ान प्रेम जब होने लगता है, तो आप ख़ुद में बदलाव महसूस करने लगते हैं. जब कभी अपने अतीत के पन्ने पलटता हूं, तो प्यार के अपने सभी पड़ावों को याद कर इमोशनल हो जाता हूं. टीनएज में जब मैं 12 साल का था, तब मैं अपने से बड़ी उम्र की लड़की से प्यार कर बैठा था. उस लड़की ने मुझसे सवाल किया था कि मैं प्यार के बारे में कितना जानता हूं. उसके बाद जब 14 साल का हुआ, तब फिर वही सुनने को मिला. लेकिन जब रीना (पहली पत्नी) से मिला और बात आगे बढ़ी, तब सही तौर पर प्रेम मैं समझ पाया. यह भी सच है कि प्यार जीवन के किसी भी दौर में हो सकता है. मोहब्बत एक सहज और बिन कहे अपने आप हो जानेवाली प्रक्रिया है. प्रेम को परिभाषित करना या फिर इसे शब्दों में बांधना बहुत ही मुश्किल है.
करीना कपूर मेरी हमेशा से ही एक अच्छी और प्यारभरी ज़िंदगी की ख़्वाहिश रही, जिसे सैफ ने बख़ूबी पूरा किया. वे एक ख़ुशमिज़ाज प्रेमी ही नहीं, बल्कि ज़िम्मेदार और समझदार पति भी हैं. चाहे फिल्मी करियर हो या घर- उन्होंने हमेशा मुझे सपोर्ट किया. उनका यही प्यार मुझे उनके और भी क़रीब ले आता है.
अक्षय कुमार प्यार सही मायने में ज़िंदगी है. इसके बिना क्या जीना...? और ज़िंदगी एक ऐसा सफ़र है, जिसको जीते हुए हम हर दौर से गुज़रते हैं, मगर ख़ुश रहकर और हंसते रहना सही मायने में ज़िंदगी है.
विद्या बालन जब आप किसी से प्यार करते हैं, तो आपको उसकी हर बात अच्छी लगने लगती है. सिद्धार्थ (पति) के साथ दोस्ती हुई, फिर दोस्ती कब प्यार में बदल गई पता ही नहीं चला. मुझे बेहद ख़ुशी होती है यह देखकर कि मुझसे ज़्यादा उन्हें मेरी ख़ुशियों का ख़्याल रहता है. मैंने अपने क़रीब के कई शादीशुदा बहुत ही प्यार करनेवाले लोगों को देखा है, जब सिद्धार्थ को ऐसा करते देखती हूं, तो उन पर बहुत प्यार आता है. यह हमारा प्यार ही तो है, जो हम कितना भी बिज़ी शेड्यूल हो, एक-दूसरे के साथ व़क्त गुज़ारने के लिए समय निकाल ही लेते हैं.
रितिक रोशन मैं अपनी ज़िंदगी में किसी एक शख़्स से पूरी ज़िंदगी प्यार करनेवाले कॉन्सेप्ट में विश्‍वास रखता हूं. मैं ख़ुद को एक इनक्योरेबल रोमांटिक इंसान समझता हूं. मेरा यह भी मानना है कि छोटी-छोटी बातें प्यार और रिश्ते में बड़ा अंतर पैदा कर देती हैं. फिर भी मेरा यह मानना है कि प्यार एक जुनून है, हद तक ग़ुजर जाने का जज़्बा है.
सोनम कपूर हर इंसान के दिल में प्यार की चाहत तो होती ही है. मुझे नहीं लगता कि आपको केवल एक बार ही प्यार होता है. मैंने देखा है कि कितने ही लोगों को कई बार और ज़िंदगी के अलग-अलग पड़ाव पर प्यार हुआ है. इसलिए प्यार हो जाने का कोई फिक्स फॉर्मूला नहीं है. फ़िलहाल मेरी प्रेम कहानी तो सफल हुई नहीं है और मैं अकेली हूं. लेकिन इतना तो तय है कि प्यार हर किसी को होता है.
