अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लिया इंटरव्यू, पूछे ये सवाल (Akshay Kumar interview with PM Narendra Modi)
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बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के निवास पर उनका मज़ेदार नॉन पॉलिटिकल इंटरव्यू (Interview) लिया. इस इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने अपनी ज़िंदगी से जुड़ी कई बातें शेयर कीं. इस इंटरव्यू में चुनाव और राजनीति के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई. पढ़िए इंटरव्यू से जुड़े कुछ रोचक सवालों के जवाब.
अक्षय कुमारःहमारे शरीर को सात घंटे नींद की आवश्यकता होती है और आप सिर्फ तीन-चार घंटे ही सोते हैं. नरेंद्र मोदीः जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा मुझसे पहली बार मिले थे. तो उन्होंने मुझसे पूछा था कि मैं ऐसा क्यों करता हूं. उसके बाद वे मुझसे जब भी मिलते हैं, उनका यही सवाल होता है कि मैंने नींद की अवधि बढ़ाई की नहीं. लेकिन अब मेरी बॉडी क्लॉक ऐसी हो गई है. मुझे कम सोने की आदत पड़ गई है.
अक्षय कुमार: जब आप गुजरात के सीएम बनकर निकले थे तो आपके अकाउंट में 21 लाख थेे. हमने सुना था कि आपने अपने पैसे स्टाफ की बेटियों के नाम दे दिए थे. अगर आप बताना चाहें तो बता सकते हैं कि आपके अकाउंट में आज कितने पैसे हैं?नरेंद्र मोदीः विधायक बनने से पहले मेरा बैंक खाता नहीं था. विधायक बनने के बाद ही मेरा बैंक खाता खुला, मेरा स्टाफ ही मेरी सारी चीजें देखता था. उन पैसों की मुझे जरूरत नहीं थी, उसमें से कुछ पैसे मैंने सेक्रेटरी और चपरासी की बच्चियों के लिए दे दिए.
अक्षय कुमार: आप गुजराती ही हैं ना क्योंकि गुजराती पैसे बचाने में बहुत यकीन रखते हैं लेकिन आपने तो सबकुछ दे दिया.नरेंद्र मोदीः बहुत साल पहले मैं ऐसे ही साधारण कपड़ों में रेलवे पर भटकता रहता था. पुणे में एक बार मैं ऐसे ही चला जा रहा था. एक ऑटोरिक्शा वाला धीरे-धीरे मेरे साथ ही चलता चला जा रहा था. मुझे कुछ अजीब लगा. मैंने उससे पूछा कि आपका ऑटो रिक्शा खराब है क्या? उसने मुझसे कहा कि आप ऑटो में बैठोगे नहीं? आप समाजवादी हो क्या? इस पर मैंने उससे कहा कि नहीं मैं अहमदाबादी हूं.
अक्षय कुमारः क्या आप आम खाते हैं?नरेंद्र मोदीः मैं आम खाता हूं और मुझे यह बहुत पसंद है, गुजरात में आमरस की परंपरा भी है, जब मैं छोटा था तो पेड़ पर पके आम खाना मुझे पसंद था. प्राकृतिक रूप से पके हुए आम मुझे ज्यादा अच्छे लगते थे. जब बड़ा हुआ तो आमरस और कई किस्म के आम खाने की आदत हुई. अब लेकिन कंट्रोल करना पड़ता है. सोचना पड़ता है कि इतने खाऊं की नहीं.
अक्षय कुमारः क्या आपने सोचा था कि आप कभी प्रधानमंत्री बनेंगे?नरेंद्र मोदीः मैंने कभी ऐसा नहीं सोचा था, क्योंकि मैं जिस बैकग्राउंड से आया हूं, उसमें अगर मुझे छोटी-मोटी नौकरी भी मिल जाती तो मेरी मां आस-पड़ोस में गुड़ बांटती. ऐसे में देश का प्रधानमंत्री बन जाना, मेरे लिए बहुत अननैचुरल है. मुझे भी आश्चर्य होता है कि इस देश के लोग मुझे इतना प्यार क्यों करते हैं.
अक्षय कुमारः मैंने कहीं पढ़ा है कि आप सेना में जाना चाहते थे.
नरेंद्र मोदीः बचपन में जब मैं किसी फौजी को देखता था तो उन्हें देखकर मेरा मन भी फौज में जाने को करता था.
अक्षय कुमारः आपको गुस्सा आता है, और आता है तो आप क्या करते हैं?नरेंद्र मोदीः मैं कहता हूं कि मुझे गुस्सा नहीं आता है, तो बहुत सारे लोगों को आश्चर्य होता है. हालांकि नाराजगी और गुस्सा मनुष्य के स्वभाव का हिस्सा है, लेकिन मेरे जिंदगी के एक हिस्से में मेरी ऐसी ट्रेनिंग हुई थी कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में अपने लंबे करियर में ऐसा मौका कभी आया नहीं. मेरे अंदर गुस्सा होता होगा, लेकिन मैं इसे व्यक्त करने से रोकता हूं.
अक्षय कुमार: जैसे मैं अपने घर पर अपनी मां के साथ रहता हूं, आपका मन करता है सर कि आपकी मां, आपके भाई, आपके सारे रिश्तेदार आपके साथ घर पर रहें?नरेंद्र मोदीः मैं जिंदगी की बहुत छोटी आयु में सबकुछ छोड़ चुका हूं. बहुत छोटी आयु में... जैसे मेरी मां मुझे कहती है, अरे भाई मेरे पीछे तुम क्यों समय खराब करते हो. मैं गांव में रहूंगी, वहां लोगों से बातें करूंगी. मां भी देखती है कि कितना बिजी शेड्यूल है.
अक्षय कुमार: मुझे पहली मुलाकात याद है? मैंने आपको दो चुटकुले सुनाए थे, आपने भी एक सुनाया था. क्या पीएम बनने के बाद आपका ह्यूमर वही है या फिर आप कड़क हो गए हैं?
नरेंद्र मोदीः मेरी इमेज बनी हुई है कि मैं बहुत कड़क हूं, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है. सिर्फ मुझे अनुशासन पसंद है. मैं कड़क होकर काम नहीं करवा सकता. उसके लिए मुझे ख़ुद उदाहरण सेट करना होगा. विरोधी पार्टी में भी मेरे कुछ दोस्त हैं. गुलाम नवी आज़ाद मेरे साथ बहुत फ्रेडली हैं. हालांकि चुनाव के समय में मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए. ममता दी भी मुझे गिफ्ट भेजती हैं. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना मुझे मिठाइयां भेजा करती थीं. अब ममता दी भेजती हैं.