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रोज़मर्रा की ये 17 हेल्थ मिस्टेक्स आपको डाल सकती है परेशानी में (These Daily 17 Health Mistakes Can Affect You)

आज की दौड़भाग भरी ज़िंदगी में हमारी दिनचर्या पूरी तरह से बदल चुकी है. इस बदली हुई दिनचर्या का बुरा प्रभाव हमारी सेहत पर पड़ रहा है. लेकिन क्या कभी आपने इन कारणों को जानने की कोशिश की है. अगर नहीं, तो चलिए हम आज आपको रोज़मर्रा की सेहत संबंधी कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताते हैं, जो आपके लिए आगे चलकर परेशानी का सबब बन सकती हैं-   

1- ब्रेकफास्ट न करना

यह जानते हुए भी कि सुबह का नाश्ता हमें दिनभर ऊर्जावान बनाए रखता है, फिर भी हम में से अधिकतर लोग ऑफिस, स्कूल या काम पर जाने की जल्दबाज़ी में नाश्ता नहीं करते हैं. ऐसा करना सेहत के लिए बिलकुल ठीक नहीं है. दिन में लंच न करें, लेकिन भूलकर भी ब्रेकफास्ट स्किप न करें. आपकी छोटी-सी गलती आगे चलकर परेशानी का सबब बन सकती है. ब्रेकफास्ट न करने की आदत से डाइबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है. कितना भी लेट क्यों न हो, हैवी ब्रेकफास्ट करने का समय नहीं है, तो भी 5-10 मिनट का समय निकालकर फल, दूध, जूस और अंडा खाएं.

2. रोज़ वर्कआउट करने की आदत को टालना

 फिट रहने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना बहुत जरुरी है, लेकिन यह जानते हुए भी हम इस आदत को रोज़ टालते रहते हैं. अच्छी सेहत और फिटनेस के लिए हमें अपनी इस आदत को बदलने की आश्यकता है. जरुरी नहीं की, रोज़ हैवी वर्कआउट किया जाएं या रोज़ आसन ही करें. आप अपनी इच्छानुसार कुछ भी एक्सरसाइज कर सकते हैं, चाहे 10-15 मिनट ही क्यों न हो. 10-15 मिनट वाली एक्सरसाइज के तौर पर आप साइकलिंग, ट्रेडमिल पर दौड़ना, वार्मअप, स्किपिंग, डांसिंग, एरोबिक कर सकते हैं. इन्हें करने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है. वजन कम होने के साथ-साथ बॉडी टोन्ड भी होती है.

3. 8-10 घंटे की नींद लेना

डॉक्टर्स के अनुसार, यदि आप फिट रहना चाहते हैं, संतुलित भोजन, रोज़ एक्सरसाइज करने की तरह 8-10 घंटे की नींद लेना बहुत आवश्यक है. जो लोग पर्याप्त और अच्छी नींद नहीं लेते हैं, उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. हाल ही में 5,600 लोगों पर एक अध्ययन किया गया, जिसमें अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि जो लोग 8-10 घंटे की नींद नहीं लेते हैं, उन्हें दिल की बीमारी और हार्ट स्ट्रोक होने की संभावना अधिक होती है, इसलिए आवश्यक है कि अपने सोने का समय निर्धारित करें, ताकि पर्याप्त और अच्छी नींद ली जा सके.

4. डॉक्टर से पूछे बिना दवा बंद करना

बीमार होने पर डॉक्टर के कहने पर हम दवा खाना शुरू कर देते हैं, लेकिन हम में से अधिकतर लोग थोड़ा-सा भी आराम मिलने पर डॉक्टर से पूछे बिना दवा बंद कर देते है, जोकि सही नहीं है. अत: अपनी इस आदत को बदल लें. इस तरह डॉक्टर को बिना बताए दवा बंद करने का परिणाम गंभीर भी हो सकते हैं, क्योंकि किस बीमारी में कौन-से दवा कितने दिन खानी है, यह बात तो सिर्फ डॉक्टर ही आपको बता सकता है. बीमारी चाहे छोटी हो गंभीर, प्रत्येक दवा का कोर्स होता है, जिसे पूरा न करने पर दोबारा बीमारी पनप सकती है.

