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3 फिल्में करने के बाद भी 12 लड़कों के साथ फ्लैट शेयर करते थे कार्तिक आर्यन, जानिए इस चॉकलेटी हीरो के संघर्ष की कहानी (Kartik Aaryan- I stayed in the same flat with 12 boys till my third film…)

कार्तिक आर्यन इन दिनों बॉलीवुड के सबसे चहेते एक्टर्स में से एक हैं. उन्होंने बहुत कम समय में इतनी सफलता प्राप्त कर ली है. लेकिन कार्तिक आर्यन के लिए यह सफर आसान नहीं था. फिल्म इंडस्ट्री से बाहर का होने के कारण उन्हें अपनी पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी. प्यार का पंचनामा से लेकर पति-पत्नी और वो तक के सफर में कार्तिक ने बहुत पापड़ बेले. अपनी आगामी फिल्म पति-पत्नी और वो के प्रोमोशन के दौरान एक इंटरव्यू में अपने संघर्ष के बारे बात करते हुए कार्तिक ने  शेयर किया कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंन् बहुत मेहनत की. वे कहते हैं,'' मेरा जन्म ग्वालियर जैसे छोटे शहर में हुआ था. मेरे पैरेंट्स मेडिकल फील्ड से थे और मैं इंजीनियरिंग करनेवाला था, पर 9th क्लास में मैंने बाजीगर फिल्म देखी और मुझे एहसास हो गया कि मुझे क्या बनना है. मुझे यह नहीं पता था कि मेरी बात सुनकर मेरे पैरेंट्स किस तरह रिएक्ट करेंगे, इसलिए मैंने 12th तक ग्वालियर में पढ़ने का निर्णय लिया और फिर कॉलेज करने के बहाने मुंबई आ गया.'' Kartik Aaryan अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कार्तिक ने कहा कि,'' सौभाग्यवश मुझे नवी मुंबई के एक कॉलेज में एडमिशन मिल गया. मैं हॉस्टल में रहता है और ऑडिशन के लिए सर्च करता था. मेरा मुंबई को कोई कॉन्टेक्ट नहीं था, इसिलए मैं फेसबुक पर एक्टर नीडेड जैसे कीवर्ड टाइप करके काम की तलाश किया करता था. शुरुआत में मैं हफ्ते में 3-4 दिन ऑडिशन के लिए 6 घंटों तक ट्रैवल करता था. कभी-कभी तो मुझे स्टूडियो के बाहर से ही रिजेक्ट कर दिया जाता था. लेकिन मैंने हार नहीं मानी. शुरुआत में मुझे कुछ ऐड्स में थोड़े सेकेंड्स का काम मिला. फिर मैंने अंधेरी में घर किराए पर ले लिया, जहां मेरे साथ 12 लड़के रहते थे. मैंने पास ज़्यादा पैसे नहीं थे, इतना भी नहीं कि मैं अपना पोर्टफोलियो बनवा सकूं. मैं ग्रुुप फोटोज़ में से अपने फेस को क्रॉप करके एजेंट्स को भेजा करता था. मैं ऑडिशन के लिए कॉलेज स्किप करता था, लेकिन इन सभी चीज़ों के बारे में मेरे पैरेंट्स को कोई जानकारी नहीं थी.  एक बार मैंने फिल्म ऑडिशन का ऐड देखा और उसके लिए जाने का फैसला किया. अच्छी बात यह थी कि मैं उन्हें पसंद आया और उन्होंने कई बार मेरा ऑडिशन लिया. फाइनली मुझे वह रोल मिल गया. जब मुझे इस बात का पता चला तो मैं उस वक्त अंधेरी स्टेशन पर था. तभी मैंने अपनी मम्मी को फोन किया. उन्हें इस बात पर विश्वास ही नहीं हुआ.'' Kartik Aaryan कार्तिक आगे कहते हैं, ''ढाई साल के संघर्ष के बाद मैं अपने सपने के थोड़ा करीब पहुंचा. फिल्म प्यार का पंचनामा के बाद भी मुझे ज़्यादा मौके नहीं मिल रहे थे.  मैं 3 फिल्में करने तक अंधेरी में 12 लड़कों के साथ ही रहता था. उस समय मेरी मां इस बात पर अड़ी थी कि मुझे पहले डिग्री लेनी चाहिए, इसलिए शूटिंग के दौरान मैं एग्ज़ाम भी देता था और एग्ज़ाम हॉल में मौजूद लोग मेरे साथ फोटो खिचवाते थे. लेकिन सोनू के टीटू की स्वीटी के बाद मेरी जिंदगी बदल गई. हाल ही में मैं जब ग्वालियर गया था तो मेरे स्कूल वालों ने मुझे चीफ गेस्ट के तौर पर इंवाइट किया था. वहां बच्चे मेरे नाम लेकर चिल्ला रहे थे. सच वो फिलिंग मैं बयां नहीं कर सकता. मैं आज जहां भी हूं, वहां मैं कभी नहीं पहुंच पाता, अगर मैं अपने सपनों पर विश्वास नहीं करता. मुझे अभी बहुत आगे जाना है. कभी-कभी तो मुझे अपनी जर्नी पर विश्वास ही नहीं होता. "  काम की बात करें तो उनके पास कई फिल्में हैं, जिनमें इम्तियाज अली की सारा अली खान स्टारर 'लव आज कल 2', करण जौहर की जान्हवी कपूर स्टारर 'दोस्ताना 2' और अनीस बज्मी की किआरा आडवाणी स्टारर 'भूल भुलैया 2' में शामिल हैं. ये भी पढ़ेंः बिग बॉस 13ः फैन्स को लगता है कि सिद्धार्थ शुक्ला हैं बिग बॉस के जमाई (Bigg Boss 13: Fans Feels Makers Are Biased Towards Sidharth Shukla)      
   

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