शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म 'पठान' को लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है. जब से फिल्म का गाना 'बेशर्म रंग' रिलीज हुआ है लोग बड़ी संख्या में इसके विरोध में उतर आए हैं. दीपिका पादुकोण के गेटअप और उनके हॉट डांस मूव्स को देखकर लोग उसे अश्लील बता रहे हैं. साथ ही इस गाने में जो दीपिका ने भगवा रंग का स्विमसूट पहना है, उसे लेकर भी बवाल है. बात यहां तक पहुंच गई है कि सोशल मीडिया पर लोग फिल्म को बायकॉट करने की मांग कर रहे हैं. वैसे बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब दीपिका पादुकोण की किसी फिल्म को लेकर इस हद तक बवाल मचा है. इससे पहले भी उनकी फिल्मों के साथ इस तरह की बात हो चुकी है. आइए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में और उसके पीछे होनेवाले बवाल के कारण के बारे में.
पद्मावत - जब दीपिका पादुकोण की फिल्म 'पद्मावत' आनेवाली थी, तो उस समय भी फिल्म को लेकर लोगों ने हंगामा खड़ा किया था. उस फिल्म पर ये आरोप लगाया गया था कि फिल्म को बनाने के लिए इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है. यही नहीं फिल्म के सुपरहिट सॉन्ग 'घूमर' पर भी बवाल मचा था. देशभर में करणी सेना ने जमकर हंगामा मचाने का काम किया था. हालात ऐसे हो गए थे कि फिल्म का नाम बदलना पड़ा. तब जाकर कहीं फिल्म रिलीज हो पाई थी.
बाजीराव मस्तानी - बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' को लेकर भी कम बवाल नहीं मचा था. कुछ लोगों ने फिल्म के मेकर्स पर इतिहास के साथ छेड़खानी का आरोप लगाया था और फिल्म को बैन करने तक की मांग कर डाली थी. लेकिन बाद में ये फिल्म बिना किसी परेशानी के थियेटरों में रिलीज हुई और फिल्म ने जमकर बिजनेस भी किया. बता दें कि इस फिल्म में दीपिका पादुकोण के अलावा रणवीर सिंह और प्रियंका चोपड़ा भी थीं.
गोलियों की रासलीला राम-लीला - रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म 'रामलीला' को लेकर भी खूब हंगामा हुआ था. वैसे तो इस फिल्म ने भी देशभर में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन फिल्म के नाम को लेकर खूब बवाल हुआ था. ऐसे में फिल्म के मेकर्स ने फिल्म 'रामलीला' के नाम को बदलकर 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' किया था.
छपाक - एसिड सर्वाइवर पर बेस्ड इस फिल्म की चर्चा उन दिनों खूब रही थी. फिल्म में दीपिका ने एसिड सर्वाइवर का रोल प्ले किया था. लेकिन यहां बवाल इस बात को लेकर मचा था कि फिल्म के रिलीज होने से पहले दीपिका दिल्ली के जेएनयू यूनिवर्सिटी पहुंच गई थीं, जिसके बाद से ही उन्हें टुकड़े-टुकड़े गैंग का हिस्सा बताया जाने लगा और फिल्म को बायकॉट करने की मांग उठने लगी थी.