5. रात को सोते समय ब्रश न करना

अगर आप चाहते हैं कि आपके शरीर की तरह आपके दांत भी स्वस्थ रहे तो अपनी लाइफस्टाइल में रोज़ रात को सोने से पहले ब्रश करने की आदत डालें. एक अध्ययन से यह बात साबित हुई है कि रात को खाने के बाद लगभग 80% लोग ब्रश नहीं करते हैं. इसलिए लोगों में दांत संबंधी बीमारियां बढ़ रही हैं. सही तरह से कुल्ला न करने पर खाने के कण दांतों में फंसे रहते हैं, जिसके कारण दांत में सड़न पैदा होती है. बैक्टीरिया पनपने के कारण दांतों को नुकसान होता है और धीरे मसूड़े कमज़ोर होने लगते हैं.

6. मोबाइल को सिरहाने के पास रखकर सोना

आज के समय में यह समस्या अमूमन सभी लोगों के साथ है, जिसके कारण नींद पूरी नहीं होती और हमेशा सिरदर्द, लगातार थकान महसूस होना, सिर में झनझनाहट महसूस होना, चक्कर आना, याददाश्त कमज़ोर होना, काम में ध्यान न लगना, चिड़चिड़ापन, आँखों में धुंधलापन छाना और पाचन तंत्र में गड़बड़ी जैसी समस्याएं होती हैं, इतना ही नहीं मोबाइल स्क्रीन से निकलने वाली किरणें भी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं.

7. कम और सही ढंग से पानी न पीना

यह जानते हुए कि दिनभर में कम से कम 8-10 ग्लास पानी पीना चाहिए, फिर भी हम नहीं पीते हैं. अत: कम पानी पीने के इस आदत को बदल लें. कम पानी पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन होता है, जिसके कारण कब्ज, चक्कर आना, थकान, सिरदर्द जैसी तकलीफें होती हैं. कम पानी के साथ-साथ पानी पीने का तरीका बदलें. चाहे कितनी भी जल्दबाज़ी हो, हमेशा बैठकर पानी पीएं, खाने से 30 मिनट पहले और बाद में पानी न पीएं.

8. कॉन्टेक्ट लेंस पहनकर सोना

आप चाहे कितने भी थके हुए क्यों न हो, कॉन्टेक्ट लेंस पहनकर सोने की गलती न करें. आंखों में कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सोने से आंखों को नुकसान होता है. कॉन्टेक्ट लेंस के कारण कॉर्निया को सही तरह से ऑक्सीज़न की सप्लाई नहीं होती है, जिसके कारण आंखों में जलन होती है. जो लोग हमेशा कॉन्टेक्ट लेंस लगाकर सोते हैं, उन्हें धुंधलेपन और इंफेक्शन होने का खतरा रहता है.

9. अधिक जंक फूड खाना

बच्चे और बड़े सभी लोग जंक फूड बड़े चाव से खाते है,. लेकिन उनका यह शौक़ उनके लिए खतरे की घंटी साबित होने लगा है. जंक फूड के अधिक सेवन से मोटापा, डायबीटिज और हार्ट डिजीज के होने की संभावना बढ़ जाती है, अच्छा तो यही है कि जंक फूड को छोड़ें और हेल्दी फूड खाने की आदत डालें.

10. ज़्यादा चाय और कॉफी पीना

यदि आपको दिनभर में 8-10 कप चाय या कॉफी पीने की आदत है, तो अपनी आदत को बदल डालिए या फिर इसे कम करने की कोशिश करें. चाय और कॉफी में कैफीन की अधिक मात्रा में होता है, जिसका असर नींद, ब्लड प्रेशर, पाचन और भूख पर पड़ता है. जो लोग अधिक मात्रा में कैफीन लेते हैं, उन्हें बेचैनी, इंसोम्निया और अनिद्रा की समस्या हो सकती है. इसलिए रोज़मर्रा की लाइफ से कैफीन को कम करने की कोशिश करें.

11. खाने में ऊपर से नमक डालना

खाने में नमक कम होने पर अक्सर लोगों को आदत होती है कि वे ऊपर से नमक डालते हैं, विशेष तौर पर सलाद में. खाने में ऊपर से नमक डालना स्वास्थ्य के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है. अधिक नमक खाने से हाई ब्लड प्रेशर स्टमक कैंसर, मोटापा और दमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं लेकिन आपको जानका आश्चर्य होगा कि अधिक मात्रा में बिना पका हुआ नमक खाने से दिल की बीमारी से लेकर किडनी तक की समस्या हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, यह सर्कुलेटरी सिस्टम और नर्वस सिस्टम दोनों को नुकसान पहुंचाता है.

