याहू की बेस्ट पर्सनैलिटीज़ ऑफ 2020 की लिस्ट जारी हो चुकी है. याहू की इस टॉपर्स की लिस्ट में शुमार होनेवाले में सोनू सूद का भी नाम है. एक्टर सोनू सूद ने जिस तरह पैनडेमिक में लोगों की मदद की, वो सच में एक रियल लाइफ हीरो के रूप में उभरकर सामने आए हैं...
लाखों माइग्रेंट वर्कर्स को घर पहुंचाने से लेकर, ज़रूरतमंदों की मदद तक, छात्रों को स्कॉलरशिप दिलाने से लेकर बेरोजगारों को रोजगार दिलाने तक सोनू ने बहुत कुछ किया है और लोगों के दिलों में असली हीरो के रूप में अपनी एक अलग पहचान बना ली है और अब सोनू बुजुर्गों के लिए एक पहल की शुरुआत करने जा रहे हैं.
अब 'रुक जाना नहीं' मिशन के तहत कराएंगे बुजुर्गों के घुटनों की सर्जरी
और अब नए साल में सोनू सूद नए मिशन की शुरुआत करने जा रहे हैं. 2021 में सोनू सूद ने बुजुर्गों के घुटनों की मुफ्त सर्जरी यानी फ्री नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने का फैसला किया है.अपने इस मिशन की घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए किया है. उन्होंने ट्विटर पर एक पोस्टर शेयर किया है, जिसमें वह नजर आ रहे हैं और साइड में व्हीलचेयर पर बैठे लोग और छड़ी पकड़े हुए लोगों की प्रतीकात्मक तस्वीरें दिख रही हैं. पोस्टर पर तिरंगे में 'रुक जाना नहीं' लिखा है. साथ ही पोस्टर में ये भी लिखा है कि ये वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक मिशन है जो जल्द ही लॉन्च होगा. ये पोस्टर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा- ‘हमारा अस्तित्व हमारे बड़े-बुजुर्ग हैं.' सोनू सूद का ये मिशन वरिष्ठ नागरिकों को घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने में मदद करेगा.
'अब हमारी बारी है यह सुनिश्चित करने की कि हमारे बुजुर्ग चल सकें'- सोनू सूद
एक इंटरव्यू में अपने इस मिशन पर बात करते हुए सोनू ने बताया कि हमारे यहां अक्सर देखा गया है कि बुजुर्गों को तब तक चिकित्सा की मुहैया नहीं होती जब तक कि यह जीवन के लिए खतरनाक बीमारी न हो. लोग मुझसे कहते हैं, 'जब आप बच्चों के दिल के ऑपरेशन करा सकते हैं तो बुजुर्गो की नी ट्रांसप्लांट सर्जरी क्यों नहीं? मेरा मानना है कि जब आप बच्चे थे, तो आपके माता-पिता ने आपको चलना सिखाया था. अब आपकी बारी है यह सुनिश्चित करने की कि वे चल सकें. ”
'मैं चाहता हूँ, बुजुर्ग खुद को उपेक्षित न महसूस करें'
सोनू ने आगे कहा, "ऐसा नहीं है कि सभी बच्चे अपने माता-पिता की जरूरतों के प्रति लापरवाह हैं. वे माता पिता की घुटने की सर्जरी के लिए आगे आते हैं, लेकिन अक्सर माता-पिता बच्चों के पैसे खर्च होंगे, ये सोचकर उन्हें रोक देते हैं और फिर बच्चे भी उन पैसों का इस्तेमाल दूसरी जरूरतों के लिए करते हैं. इस तरह बुजुर्ग उपेक्षित ही रह जाते हैं. मैं ऐसे बुजुर्गों के घुटनों की सर्जरी के लिए कुछ करना चाहता हूं, ताकि उन्हें यह महसूस न हो कि वे हमारे समाज का एक बेकार हिस्सा हैं. 2021 में मैं नी ट्रांसप्लांट सर्जरी को अपनी प्राथमिकता बनाना चाहता हूं.''
एक बार फिर फैन्स का दिल जीत लिया सोनू सूद ने
कहना न होगा कि सोनू के इस मिशन की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं और कॉमेंट्स लिखकर उनकी हौसला अफजाई कर रहे हैं. लोग लिख रहे हैं कि ‘एक ही दिल है, कितनी बार जीतोगे सर’ जबकि एक ने लिखा कि ‘इससे अच्छा क्या हो सकता है...एक नई सुबह..’ तो एक अन्य फैन ने लिखा- ‘महान लोगों के विचार’.
सोनू के अन्य मिशन
सोनू सूद ने कुछ दिनों पहले विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप देने के लिए SONUISM की शुरुआत की थी. इससे पहले, वह टेक्निकल कोर्स में स्कॉलरशिप देने के लिए, रोजगार उपलब्ध कराने के लिए, सर्जरी कराने के लिए, सिविल सर्विसेज की एक्जाम्स के प्रशिक्षण जैसी बहुत सी चीजों के लिए कई प्लेटफॉर्म लॉन्च कर चुके हैं. इसके अलावा पेंडमिक में मजदूरों की हर तरह से सहायता करके पहले ही वो रियल लाइफ हीरो का खिताब जीत चुके हैं.