ज्योतिष के अनुसार, यदि आप अपने जीवन में इन बातों और नियमों को शामिल कर लेंगे, तो कोरोना वायरस के प्रकोप से बच सकते हैं. कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर भारी पड़ रहा है. कोरोना वायरस के प्रकोप से अब तक हज़ारों जानें जा चुकी हैं. कोरोना वायरस के प्रकोप पर ज्योतिष क्या कहता है. ज्योतिष के अनुसार भारत और पूरा विश्व कोरोना वायरस के प्रकोप से कब मुक्ति पा सकेगा, ये जानने के लिए हमने बात की ज्योतिष शिरोमणि पंडित राजेंद्र जी से. पंडित राजेंद्र जी के अनुसार, कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए आपको अपने जीवन में कुछ बदलाव करने होंगे. उन्होंने हमें भारत और पूरे विश्व के कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के संभावित समय के बारे में भी बताया. आप भी जानिए, कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के उपाय.
26 दिसंबर 2019 के सूर्यग्रहण का असर
जैसा कि आपको पता ही होगा, 26 दिसंबर 2019 के सूर्यग्रहण था, जहां पर गुरु की राशि प्रभावित हुई थी. गुरु ग्रह भी निर्बल हो गये थे. आपने देखा होगा कि इसके बाद से देश में क्या-क्या परेशानियां आईं. 26 दिसंबर 2019 के सूर्यग्रहण के बाद से देश में मार-पीट, दंगे- फसाद होते रहे, मौसम में अचानक बदलाव होते रहे. और अब पूरे विश्व की तरह भारत में भी कोरोना वायरस का प्रकोप छाया हुआ है.
प्रकृति ने हमें सुधरने का एक और मौक़ा दिया है
हम मानें या ना मानें, जब भी हम प्रकृति के साथ अति करते हैं, तो प्रकृति भी हमें सबक सिखा देती है, क्योंकि प्रकृति अपना संतुलन खुद बनाना जानती है. प्रकृति ने हमें कई इशारे दिए, ताकि हम संभल जाएं, सुधर जाएं. ग्लोबल वॉर्मिंग, पानी की कमी, सुनामी, भूकंप… प्रकृति के हर इशारे को नज़रअंदाज़ करते हुए हम गलतियां करते चले गए. रोज़ बाहर जाना, रोज़ बाहर खाना, हर रोज़ मनोरंजन, पब, बार, मॉल्स, सिनेमा हॉल्स… ज़िंदगी के लिए हमें यही चीज़ें ज़रूरी लगने लगी थीं, जिसके चलते हम अपने शरीर को चौबीस घंटे चलने वाली मशीन और अपने पेट को कचरे का डिब्बा बना दिया था. अपने घर को तो जैसे हमने धर्मशाला मान लिया था, जहां सिर्फ कुछ समय विश्राम करके हम ज़िंदगी का लुत्फ़ उठाने फिर बाहर निकल जाते थे. इस सुंदर धरती को हमने कंक्रीट का जंगल और केमिकल का अंबार बना दिया था. अब प्रकृति ने हमें सुधरने का एक और मौक़ा दिया है. आज हमारे पास खुद को बचाने का सिर्फ यही विकल्प है कि हम अपने घर में रहें, सफाई का ध्यान रखें, घर का सादा खाना खाएं, प्रकृति के इशारे को समझें, प्रकृति से एकाकार ही जाएं, योग, ध्यान और प्रार्थना करें. प्रकृति ने हमें एक बार फिर अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर दिया है. यदि हमने ये अवसर गंवा दिया, तो फिर हमें कोई नहीं बचा सकता, इसलिए समय के अनुसार खुद को बदलें और ज़िंदगी को खूबसूरत बनाएं.
26 दिसंबर 2019 के सूर्यग्रहण के लिए पंडित राजेंद्र जी ने क्या भविष्यवाणी की थी और इस सूर्यग्रहण का आपकी राशि पर क्या असर होगा, जानने के लिए देखें ये वीडियो:
ये 3 महीने हैं मुश्किल भरे
30 मार्च 2020 को गुरु ग्रह अपनी नीच राशि मकर में प्रवेश कर रहे हैं, जहां पर पहले से ही शनि देव और मंगल 22 मार्च को आए हुए हैं. शनि-मंगल की युति बनी हुई है, जिसे शुभ नहीं कह सकते. गुरु ग्रह को धर्म-अध्यात्म, विद्या, धन का बड़ा कारक ग्रह माना गया है और इस समय गुरु जैसा बड़ा ग्रह नीच राशि में जा रहा है, उस पर शनि-मंगल की युति चल रही है, ऐसे में इस समय को शुभ नहीं कह सकते हैं. इसके साथ ही बुध ग्रह भी अपनी नीच राशि में जा रहे हैं यानी 7 अप्रैल 2020 को मीन में जा रहे हैं. ये तीन महीने आर्थिक हानि से भरे होंगे, कई लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं. शेआर मार्केट पर भी इसका असर देखने को मिलेगा, व्यापारी वर्ग को शांति बनाए रखनी होगी और समझदारी दिखनी होगी, क्योंकि ये तीन महीने उनके लिए चिंताजनक हो सकते हैं. देश-विदेश में आर्थिक लेनदेन में कमी देखने को मिलेगी. ग्रहों की स्थिति को देखते हुए 9 मई तक का समय इतना शुभ नहीं कह सकते हैं. इसके बाद समय कुछ हद तक सुधरेगा और लोग राहत की सांस ले सकेंगे.
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ज्योतिष के अनुसार ये करेंगे तो बच सकते हैं कोरोना वायरस के प्रकोप से
ग्रह साफ़ इशारा कर रहे हैं कि आनेवाले समय में आपको शांति, समझदारी और धैर्य से काम लेना होगा, वरना आप डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं. प्रकृति भी इशारा कर रही है कि आप कहीं न कहीं सबकुछ भूलकर माया की चपेट में आ गये हैं, उस माया की चपेट से निकालने के लिए समाज के लिए यह एक सीख भी है कि हमें अपने समाज और प्रकृति पर ध्यान देना होगा. इसीलिए आप अगर देखें तो आज ज़िंदगी की रफ़्तार जैसे थम-सी गई है. प्रकृति ने हमें ये एक अच्छा समय दिया है, जहां हम कुछ पल ठहरकर ख़ुद से मिलें, ख़ुद को जानें, बाहर की दुनिया में न जाकर अपने भीतर की दुनिया में प्रवेश कर सकें. इस समय का लाभ उठाइए और अपने भीतर की शक्ति को जगाइए. अपने लिए, अपने परिवार के लिए और पूरे विश्व के लिए प्रार्थना कीजिए. नवरात्रि भी आ रही है, यह एक साधक के लिए अच्छा समय है, इस समय का लाभ उठाइए. आर्थिक मंदी के इस दौर में आप पूजा, ध्यान, साधना, हवन करके आध्यात्मिक रूप से धनवान ज़रूर बन सकते हैं.
कोरोना के प्रकोप से डरने की बजाय ख़ुद को सशक्त बनाइए, प्रकृति की शरण में जाइए और योग-ध्यान-प्रार्थना से जीवन को सार्थक बनाइए. यकीन मानिए, इस ठहराव के बाद एक बेहतरीन इंसान के रूप में जैसे आपका पुनर्जन्म हो जाएगा.
- कमला बडोनी