क्राइम पेट्रोल शो के होस्ट अनूप सोनी ने क्यों छोड़ा ये पॉपुलर शो? पिछले आठ सालों से अनूप सोनी क्राइम पेट्रोल शो के अहम हिस्सा रहे हैं और उन्होंने इस शो को बहुत लोकप्रिय बनाया है. फिर ऐसा क्या हुआ कि अनूप सोनी ने क्राइम पेट्रोल शो को छोड़ दिया. इसके बारे में अनूप सोनी ने कहा ये…
अनूप सोनी पिछले आठ सालों से क्राइम पेट्रोल शो होस्ट कर रहे हैं और उनका ये शो दर्शकों को बहुत पसंद है. अनूप सोनी को भी इस शो में काम करना बहुत अच्छा लगता है. अनूप सोनी कहते हैं, "क्राइम पेट्रोल शो में मेरी दर्शकों से सीधी बात होती है इसलिए मैं इस शो को बहुत एंजॉय करता हूं." बता दें कि 'बालिका वधू' शो में अनूप सोनी का किरदार भैरोसिंह भी दर्शकों को बहुत पसंद आया था. लेकिन अब अनूप सोनी 'क्राइम पेट्रोल' शो छोड़ रहे हैं. बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में अनूप सोनी ने बताया कि वो पिछले आठ सालों क्राइम पेट्रोल शो कर रहे हैं और उन्होंने इस शो को बहुत एंजॉय किया, लेकिन इस शो में उनका इतना टाइम चला जाता है जिसके चलते वो और कोई रोल नहीं कर पा रहे हैं. एक कलाकार के रूप में अनूप सोनी हर तरह के किरदार निभाना चाहते हैं, इसीलिए उन्होंने क्राइम पेट्रोल शो से ब्रेक लिया है. जल्द ही दर्शक अनूप सोनी को अलग-अलग किरदारों में देख सकेंगे.
जब हमारी अनूप सोनी से बात हुई, तो हमने उनसे उनकी एक्टिंग और पर्सनल लाइफ के बारे में कुछ सवाल पूछे, जिनका जवाब अनूप सोनी ने इस तरह दिया:
आपको कब लगा कि आपको एक्टर बनना है?
बचपन से ही मुझे एक्टिंग का शौक़ था, लेकिन मैं ये नहीं जानता था कि एक्टर बनने के लिए मुझे क्या करना चाहिए. तब मुझे लगता था फिल्म इंडस्ट्री के लोग नॉर्मल नहीं हैं. ये एक अलग ही दुनिया के होते होंगे, हमारे जैसे नहीं होते होंगे. कभी-कभी मैं सोचता था कि ये इंसान भी हैं या नहीं. तब मुझे लगता था कि मैं तो आम इंसान हूं, मैं कैसे एक्टर बन सकता हूं. बड़े होकर भी मन में एक्टर बनने की ख़्वाहिश ज्यूं की त्यूं थी.
एक्टिंग की दुनिया में आपके करियर की शुरुआत कैसे हुई?
मुझे एक्टिंग का शौक था इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ मैं थिएटर भी करता था. फिर किसी ने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा के बारे में बताया. वहां एडमिशन आसानी से नहीं मिलता, लेकिन जब मुझे मिल गया तो मैं कन्फ्यूज़ हो गया. फिर सोचा, तीन साल का कोर्स करके देख लेना चाहिए. इसके लिए लॉ की पढ़ाई बीच में ही छूट गई. फिर जब काम करने के लिए मैं मुंबई आया (1995 में), तो मुझे ये भी पता नहीं था कि ईस्ट और वेस्ट कहां है, लोगों को काम के लिए अप्रोच कैसे करते हैं? शुरू के दो-तीन साल मुझे बहुत संघर्ष करना पड़ा. उस दौरान मैंने किशोर नमित कपूर के एक्टिंग स्कूल में पढ़ाया भी है (तब अनूप वहां वॉइस और स्पीच की क्लासेस लेते थे). तारा देशपांडे, प्रिया गिल, अपूर्व अग्निहोत्री, मनीष गोयल, अक्षय खन्ना आदि मेरे स्टूडेंट्स थे और मैं उनकी ही एज ग्रुप का था तब. एक-डेढ़ साल बाद मैंने वो काम ये सोचकर छोड़ दिया कि यदि मैं यही करता रहा, तो एक्टिंग नहीं कर पाऊंगा और इस शहर में टीचर बनकर ही रह जाऊंगा. फिर मैंने सीहॉक्स सीरियल में काम किया, जिसे फिल्म रावन के डायरेक्टर अनुपम सिन्हा ने बनाया था. उसके बाद मुझे पीछे मुड़कर देखने की ज़रूरत नहीं पड़ी. मुझे एक के बाद एक काम मिलता गया और काम की कभी कोई कमी नहीं रही.
क्या आपके पैरेंट्स भी चाहते थे कि आप एक्टर बनें?
मेरी परवरिश एक मिडलक्लास परिवार में हुई. पापा नौकरी करते थे, हम मुंबई जैसे बड़े शहर में कभी नहीं रहे. जयपुर, फरीदाबाद जैसे छोटे शहरों में मेरा बचपन गुज़रा. हां, मेरी पढ़ाई बहुत अच्छे माहौल में हुई, क्योंकि मेरे पैरेंट्स चाहते थे कि मैं एज्युकेशन में ही कुछ करूं. मैं लॉ कर रहा था और साथ में सीए भी, लेकिन एक्टिंग का शौक मुझे इस इंडस्ट्री में ले आया.
आप ईश्वर या भाग्य में कितना विश्वास करते हैं?
मेहनत तो कई लोग करते हैं, लेकिन उसका फल सभी को एक जैसा नहीं मिलता, इसे भाग्य ही तो कहेंगे. हां, इसका ये मतलब नहीं कि मेहनत करना ही छोड़ दें. हमें अपनी तरफ़ से हमेशा मेहनत करते रहना चाहिए.
आप हमेशा फिट नज़र आते हैं, आपकी फिटनेस का राज़ क्या है?
आपका कितने फ़िट हैं, ये 35% एक्सरसाइज़ और 65% आप क्या खाते हैं इस पर निर्भर करता है. मैं हमेशा इन दोनों को मेन्टेन करने की कोशिश करता हूं.
कामयाबी के लिए क्या क्वालिटी जरूरी है?
क़ामयाबी पाने का कोई अलग फॉर्मूला नहीं है. सक्सेस के लिए सबसे पहले तो आपका क्लियर होना ज़रूरी है कि आप क्या करना चाहते हैं? मुझे जो भी काम मिला, मैंने उसे पूरी ईमानदारी से किया इसलिए मेरे पास काम की कभी कमी नहीं रही.