एक्टर सोनू सूद को लोग अब ग़रीबों का मसीहा मानते हैं. लॉकडाउन में उन्होंने प्रवासी मज़दूरों को जो घर भेजकर मदद करने का सिलसिला शुरू किया था वो अब और विस्तृत रूप ले चुका है. कभी किसी का इलाज कराते हैं वो तो कभी स्टूडेंट्स की मदद करते हैं. लोगों के मन में एक यह भी प्रश्न रहता है कि इतना फंड वो लाते कहां से हैं. ज़ाहिर है पैसे जुटाना भी आसान काम नहीं है और इसीलिए सोनू ने मुंबई के जुहू इलाक़े में स्थित अपनी आठ प्रॉपर्टीज़ गिरवी रख दी हैं.
सोनू ने अपनी दो दुकानें और छह फ़्लैट्स गिरवी रख दस करोड़ रुपये जुटाए हैं ताकि वो खुले दिल से लोगों की मदद कर सकें.
हालाँकि सोनू की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, पर रिपोर्ट्स की मानें तो यह प्रॉपर्टी सोनू और उनकी पत्नी के नाम हैं और उन्होंने बैंक से प्रॉपर्टी के बदले लोन लिया है. बताया गया है कि सोनू ने 10 करोड़ के लोन पर 5 लाख रुपये के पंजीकरण शुल्क का भुगतान किया है. सोनू के जज़्बे को सभी सलाम करते हैं और हाल ही में उन्हें पंजाब में चुनाव आयोग ने ब्रांड ऐम्बैसडर भी बनाया था जिसके तहत वो लोगों में एथिकल वोटिंग के लिए जागरूकता फैलाएंगे. सोनू ने तब भी ख़ुशी ज़ाहिर की थी कि उनके राज्य में उन्हें यह सम्मान मिला.
सोनू के समाज सेवा के जज़्बे को अब हर स्टेट पर पहचान मिलने लगी है और वो भी अब इससे पीछे नहीं हटना चाहते, तभी तो अपना घर और दुकानें तक गिरवी रख वो फ़ंड्स जुटा रहे हैं.