ऋषि कपूर के निधन को एक साल हो गया है. पति के अचानक चले जाने से नीतू कपूर काफी टूट गई थीं, लेकिन उन्होने जिस तरह खुद को संभाला और जिंदगी में आग बढ़ीं, उसके लिए उनके फैंस उनकी तारीफ करते हैं, लेकिन साथ ही फैंस इस बात को लेकर हैरान-परेशान भी रहते हैं कि बेटे और बेटी के होते हुए नीतू कपूर अपने फ्लैट में अकेली क्यों रहती हैं.
मां नीतू को अकेला छोड़ आलिया के साथ रहने को लेकर ट्रोलर्स के निशाने पर रहते हैं रणबीर
बता दें कि नीतू कपूर के बेटी रिद्धिमा कपूर साहनी की शादी दिल्ली में हुई है और वो अपनी फैमिली के साथ दिल्ली में रहती हैं, जबकि रणबीर कपूर अपनी मॉम से अलग गर्लफ्रेंड आलिया भट्ट के साथ लिवइन में रहते हैं. हालांकि रणबीर अक्सर अपनी मॉम से मिलने आते हैं, लेकिन इस बात के लिए कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाता है और रणबीर को लोग इस बात के लिए खरी खोटी सुनाते हैं कि मां को अकेले छोड़कर वो गर्लफ्रेंड के साथ लिव-इन में रह रहे हैं. यहीं नहीं, रणबीर को इस बात के लिए भी जमकर ट्रोल किया गया था कि पिता की तेरहवीं और बरसी की रस्मों में भी रणबीर मेहमानों की तरह अपनी मां के घर पहुंचे थे.
अकेले रहने का फैसला नीतू ने खुद लिया है
लेकिन अब नीतू कपूर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि वो अकेली क्यों रहती हैं और पापा की डेथ के बाद रणबीर अपनी मां के फ्लैट में शिफ्ट क्यों नहीं हुए? नीतू कपूर ने बताया कि बच्चों से अलग, अकेले रहने का फैसला उन्होने खुद लिया है. नीतू चाहती हैं कि उनके बच्चे अपनी जिंदगी में बिज़ी रहें. उन्होंने अपने दोनों बच्चों को कह दिया था “मेरे दिल में रहो, मेरे सिर पर मत चढ़ो...”
'मुझे प्राइवेसी पसंद है'
नीतू ने बताया कि ऋषि जी की डेथ के बाद बेटी रिद्धिमा उनके साथ मुंबई में रह रही थीं, लेकिन नीतू चाहती थीं कि रिद्धिमा वापस अपने ससुराल दिल्ली चली जाएं. नीतू ने कहा “जब रिद्धिमा लॉकडाउन के दौरान मेरे साथ रह रही थी, तब एक साल तक मैं काफी स्ट्रेस में रही, क्योंकि वो वापस जा ही नहीं रही थी. मैं रिद्धिमा को बार-बार कहती रहती थी, कि प्लीज जाओ, भरत अकेले हैं. मैं सच मे चाह रही थी कि वो दिल्ली लौट जाए, क्योंकि मुझे प्राइवेसी पसंद है. मुझे अकेले रहना ही पसंद है. ”
बच्चों से दूर रहने की आदत है
नीतू कपूर ने बताया कि उन्हें बच्चों से दूर अकेले रहने की आदत तभी से हो गई थी, जब उनके बच्चे विदेश में पढ़ाई करने के लिए चले गए थे. “जब रिद्धिमा पढ़ाई के लिए लंदन जा रही थी, तब मैं खूब रोई थी. जब भी कोई उससे मिलने आता, मैं रोना शुरू कर देती थी, लेकिन जब बाद में रणबीर एजुकेशन के लिए विदेश गए तब मुझे बिल्कुल रोना नहीं आया. रणबीर ने लगता था कि मैं उससे प्यार नहीं करती हूं, लेकिन ऐसा नहीं था. तब तक मुझे बच्चों से दूर रहने की, उस जीवन की आदत हो गई थी. उस अकेलेपन ने ही मुझे स्ट्रॉन्ग बनाया और मुझे एहसास कराया कि मैं अकेली ही ठीक हूं.”
नीतू चाहती हैं बच्चे भले ही रोज़ न मिलें, पर कनेक्टेड रहें
नीतू कहती हैं कि बच्चों की अपनी लाइफ है. "मैं बहुत खुश होती हूं जब वो मेरे पास आते हैं, पर साथ ही चाहती हूं कि वो अपने-अपने घरों को वापस चले जाएं और सैटल हो जाएं." नीतू ने अपने बच्चों पर साथ में रहने की कंडीशन अप्लाई नहीं की है. "मैं उनसे बस एक ही बात कहती हूं कि मुझसे रोजाना मत मिलो, पर कनेक्टेड रहो. मैं नहीं चाहती कि वो हर वक्त मेरे आसपास रहें. मैं इस मामले में आजादी पसंद करती हूं. मेरी लाइफ जैसी है, वैसी पसंद है "
ऋषि के जाने के बाद बेटे रणबीर के साथ नीतू और रणबीर का रिश्ता भी बदला
कुछ दिनों पहले नीतू ने कहा था कि ऋषि कपूर के जाने के बाद से उनके और रणबीर के रिश्ते में काफी बदलाव आ गए हैं. नीतू ने बताया था कि अब वह रणबीर के साथ फिल्म की स्क्रिप्ट् डिस्कस करती हैं, दोनों साथ में फिल्में भी देखते हैं.'‘अब मुझे कोई फिल्म ऑफर होती है, तो मैं रणबीर से डिस्कस करती हूं. वह भी मुझसे अपनी फिल्मों के बारे में डिस्कस करता है, हालांकि उसके अपने डिसिजन्स होते हैं. लेकिन एक बार वह मेरी राय भी जरूर लेता है. तो अब हमारा बॉन्ड काफी मजबूत है, हमारा रिलेशनशिप पहले से बहुत बहुत बेहतर है.'’