निम्रत कौर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की है और साथ ही लिखा है इमोशनल नोट. दरअसल ये तस्वीर निम्रत के बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन की है जिसमें उन्होंने फिल्म दसवीं के दौरान की अपने बढ़े हुए वज़न वाली पिक के साथ अभी की अपने वेटलॉस वाली तस्वीर शेयर की है.
निम्रत की इस पोस्ट की सभी सराहना कर रहे हैं लेकिन निम्रत के नोट में उनका दर्द साफ़ झलक रहा है. निम्रत ने इस नोट में अपने उस अनुभव के बारे में बताया है जो उनको वज़न बढ़ाने के दौरान हुआ. किस तरह उनको ट्रोल किया जाता था और कैसे बार-बार बॉडी शेमिंग की जाती थी ये सारे अनुभव उन्होंने बयां किए हैं और लोगों को थोड़ा संवेदनशील होने की सलाह भी दी है.
निम्रत ने अपने नोट में लिखा है कि भले ही हम किसी भी प्रोफेशन में हों और किसी भी लिंग के हों लेकिन हम इस दौर में हैं जहां आप कैसे दिखते हो उसको लेकर काफ़ी बड़ी अपेक्षाएं रखी जाती हैं. इसलिए मैं अपनी ज़िंदगी का एक छोटा सा अध्याय आप सबसे शेयर कर रही हूं, जिसने मुझे इतना कुछ सिखा दिया कि ज़िंदगीभर मुझे याद रहेगा.
निम्रत ने बताया कि फ़िल्म दसवीं के बिमला देवी किरदार के लिए उनको अपना वज़न बढ़ाना था, चूंकि वो स्मॉल और मीडियम साइज के साथ पैदा हुई थीं और उनको अपने लुक से बिल्कुल अलग दिखना था, हालांकि ये नहीं सोचा गया था कि कितना वज़न बढ़ाना है लेकिन सबके सपोर्ट और सलाह से उनको भी हौसला मिला और वो उस किरदार में पूरी तरह ढलने के लिए अपना वज़न बढ़ाने की तैयारी में जुट गईं और अंत में पूरे 15 किलो वज़न बढ़ाने पर उनका लुक परफेक्ट था अपने किरदार के लिए. लेकिन इस वज़न बढ़ाने के दौरान लोग अक्सर उन पर भद्दे कमेंट करते थे, निम्रत ने कहा कि मुझे क्या खाना चाहिए और क्या नहीं जैसे इस पर सलाह देने का हक़ सबको मिल गया था. मेरे लिए क्या खाना सही है और क्या ग़लत ये वो तय करने लगे थे. ये ज़रूरी तो नहीं कि मैं सबको सफ़ाई देती रहूं कि मैं क्यों ऐसा खाना खा रही हूं, कोई बीमार हो सकती है, कुछ दवाओं का असर हो सकता है, होर्मोंस या फिर सिम्पल मुझे ये खाकर खुशी मिल रही है इसलिए खा रही हूं.
निम्रत ने अपनी पोस्ट में कहा कि लोगों के लिए ये बहुत ज़रूरी है कि वो अपने काम से काम रखें. दूसरों के शरीर पर कमेंट करने की बजाय अपने शरीर पर ध्यान दें कि वो जो दूसरों को सलाह दे रहे हैं वो खुद पर लागू करें.
अंत में उन्होंने लिखा कि संवेदनशील बनें, दयालू और नेक बनें. किसी का दिन अगर अच्छा नहीं बना सकते तो कम से कम उसे ख़राब तो न करें. ज़िम्मेदार बनें. अपने शरीर और दिमाग़ से मतलब रखें, दूसरे के नहीं.
निम्रत की इस पोस्ट को फैंस और सेलेब्स का काफ़ी सपोर्ट मिल रहा है और लोग उनकी तारीफ़ कर रहे हैं.