ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष जब से सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई है, तभी से फिल्म के डायलॉग्स को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार फिल्म के डायलॉग्स के विवाद के बाद फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर ने फिल्म के कुछ डायलॉग को बदलने की बात भी की है. डायलॉग्स में कुछ बदलाव भी किये गए. लेकिन रामायण के बाद एंटरटेनमेंट वर्ल्ड के मोस्ट पॉप्युलर शो 'महाभारत' में धृतराष्ट्र का किरदार निभाने वालेगिरिजा शंकर का ये मानना है कि फिल्म मेकर्स को ऐसे 'टपोरी' डायलॉग्स उपयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं थी.
महाभारत में धृतराष्ट्र का किरदार निभाने वाले एक्टर गिरिजा शंकर ने विवादों से घिरी हुई ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष के डायलॉग्स सुनकर बुरी तरह से भड़क उठे. इस बारे में एक्टर ने अपने विचार सोशल मीडिया पर शेयर किये हैं. गिरिजा शंकर का मानना है कि फिल्ममेकर्स को ऐसी 'टपोरी और आम बोलचाल की भाषा' का फिल्म में इस्तेमाल करने की कोई आवश्यकता नहीं थी.
हाल ही में दिए हिंदुस्तान टाइम्स को दिए अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में गिरिजा शंकर से जब आदिपुरुष के डायलॉग्स के बारे में सवाल किये तो एक्टर ने अपनी प्रतिक्रिया इस तरह से व्यक्त की.
गिरिजा शंकर ने अपनी बात रखते हुए कहते हैं- फिल्म में जिस तरह से टपोरी और आम बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया है उसे इस्तेमाल करने की कोई ज़रूरत थी. हम सबकी फेवरेट रामायण में राम चरित मानस का वर्णन किया गया है और यह कई वर्षों-युगों से खेली जाती भी रही है.
मुझे लगता है कि टपोरी और आम भाषा की जगह और अच्छी भाषा का इस्तेमाल कर सकते थे. फिल्म में अपनी बात को कहने का अच्छा तरीका और बेहतर डायलॉग्स लिख सकते थे. फिल्म मेकर का ये तरीका आने वाली जेनरेशन के लिए बेहतरीन कंटेंट साबित हो सकता था कि फिल्म में कितनी अच्छी शब्दावली और भाषा का यूज़ किया गया है. फिल्म का चित्रण कितने अच्छे तरीके से किया गया है.