रणबीर कपूर व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए प्यार बहुत ख़ास और ज़िंदगी का ज़रूरी हिस्सा है. यूं तो ज़िंदगी में बहुत सारी आम बातें होती रहती हैं, लेकिन प्यार उन सब में सबसे जुदा यानी एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी है. प्यार को लेकर मेरे कई सपने हैं और मैंने बहुत कुछ सोचा भी है, साथ ही मुझे उम्मीद है कि मैं इसे पाकर रहूंगा.
प्रियंका चोपड़ा मैं प्यार में बेहद विश्‍वास करती हूं. मेरी नज़र में प्यार निःस्वार्थ और पाक़ होता है. वैसे प्यार के मामले में सही निर्णय दिल ही लेता है. जब दो लोग एक-दूसरे का ख़्याल रखते हैं, तब वे मिलकर हमेशा एक सही निर्णय लेते हैं. एक तरह से देखें, तो मेरे नज़रिए से प्यार पूरी तरह से सामंजस्य और समझौते की नींव पर टिका होता है.
web-333 शाहिद कपूर मैं तो बस इतना जानता हूं कि प्यार दिल से होता है. जब कोई किसी के प्यार में दीवानगी की हद से गुज़रने लगता है, तो उसके लिए दूसरी सभी बातें बेमानी-सी हो जाती हैं. प्यार एक नशा और बेताबी भी है. मैंने महसूस किया है कि जब हम प्यार में होते हैं, तब हम पूरी तरह अपने प्यार की ख़ुमारी में गुम रहते हैं. हर बात को लेकर बेहद जज़्बाती हो जाते हैं. हर पल मिलने की बेचैनी और बेकरारी रहती है. पर प्यार अपने प्योर फार्म में पूरी तरह से दिल से होना चाहिए.
रानी मुखर्जी मैं तो सोचती हूं कि प्यार पल भर में हो जानेवाली एक ख़ूबसूरत घटना है. इसमें इतनी ताक़त होती है कि एक-दूसरे का साथ ज़िंदगीभर निभाने का एहसास होने लगता है और यही इसकी सबसे बड़ी ख़ासियत है. वैसे मैं पहली नज़र में प्यार वाली बात पर यक़ीन नहीं करती. क्योंकि पहली नज़र में तो आप किसी पुरुष की तरफ़ आकर्षित भर होते हो. प्यार तो समय और बार-बार साथ की चाह रखता है. साथ व़क्त बिताने से ही तो प्यार पनपता, फलता-फूलता और बढ़ता है. तभी हम समझ पाते हैं कि एक-दूसरे से हम कितना प्यार करते हैं.
इमरान ख़ान ज़िंदगी जीने के लिए प्यार बेहद ज़रूरी है. मैं और अवंतिका (पत्नी) बारह साल से एक साथ हैं. मैं उन पर बहुत डिपेंड रहता हूं. प्यार में हर एक का रिलेशनशिप अलग होता है. दो लोगों के रिश्ते की बात किसी तीसरे व्यक्ति की समझ में नहीं आएगी. इसलिए आप किसी को सलाह भी नहीं दे सकते कि उसे रिलेशनशिप मेंटेन करने के लिए क्या करना चाहिए. ये आपको ख़ुद समझना पड़ता है. प्यार से जुड़ी भावनाएं और सोच हर किसी की अलग-अलग होती हैं.
