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कहीं आपका पार्टनर इमोशनली इमैच्योर तो नहीं? इन संकेतों से पहचानें ऐसे पार्टनर को… (Is Your Partner Emotionally Immature? These Are The Signs To Spot Such A Partner)

क्या आपका रिश्ता धीरे-धीरे फीका पड़ रहा है? कभी-कभी लगता है कि सब कुछ ठीक होते हुए भी आपके पार्टनर के बीच एक अनकही दूरी आ गई है. कहीं आपका पार्टनर इमोशनली इमैच्योर तो नहीं है?

कोई भी रिश्ता ऐसा नहीं होना चाहिए जहां आपको लगातार दोषी महसूस कराया जाए. ऐसे रिश्ते में रहना, जो लगातार आपको दोषी ठहराता है आपके आत्मसम्मान के लिए हानिकारक होता है. इससे आप कॉन्फिडेंस खो सकते हैं. याद रहे कि पार्टनर का दोषारोपण उनकी अपरिपक्वता से आता है, न कि आपकी कमियों से. आइए, ऐसे‌ इमोशनली इमैच्योर पार्टनर के बारे में जानते हैं.

अपनी हर ग़लती से बच निकलते हैं

क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि कई बार आपकी ग़लती ना होने पर भी पार्टनर से जब बहस होती है तो बड़ी सफ़ाई से वह अपनी ग़लती आप पर थोप देते हैं. यह काम वह इतने कॉन्फिडेंस के साथ करते हैं कि आप भी सोचने पर मजबूर हो जाती हैं कि कहीं सच में ही ग़लती मेरी ही तो नहीं थी. इसे ओवरस्मार्टनेस कहते हैं. वे शायद ही कभी आपके दृष्टिकोण को समझने की कोशिश करते हैं. उनके लिए या तो वे सही हैं या आप ग़लत हैं. बीच का कोई रास्ता नहीं है. लेकिन आपको यह समझने की ज़रुरत है, क्योंकि हर बार आप ही ग़लत हो ये संभव नहीं है.

इमोशनल फूल बनाते हैं ऐसे लोग

ऐसे लोग हर वक़्त ख़ुद को बहुत बेचारा और सीधा साधा दिखाने की कोशिश करते हैं. वे हर वक़्त ये शो ऑफ करते हैं कि उनसे ज़्यादा मुश्किल में कोई नहीं है और सब उनकी एक आवाज़ पर उनका साथ देने के लिए अपना सब काम छोड़ कर आ जाएं. अगर आप नहीं जाएंगे तो वे आपको इमोशनली ब्लैकमेल करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ेते.

अटेंशन सीकर तो नहीं आपका पार्टनर

इमोशनली इमैच्योर लोग हमेशा अटेंशन की डिमांड में रहते हैं. वो हमेशा ऐसी चीज़ें करते रहेंगे, जिससे उन्हें लोगों की अटेंशन मिलती रहे. इसके लिए वे कुछ भी बचकानी हरकते करते हैं और आपके रोकने पर आपको ही बुरा-भला कहने लगते हैं. वे सोचते हैं हर कोई उनके बारे में ही बात करें. पार्टी में अगर कोई आपकी तारीफ़ कर दें तो वे वहां अपना ख़ुद का बखान करने मियां मिट्ठू बनने पहुंच जाते हैं. आप चाहकर भी उनकी इस आदत को बदल नहीं सकते हैं.

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नेगेटिव सिचुएशन में हाथ-पैर छोड़ देना

अगर कभी ऐसी सिचुएशन आ जाती है कि आपको उनकी मदद की ज़रुरत होती है या किसी कठिन फ़ैसले की दरकार होती है तो ऐसे समय में कुछ भी ठीक करने की बजाय ये ख़ुद ही अपना रोना रोने बैठ जाते हैं. ये दूसरों को क्या संभालेंगे, बल्कि उल्टा दो लोग इन्हें ख़ुद को ही संभालने के लिए चाहिए होते हैं.

