कारण
डायबिटीज़ के प्रमुख कारण हैं- तनाव, चिंता, मोटापा, धूम्रपान, खट्टे-मीठे पदार्थों का ज़्यादा सेवन आदि. इन कारणों से पैंक्रियाज ग्रंथि विकृत हो जाती है, जिससे कार्बोदित पदार्थों का चयापचय ठप हो जाता है. अतः खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. खून में शुगर की मात्रा ज़्यादा होने पर और इंसुलिन स्राव के अभाव में शरीर के कोष शुगर का उपयोग नहीं कर पाते. परिणामस्वरूप पोषण के लिए कोषों की चर्बी पर निर्भर रहना पड़ता है. इससे रक्त में चर्बी की मात्रा बढ़ जाती है और रक्तवाहिनियां सख्त व संकरी हो जाती हैं. इस प्रकार डायबिटीज़ का दुष्प्रभाव रक्तवाहिनियों को कड़ा कर देता है.
लक्षण
बार-बार पेशाब लगना, भूख-प्यास बढ़ जाना, सिर में दर्द व भारीपन, त्वचा में रूखापन, फोड़े-फुंसियां ज़्यादा निकलना, घाव का जल्दी न भरना, आंखों की रोशनी कम होना, शारीरिक कमज़ोरी आदि डायबिटीज़ के प्रमुख लक्षण हैं.
नुस्ख़े (Home Remedies To Get Rid Diabetes)
* लगातार तीन महीने तक करेले की सब्ज़ी घी में बनाकर खाने से डायबिटीज़ में आराम मिलता है.
* रात में मेथी के दाने भिगोकर रख दें. सुबह उठकर मेथी के दानों का पानी पीकर धीरे-धीरे मेथी चबा लें. डायबिटीज़ धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा.
* रात को काली किशमिश भिगोकर रख दें. सुबह उठकर उसका पानी छानकर पी जाएं.
* केले का रस पीने से भी डायबिटीज़ कम होता है.
* आंवले के चूर्ण को भिगोकर कुछ देर रख दें. उसे छानकर उसमें नींबू का रस मिलाकर सुबह उठते ही पी लें.
* आम और जामुन का रस बराबर मात्रा में मिलाकर दिन में तीन बार लगातार एक महीने तक लें. फायदा होगा.
* सुबह टमाटर, संतरा और जामुन का नाश्ता करें.
* जामुन के कोमल हरे पत्तों को पीसकर नियमित 25 दिन तक सुुुबह पानी के साथ पीने से पेशाब में शुगर जाना बंद हो जाता है.
* तेजपत्ता को कूटकर कपड़े से छानकर चूर्ण बना लें. सुबह उठते ही पांच ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें. दस दिनों के अंदर डायबिटीज़ में लाभ होगा.
* आंवला, हल्दी और मेथी- तीनों को समान मात्रा मेें लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बना ले. इस चूर्ण को सुबह, दोपहर, शाम को पानी के साथ एक चम्मच की मात्रा में लेें. दो महीनों के अंदर ही फ़ायदा होता दिखेगा.
डायबिटीज़ में केला उपयोगी (Home Remedies To Get Rid Diabetes)
अक्सर डायबिटीज़ के रोगी केले से कतराते हैं, परंतु यह जानकारी कम लोगों को है कि केले के रस के सेवन से डायबिटीज़ लाभ होता है. गले केलों के छिलके उतारकर उन्हें मसल कर लुगदी बना लें. फिर उसमें आधा भाग चावल की भूसी मिलाकर 2-3 दिन गर्म स्थान पर रख दें. चौथे दिन किसी पात्र में सबको रखकर पात्र थोड़ा टेढ़ा करके थोड़ी देर रहने दें. ऐसा करने से केले का रस अलग निथर आएगा. इसी रस का सेवन करें. आप चाहें तो स्वाद के लिए उसमें चुटकी भर काली मिर्च और सेंधा नमक भी पीसकर डाल सकते हैं.
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