नीम के ओषधीय गुण हम सभी जानते हैं. यही वजह है कि अब नीम को कोरोना के इलाज में इस्तेमाल की दिशा में कामकिया जा रहा है.
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (AIIA) ने निसर्ग हर्ब्स कंपनी के साथ मिलकर एक समझौता किया है. अब ये दोनोंसंस्थाएं मिलकर ये परीक्षण करेंगी कि नीम कोरोना वायरस से लड़ने में कितना कारगर है और उसके ज़रिए कोरोनासंक्रमण से किस हद तक लड़ा जा सकता है.
ये परीक्षण फरीदाबाद के ESIC अस्पताल में किया जाएगा. इस परीक्षण का नेतृत्व AIIA की निदेशक डॉ. तनुजा नेसारीकरेंगी. वो इस परीक्षण की मुख्य परीक्षणकर्ता हैं. इस परीक्षण में डॉ. तनुजा के साथ साथ ESIC अस्पताल के डॉ. असीमसेन भी होंगे.
इस पूरे परीक्षण के कुल 6 डॉक्टर्स की टीम बनाई गई है.
ये टीम 250 लोगों पर रिसर्च करेगी कि नीम आख़िर किस हद तक कोरोना को रोकने में कारगर होगा. यह प्रयोग 28 दिनों तक चलेगा. इसमें आधे लोगों को निसर्ग का नीम कैप्सूल दिया जाएगा और बाक़ी को प्लेसिबो. इस दौरान ट्रायल में शामिल लोगों के नाक एवं मुंह से सैंपल लेकर कोरोना जांच की जाएगी. अगर कोईपाजिटिव पाया जाता है, तो संबंधित व्यक्ति के शरीर में कोरोना वायरस के प्रभाव की जांच की जाएगी.
ह्यूमन ट्रायल के पहले चरण की शुरुआत 7 अगस्त से हो चुकी है.
निसर्ग बायोटेक के संस्थापक और सीईओ गिरीश सोमन ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनकी ये दवा कोरोना की रोकथाममें असरदार एंटी वायरल दवा साबित होगी.
आयुष मंत्रालय का भी मानना है कि नीम कोरोना के इलाज में कारगार साबित हो सकता है. इसके चलते नीम पर शोधकरने का फैसला लिया गया है. नीम में एंटीबायोटिक तत्व काफी मात्रा में होते हैं.
नीम में मौजूद होते हैं 76 तरह के एंज़ाइम्स व 136 से अधिक अन्य कंपाउंड होते हैं. नीम के पत्तों में एंटी−बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कई तरह के रोगों से लड़ने में कारगर है. नीम का काढ़ा रोग प्रतिरोधक शक्ति का विकास करता है. नीम मलेरिया का बुख़ार उतारने में भी लाभकारी है. शुगर के मरीज़ों के लिए भी रामबाण है नीम. अल्सर से लड़ने में भी यह कारगर है. ऐसे में उम्मीद है कि नीम कोरोना को भी मात दे दे.
इसके अलावा भी नीम से कोरोना के इलाज को लेकर अन्य कई शोध भी चल रहे हैं. कामयाबी मिली तो जल्द ही भारत सेकोरोना का ख़ात्मा होगा.
यह भी पढ़ें: वेटलॉस के 40+ इफेक्टिव होम रेमेडीज (40+ Effective Home Remedies For Quick Weight Loss)