कमिटमेंट न रख पाना

इमोशली इमैच्योर व्यक्ति कभी भी अपनी कमिटमेंट पूरी नहीं कर पाते हैं. इनके लिए दूसरों की भावनाएं समझ पाना काफ़ी मुश्किल होता है. ऐसे लोग हमेशा अपनी बात से मुकर जाते हैं और कमिटमेंट से बचने की कोशिश करते हैं. ऐसे लोगों के लिए वादा तोड़ना बहुत आसान होता है. ये भरोसे के लायक नहीं होते.

हमेशा डिफेंसिव मोड में रहना

ऐसे लोग हमेशा ख़ुद को बचाने में लगे रहते हैं. हालांकि जब आप एक रिश्ते में होते हैं तो सिद्धांत यही होता है कि आपको अगर कोई चीज़ बुरी या ग़लत लगी है तो उस मसले पर बात करें, उसका हल निकालें. अगर आपके विचार अलग हैं तो भी उस पर बैठकर बात करें. जबकि भावनात्मक रूप से अपरिपक्व पार्टनर हमेशा डिफेंसिव हो जाते हैं. यदि वे महसूस करते हैं कि उन पर कोई आरोप लगाया जा रहा है तो वे आक्रामक भी हो सकते हैं. छोटी-छोटी बातों को लेकर बैठ जाना, उन्हें बड़ा बनाना और बात को ख़त्म ना करना... इनका नेचर हो जाता है और उसके साथ डील करना बहुत मुश्किल होता है.

आप लोनली फील करने लगते हैं

आपका पार्टनर इतना इमैच्योर होता है कि उसके साथ कोई ढंग की बात करना भी किसी मुसीबत से कम नहीं होता. पता नहीं वह किस बात को कैसे ले जाए. इसलिए अपने ही पार्टनर से बात करने से पहले दो बार सोचना पड़ता है कि ये बात करें या नहीं. यही वजह होती है कि बात करने के टॉपिक लगभग ख़त्म होने लगते हैं और साथ होने पर भी आपस में बात करने के लिए कोई मुद्दा नहीं होता है. आप अपने मन की बात शेयर करने के लिए किसी ओर दोस्त को ढूंढ़ने लगते हैं. ऐसा सिर्फ़ पार्टनर के इमैच्योर बिहेवियर की वजह से होता है.

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ईर्ष्या और नियंत्रण की भावना

उनकी असुरक्षा अक्सर ईर्ष्या और आपको नियंत्रित करने की कोशिश के रूप में सामने आ सकती है, क्योंकि वे ख़ुद को स्थिर महसूस नहीं करते. वे आपसे हर बात में जलते हैं. कोई आपकी तारीफ़ कर दे तो उन्हें यह भी बर्दाश्त नहीं होता. उनका मूड ऑफ हो जाता है. वे आप पर चिल्लाने को अपना हक़ समझते हैं और आपको कंट्रोल करना उनका फेवरेट काम होता है. अब यह आपको तय करना है कि ऐसे पार्टनर के साथ कैसे डील करें.

कैसे डील करें ऐसे पार्टनर के साथ

जब वे आपको ग़लत ठहराएं तो उनसे स्पष्ट कह दें कि यहां आपकी ग़लती नहीं है और इस बात को पूरी तरह शांति के साथ समझाएं, ताकि उन्हें पता हो कि आप हर बात का दोष स्वीकार नहीं करेंगी.

अपने पार्टनर को बताएं कि आप कौन सा व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेंगी, जैसे- चिल्लाना, दोष देना या परिस्थितियों से भाग जाना. अगर वे ऐसा करते हैं तो यह सही नहीं, बल्कि आप उसका विरोध करें.

अपने पार्टनर को समझाएं कि उसे बदलने की ज़रुरत है. अगर वह तैयार हो तो रिलेशनशिप काउंसलर या थेरेपिस्ट की मदद लें.

यदि वे अपनी ग़लतियों को स्वीकार करने, बदलने या पेशेवर मदद लेने से लगातार इनकार करते हैं तो आपको रिश्ते के भविष्य के बारे में गंभीरता से विचार करना होगा. साथ ही अपनी भावनात्मक और मेंटल हेल्थ पर ध्यान देना होगा.

- शिखा जैन 

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