सोहा अली ख़ान मैं और कुणाल एक-दूसरे को लेकर बहुत पज़ेसिव हैं. वैसे भी प्यार में पज़ेसिवनेस तो रहता ही है. आप अपने प्यार को किसी के साथ बांट नहीं सकते. कुणाल को फिल्मों में मेरा दूसरे कलाकारों के साथ रोमांटिक सीन बिल्कुल भी पसंद नहीं. उसे ऐसा देखकर बहुत ग़ुस्सा आता है. वो नहीं चाहता कि कोई और मेरे इतने क़रीब आए. यही हाल मेरा भी है, जब मैं कुणाल को दूसरी हीरोइन्स के साथ लव सीन करते देखती हूं. दरअसल, प्यार में आप इस कदर पज़ेसिव हो ही जाते हैं, लेकिन प्रोफेशन और कहानी की डिमांड के कारण ऐसे सीन हमें करने पड़ते हैं.
समीर कोचर प्यार एक दोस्ती है. मेरे लिए वो साथ होने का एहसास है. प्यार दिल से होता है, चाहे वो दोस्त हो, पत्नी हो या परिवार. किसी से दिल से प्यार करना ज़िंदगी में एक इंसान को और भी अच्छा बनाता है. प्यार एक ऐसी पवित्र भावना है, जिसे हर इंसान को महसूस करना चाहिए. ज़िंदगी में प्यार ही है, जो एक इंसान को दूसरे इंसान से जोड़ता है.
प्राची देसाई प्यार मेरे लिए भावनाओं का समंदर है. हां, मैं किसी को प्यार करती हूं, पर इस बारे में इतना ही कहूंगी कि कुछ चीज़ें बहुत व्यक्तिगत होनी चाहिए. मेरा सोचना था कि मैं मिस्ट्री बनी रहूं, पर मैं यह भी नहीं चाहती कि कोई मुझे बोरिंग समझे. मैं प्यार-हार्टब्रेक इन सबसे गुज़री हूं. मेरा दिल कई बार टूटा है और जब ऐसा होता है, तो मैं ख़ूब सारी चॉकलेट्स खाती हूं. इमोशनल शोज़ देखती हूं. मेरे दोस्त मुझे ज़बरदस्ती बाहर घूमने-फिरने के लिए ले जाते हैं. फिर भी चाहे जो हो, प्यार होना एक लवली फीलिंग है, जिसे हर किसी को जीना चाहिए.
सुशांत सिंह राजपूत मेरे ख़्याल से आप रिलेशनशिप में रहें या ना रहें, आपमें इतना कॉन्फिडेंस होना चाहिए कि आप अपने प्यार को क़बूल कर सकें और उसके बारे में कह सकें. यदि कोई ऐसा नहीं करता या छुपाता है, तो बेहतर होगा कि आप प्यार ही न करें.
शरमन जोशी यदि आप अपने साथी के साथ दोस्त की तरह रहते हैं, तो प्यार कभी ख़त्म नहीं होता. मैं और प्रेरणा (पत्नी) एक-दूसरे को बरसों से जानते हैं. बच्चे हुए काफ़ी व़क्त बीता, पर एक-दूसरे के लिए हमारे प्यार में कोई बदलाव नहीं आया है, क्योंकि हम एक दोस्त की तरह रहे हैं यानी आप कह सकते हैं कि प्यार दोस्ती है.
रेखा मैं किसी को प्यार करती हूं, मुझे इसके अलावा और किसी बात से मतलब कभी नहीं रहा. हम सभी के जीवन में प्यार काफ़ी मायने रखता है. इस एहसास में इतनी ख़ुमारी रहती है कि कोई अपना पूरा जीवन अपने प्यार पर कुर्बान कर सकता है. आप किसी को चाहते हैं और कोई आपको, यह एहसास आपके जीने का सबब बन जाता है. और हां, प्यार में पाना ही सब कुछ नहीं होता. प्यार करने और उसे जी लेने की ख़ुशी ही आपकी ज़िंदगी में असीम तृप्ति और संतुष्टि ला देती है. मेरे लिए प्यार, अनकहे, अनजाने जज़्बातों से भरा वो समंदर है, जिसके लिए कभी-कभी पूरी ज़िंदगी भी कम पड़ जाती है.
- ऊषा गुप्ता

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