कंगना रनौत उन कलाकारों में से जिनकी फिल्मों का इंतज़ार उनके फैंस ही नहीं, बल्कि आलोचकों को भी रहता है. और एक बार फिर उन्होंने अपने अभिनय और ज़बर्दस्त एक्शन से अपना लोहा मनवाया है तेजस फिल्म में.
तेजस गिल बनी कंगना ने फाइटर पायलट के रूप में गज़ब की परफॉर्मेंस दी है. किस तरह यह लड़ाकू पायलट अपने जान की परवाह किए बगैर न केवल अपने ऑफिसर को बचाती है, दुश्मनों को नेस्तनाबूद करती है, बल्कि देश का नाम भी रौशन करती है. वीएफएक्स का ख़ूबसूरती से इस्तेमाल किया गया है. तेजस का एक अतीत भी है, जिसमें 26/11 के आंतकवादी हमले में अपने परिवार के सभी लोगों को उसनेे खोया था. उसका यह अतीत उसे कभी चैन से बैठने नहीं देता.
फिल्म में देश, धर्म से जुड़े कई मुद्दों को उठाया गया है, ख़ासकर राम जन्मभूमि, हिंदू-मुस्लिम से जुड़े विवाद. निर्देशक सर्वेश मेवाड़ा की यह पहली फिल्म हैं, जिसमें उन्होंने नारी को महिमामंडित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
महिला पायलट बनी अंशुल चौहान ने भी कंगना का बख़ूबी साथ दिया है और कई दृश्यों में वे सहज व प्रभावशाली लगी हैं. आशीष विद्यार्थी अफसर की भूमिका में तो मोहन अगाशे प्रधानमंत्री की भूमिका में जंचे हैं. अन्य कलाकारों में वरुण मित्रा व विशाक नायर ने भी अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है. शाश्वत सचदेव के म्यूज़िक में जान दा... गाना कर्णप्रिय बन पड़ा है.
हरि के वेदांतम की सिनेमैटोग्राफी ठीक ठाक है. आरिफ शेख ने भी एडिटिंग करते हुए फिल्म को दो घंटे से भी कम रखा, जो सही है. वैसे फिल्म की जान इसके स्पेशल इफेक्ट्स हैं, जो दमदार हैं, विशेषकर एरियल स्टंट्स में वीएफएक्स का लाजवाब इस्तेमाल किया गया है.
रॉनी स्क्रूवाला ने निर्माता के तौर पर एक बार फिर मनोरंजन से भरपूर फिल्म देने की कोशिश की है, लेकिन दर्शक इसे कितना पसंद कर पाते हैं यह तो आनेवला व़क्त ही बताएगा. परंतु कंगना के फैंस यक़ीनन इसे पसंद करेंगे इसमें कोई दो राय नहीं.
Photo Courtesy: Social Media