अपने बेबाक अंदाज के लिए सुर्खियों में रहनेवाली कंगना रनौत सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और हर सामाजिक-राजनीतिक मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखती रहती हैं. बीते दिनों किसान आंदोलन को लेकर किए गए उनके ट्वीट पर काफी हंगामा भी हुआ था. उनके ट्वीट के लिए उन्हें काफी ट्रोल भी किया गया, उनकी आलोचना हुई और उन्हें लीगल नोटिस तक भेजी गई. इन सबके बावजूद कंगना रुकी नहीं हैं. वो ट्विटर पर एक्टिव हैं और लगातार अपनी बात रख रही हैं.
और अब कंगना ने भारत बंद को लेकर ट्वीट किया है जो कि काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जैसा कि सभी जानते हैं कि केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ आज यानी 8 दिसंबर को किसानों ने भारत बंद की घोषणा की है, कंगना ने इसी बन्द के सिलसिले में एक ट्वीट करके बन्द के खिलाफ अपना विरोध जताया है.
दरअसल, कंगना रनौत भारत बंद के खिलाफ है. ऐसे में उन्होंने बेहद ही काव्यात्मक अंदाज में बन्द का विरोध किया है. कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में सद्गुरू का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो प्रोटेस्ट को लेकर बात करते दिखाई दे रहे हैं.
वीडियो शेयर करते हुए कंगना ने लिखा, "आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूं तो तूफ़ानों की कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी कुछ छेद भी कर देते हैं, रह रह के रोज़ मरती है हर उम्मीद यहाँ, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी माँग लो, आ जाओ सड़क पे और तुम भी धरना दो, चलो आज यह क़िस्सा ही ख़त्म करते हैं."
कंगना का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है और इसे यूजर्स की मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है. जहां काफी सारे यूजर्स कंगना के भारत बंद विरोध को गलत मान रहे हैं, तो वहीं तमाम यूजर्स उन्हें सपोर्ट भी करते दिखाई दे रहे हैं.
बता दें कि इससे पहले कंगना किसान आंदोलन पर किए अपने एक ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गई थीं, जिसमें कंगना ने कह दिया था कि किसान आंदोलन से शाहीन बाग की दादी भी जुड़ गयी हैं और टाइम मैग्जिन में जगह बना चुकी वह दादी ‘‘100 रुपये में उपलब्ध’’ हैं. इतना ही नहीं, कंगना ने ये भी कहा कि जिस दिन शाहीन बाग की तरह इन धरनों का रहस्य खुलेगा तो मैं एक शानदार स्पीच लिखूंगी और तुम लोगों का मुंह काला हो जाएगा. कंगना के इस ट्वीट को लेकर स्वरा भास्कर, दिलजीत दोसांझ समेत कई बॉलीवुड स्टार्स ने उनकी जमकर आलोचना की और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर खूब बहस हुई. उनका ट्विटर एकाउंट बैन करने तक की मांग उठी और उन्हें लीगल नोटिस तक भेजा गया, लेकिन इन सबके बावजूद कंगना लगातार किसान आंदोलन के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रही हैं.