12. आर्टिफिशियल स्वीटनर का अधिक उपयोग

शोधकर्ताओं के अनुसार, जो खाने में अधिक आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करते हैं, उनमें दिल संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही आर्टिफिशियल स्वीटनर टाइप 2 डायबिटीजवाले मरीज़ों को नुकसान पहुंचाती है. इतना ही नहीं, जो लोग कम कैलोरी वाले स्वीटनर का यूज़ करते हैं, उनमें मोटापा बढ़ने की आशंका ज़्यादा होती है.

13. माइक्रोवेव में प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल करना

समय का अभाव होने के कारण महिलाएं माइक्रोवेव और अवन में कुकिंग करती है या फिर जरुरत पड़ने पर माइक्रोवेव में खाना गरम करती हैं. लेकिन हम में से अधिकतर महिलाएं माइक्रोवेव में कुकिंग या खाना गरम करने के लिए प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल करती हैं. अवन-माइक्रोवेव में खाने को गरम करने के साथ−साथ प्लास्टिक भी गरम होता है और प्लास्टिक में मिश्रित तत्व खाने में मिल जाते हैं, जिसका बुरा असर बच्चों के मानसिक विकास, महिलाओं की प्रजनन क्षमता के साथ-साथ कैंसर होने का खतरा हो सकता है. अगर आप भी माइक्रोवेव में प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल करती हैं, तो अपनी आदत को बदल डालिए. अवन या माइक्रोवेव के लिए बीपीए मुक्त प्लास्टिक का इस्तेमाल करें या फिर माइक्रोसेफ डिशेज़ का उपयोग करें.

14. बिना मेकअप निकाले सो जाना

ये बैड ब्यूटी हैबिट है. अगर आप में भी यह बुरी आदत है, तो अपनी इस आदत को बदलें. बहुत-सी महिलाएं ऑफिस और पार्टी से आने के बाद फेस से मेकअप रिमूव नहीं करती. स्किन की अच्छी सेहत के लिए ऐसा करना बिलकुल ठीक नहीं है. मेकअप हटाए बिना सो जाने पर स्किन के रोमछिद्र बंद हो जाते हैं और फेस पर मुंहासे निकलने लगते हैं. अत: फेस को क्लीन करने के लिए मेकअप रिमूवर का इस्तेमाल करें, ताकि त्वचा पर जमी धूल-मिट्टी आसानी से निकल जाए.

15. अपनी मर्जी से मल्टीविटामिन लेना

आमतौर पर लोगों को लगता है कि मल्टीविटामिन्स सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, उन्हें यह विश्वास दिलाया जाता है कि मल्टी-विटमिन्स खाने से थकान दूर होती है और आप शारीरिक तौर पर फिट महसूस करते हैं लेकिन अब हेल्थ एक्सपर्ट भी यह लोगों यह चेता रहे हैं कि ज़रूरत से ज़्यादा सप्लिमेंट्स न खाएं. ये तभी असरदायक होंगे, जब हमारे शरीर में विटामिन या मिनरल की कमी होगी। बिना किसी कारण बहुत लंबे समय तक इन मल्टीविटामिन्स का इस्तेमाल करना नुकसानदायक हो सकता है.

16. बहुत अधिक दर्द निवारक दवाएं खाना

बहुत लोगों की आदत होती है कि छोटी-मोटी तकलीफ होने पर वे तुरंत दर्द निवारक दवाएं खा लेते हैं. ये दर्द निवारक दवाएं भले ही दर्द कम कर देती हैं, लेकिन शरीर में अन्य बीमारियों की वजह भी बन जाती है. अनेक शोधों से यह बात सामने आई है कि जरुरत से ज्यादा पेनकिलर खाना सेहत को नुकसान पंहुचा सकता है. यहां तक कि दिल का दौरा पड़ने या किडनी और लिवर के फेल होने जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है.

17. कंप्यूटर और लैपटॉप पर अधिक समय तक बैठकर काम करना

बढ़ते वर्कलोड के कारण कंप्यूटर और लैपटॉप के सामने 8-10 घंटे बैठकर काम करने की आदत ने अनेक लोगों को बीमारियों की चपेट में ले लिया है. अगर आप भी इस आदत से ग्रस्त हैं, तो तुरंत अपनी आदत को बदल डालिए. अधिक समय तक कंप्यूटर और लैपटॉप के सामने बैठकर काम करने से शारीरिक गतिविधियां थम जाती हैं और परिणामस्वरूप हाई ब्लड प्रेशर,मोटापा,  मांस-पेशियों में कमज़ोरी, कलाइयों, कंधों और कमर में दर्द आदि समस्याएं होती हैं.

- पूनम नागेंद्र शर्मा

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